ग्रामीण क्षेत्रों में भी तिमाही रोजगार आंकड़े होंगे जारी, मोदी सरकार का बड़ा फैसला

Rural Employment Data: सरकार के इन बदलावों से रोजगार आंकड़ों की विश्वसनीयता और पहुंच में बड़ा सुधार होगा. खासतौर पर ग्रामीण भारत को अब रोजगार से जुड़ी योजनाओं और नीतियों में ज्यादा सटीकता से शामिल किया जा सकेगा.;

Update: 2025-05-14 15:06 GMT

Employment Survey: रोजगार से जुड़े आंकड़ों के कलेक्शन और रिपोर्टिंग में बड़ा बदलाव करते हुए भारत सरकार के सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) ने बुधवार को पीरियॉडिक लेबर फोर्स सर्वे (PLFS) से संबंधित कई अहम घोषणाएं कीं. इन बदलावों के तहत अब पहली बार ग्रामीण क्षेत्रों में भी तिमाही आधार पर रोजगार के अनुमान जारी किए जाएंगे.

मंत्रालय ने बताया कि अप्रैल-जून 2025 की तिमाही के लिए रोजगार आंकड़े अगस्त 2025 में जारी किए जाएंगे. अभी तक ये तिमाही आंकड़े केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित थे. ऐसे में यह कदम एक बड़ा और महत्वपूर्ण बदलाव माना जा रहा है.

वार्षिक रिपोर्टिंग

MoSPI ने यह भी घोषणा की कि अब से सालाना PLFS रिपोर्ट को जुलाई-जून की बजाय जनवरी-दिसंबर (कैलेंडर वर्ष) के आधार पर प्रकाशित किया जाएगा. यानी अब हर साल की रोजगार रिपोर्ट कैलेंडर वर्ष को ध्यान में रखते हुए जारी की जाएगी.

सैंपल साइज में बड़ा इजाफा

रोजगार से जुड़े आंकड़ों की सटीकता और विस्तृतता बढ़ाने के लिए सरकार ने PLFS का सैंपल साइज भी दोगुने से ज्यादा कर दिया है. अब तक 1,02,400 परिवारों का सर्वे किया जाता था, जिसे बढ़ाकर 2,72,304 परिवार कर दिया गया है. इस नई सैंपलिंग पद्धति के ज़रिए अब जिला स्तर पर भी रोजगार के आंकड़े उपलब्ध कराए जा सकेंगे.

हर महीने जारी होगी रिपोर्ट

मंत्रालय ने यह भी बताया कि अब से हर महीने PLFS रिपोर्ट जारी की जाएगी. अप्रैल 2025 की पहली मासिक रिपोर्ट मई 2025 में प्रकाशित की जाएगी. इससे लेबर मार्केट की स्थिति पर अधिक समयानुकूल और लगातार जानकारी मिलती रहेगी.

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