जस्टिस वर्मा नोट विवाद : सफाई कर्मियों का दावा जस्टिस के घर के पास मिले जले हुए नोट

सफाई कर्मियों का कहना है कि उन्हें जस्टिस वर्मा के घर के पास सफाई क दौरान भी जले हुए नोट मिले हैं.;

Update: 2025-03-23 12:11 GMT
जस्टिस वर्मा नोट विवाद : सफाई कर्मियों का दावा जस्टिस के घर के पास मिले जले हुए नोट
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Justice Varma Note Row: दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के आवास पर लगी आग के बाद एक बड़े रहस्य से पर्दा उठ रहा है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा उनकी संपत्ति से जुड़े चौंकाने वाले खुलासे की रिपोर्ट सार्वजनिक किए जाने के एक दिन बाद, इंटरनेट पर जली हुई नकदी के वीडियो वायरल हो रहे हैं। इन वीडियो में जले हुए ₹500 के नोटों के टुकड़े देखे जा सकते हैं, जो कथित रूप से उनके घर के पास पाए गए थे।



कचरा उठाते वक्त मिले जले हुए नोट – सफाई कर्मियों की हैरान करने वाली गवाही!

इंदरजीत, जो इलाके में सफाई कर्मचारी के रूप में काम करता है, ने बताया कि जब वह रोजमर्रा की तरह कचरा इकट्ठा कर रहा था, तो उसे जले हुए नोटों के टुकड़े मिले। "हम इस इलाके में सफाई का काम करते हैं। कुछ दिन पहले जब हम यहां कचरा उठा रहे थे, तो हमें ₹500 के जले हुए नोटों के छोटे-छोटे टुकड़े मिले। अब फिर से हमें ऐसे ही कुछ टुकड़े दिखे हैं। हमें नहीं पता कि आग कहां लगी, हम तो बस कचरा उठाने आते हैं," उन्होंने कहा।


एक अन्य सफाई कर्मी सुरेंद्र ने भी यही दावा किया। "हमने 4-5 दिन पहले जले हुए ₹500 के नोट देखे थे। अब भी हमें कुछ टुकड़े मिले हैं," उन्होंने बताया। यह खुलासे मामले को और भी पेचीदा बना रहे हैं।


सुप्रीम कोर्ट की रिपोर्ट में हुआ सनसनीखेज खुलासा!

सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी रिपोर्ट में बताया गया कि न्यायमूर्ति वर्मा के घर के एक स्टोररूम में चार से पांच बोरियों में भरी हुई जली हुई नकदी पाई गई। इस खुलासे के बाद कई सवाल उठने लगे हैं—आखिर इतनी बड़ी रकम कहां से आई? और यह क्यों जला दी गई?


न्यायमूर्ति वर्मा बोले- यह 'साजिश' है!

इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए न्यायमूर्ति वर्मा ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, "न तो मैंने और न ही मेरे परिवार ने कभी उस कमरे में नकदी रखी थी। यह मेरे खिलाफ साजिश है और मेरी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है।"

वहीं, सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी वीडियो में जले हुए नोटों के बंडल दिखाई दे रहे हैं, जिसे देखकर खुद न्यायमूर्ति वर्मा भी स्तब्ध रह गए।


अब क्या होगा? सुप्रीम कोर्ट ने गठित की विशेष जांच समिति

इस सनसनीखेज मामले की सच्चाई जानने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने तीन सदस्यीय विशेष समिति का गठन किया है। यह समिति जांच करेगी कि यह नकदी कहां से आई और क्या न्यायमूर्ति वर्मा के स्टाफ या किसी अन्य व्यक्ति की इसमें कोई भूमिका है।

जब तक जांच पूरी नहीं होती, न्यायमूर्ति वर्मा को सभी न्यायिक कार्यों से दूर रहने का निर्देश दिया गया है। अब सबकी निगाहें इस हाई-प्रोफाइल जांच पर टिकी हैं। क्या यह महज एक संयोग है या कोई बड़ी साजिश? क्या जली हुई नकदी किसी बड़े घोटाले की ओर इशारा कर रही है? जांच के नतीजे इस रहस्य से पर्दा उठाएंगे!


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