6 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 'ऑपरेशन शील्ड' के तहत आज मॉक ड्रिल
गृह मंत्रालय के निर्देश पर जम्मू-कश्मीर, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात में मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है।;
शनिवार (31 मई) को पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर में "ऑपरेशन शील्ड" के तहत नागरिक सुरक्षा अभ्यास (मॉक ड्रिल) आयोजित किए जा रहे हैं। यह अभ्यास 7 मई को भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति के बीच राष्ट्रव्यापी अभ्यास के बाद किया जा रहा है।
ये ड्रिल्स, पहलगाम आतंकी हमले के बाद गृह मंत्रालय द्वारा जारी निर्देशों के तहत हो रही हैं। पहले यह मॉक ड्रिल 29 मई को सीमावर्ती राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में आयोजित होनी थी, लेकिन प्रशासनिक कारणों से इसे स्थगित कर दिया गया था।
मॉक ड्रिल पर अब तक क्या जानकारी है?
पंजाब सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान की सीमा से लगते नागरिक क्षेत्रों और संवेदनशील स्थानों में आपातकालीन और आवश्यक सेवाओं को छोड़कर पूर्ण ब्लैकआउट किया जाएगा और हवाई हमले के सायरन बजाए जाएंगे।
प्रवक्ता ने यह भी बताया कि नागरिक सुरक्षा नियमावली, 1968 की धारा 19 के तहत प्रदत्त अधिकारों के तहत भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने देश की पश्चिमी सीमा से लगे सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के जिलों में दूसरी नागरिक सुरक्षा ड्रिल आयोजित करने का निर्णय लिया है।
हरियाणा सरकार ने बताया कि वह राज्य की आपातकालीन तैयारी और प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाने के लिए सभी 22 जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित करेगी। अधिकारियों ने पीटीआई को बताया कि यह अभ्यास शाम 5 बजे शुरू होगा और इसमें हवाई हमले, ड्रोन हमले और युद्ध जैसी स्थितियों का अनुकरण किया जाएगा।
इसके अलावा, हरियाणा में रात 8 बजे से 8:15 बजे तक 15 मिनट का नियंत्रित ब्लैकआउट होगा, जो आवश्यक आपातकालीन सेवाओं जैसे अस्पताल, फायर स्टेशन और पुलिस स्टेशन को छोड़कर सभी क्षेत्रों में लागू रहेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि 'ऑपरेशन शील्ड' के तहत राजस्थान के सभी 41 जिलों में भी 31 मई को मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट अभ्यास आयोजित किए जाएंगे।
मुख्य सचिवों ने सात विभिन्न परिदृश्यों के लिए तैयारी करने के निर्देश दिए हैं, जिनमें शामिल हैं, नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों और एनसीसी (नेशनल कैडेट कॉर्प्स) जैसे समूहों की सामान्य या मूक पुकार (recall), दुश्मन के हवाई हमले, ड्रोन और मिसाइल हमले, एयरफोर्स और सिविल डिफेंस नियंत्रण कक्षों के बीच हॉटलाइन का सक्रिय होना, नागरिक क्षेत्रों में पूर्ण ब्लैकआउट, सैन्य स्टेशन पर दुश्मन के ड्रोन हमले की स्थिति में परिवारों का स्थानांतरण, बड़े पैमाने पर घायल लोगों की स्थिति में चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार और आपातकालीन स्थिति में सेना की सहायता के लिए बॉर्डर विंग होम गार्ड्स की तैनाती।
गुजरात में नए आदेश के अनुसार शनिवार शाम 5 बजे मॉक ड्रिल हो रही है। गुजरात सरकार के अनुसार निर्देशों का पालन किया जाएगा और अभ्यास किया जाएगा।