क्यों नहीं कांग्रेस अपना अध्यक्ष किसी मुस्लिम को बनाती, PM का तीखा हमला
वक्फ के मुद्दे पर कांग्रेस सिर्फ सियासत कर रही है। मुस्लिम समाज को लेकर कांग्रेस चिंता तो जाहिर कर रही है। लेकिन क्या लोकसभा चुनाव में 50 फीसद टिकट देगी।;
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज हरियाणा के हिसार एयरपोर्ट के उद्घाटन समारोह में कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वक्फ (संशोधन) कानून का विरोध करके कांग्रेस ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह केवल मुस्लिम कट्टरपंथियों को खुश करने की राजनीति करती है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर कांग्रेस सच में मुसलमानों की हितैषी है, तो वह किसी मुसलमान को पार्टी अध्यक्ष क्यों नहीं बनाती और 50 प्रतिशत लोकसभा टिकट मुस्लिम उम्मीदवारों को क्यों नहीं देती?
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हिसार एयरपोर्ट हरियाणा के विकास में एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगा। डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का हर निर्णय और हर नीति बाबासाहेब अंबेडकर को समर्पित है। उन्होंने कहा, "बाबासाहेब की संघर्षपूर्ण जीवनगाथा हमें प्रेरणा देती है।"
कांग्रेस ने संविधान का किया राजनीतिक उपयोग: मोदी
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि इस विपक्षी पार्टी ने सत्ता की भूख में संविधान को केवल एक राजनीतिक औजार बना लिया। "आपातकाल के दौरान कांग्रेस ने संविधान की आत्मा को कुचल दिया। संविधान में समान नागरिक संहिता का उल्लेख है, लेकिन कांग्रेस ने इसे कभी लागू नहीं किया। आज उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू हो गई है, मगर कांग्रेस इसका भी विरोध कर रही है," उन्होंने कहा।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि कांग्रेस ने कभी यह सुनिश्चित नहीं किया कि आरक्षण का लाभ एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों तक सही ढंग से पहुंचे।
बाबासाहेब के साथ किया गया कांग्रेस का व्यवहार शर्मनाक: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मोदी ने बाबासाहेब अंबेडकर के साथ कांग्रेस द्वारा किए गए व्यवहार को याद दिलाते हुए कहा, "जब वे जीवित थे, कांग्रेस ने उन्हें बार-बार अपमानित किया। उन्हें दो बार चुनाव में हराया गया। कांग्रेस चाहती थी कि उन्हें पूरी व्यवस्था से बाहर कर दिया जाए। उनकी मृत्यु के बाद भी कांग्रेस ने उनकी स्मृति को मिटाने का प्रयास किया। बाबासाहेब ने बराबरी की बात की, जबकि कांग्रेस ने वोट बैंक की राजनीति का ज़हर पूरे देश में फैला दिया।"
वक्फ कानून में बदलावों पर कांग्रेस पर तीखा प्रहार
प्रधानमंत्री ने कहा कि वक्फ कानून में कांग्रेस ने मनमाने तरीके से बदलाव किए, जो संविधान की मूल भावना के खिलाफ थे। उन्होंने पूछा, "अगर कांग्रेस को मुसलमानों की इतनी फिक्र है, तो पार्टी के शीर्ष पदों पर उन्हें जगह क्यों नहीं देती? 50 प्रतिशत टिकट क्यों नहीं देती? मुसलमानों को कांग्रेस से कुछ नहीं मिलने वाला, कांग्रेस सिर्फ उनका इस्तेमाल करती है।"
उन्होंने कहा कि लाखों हेक्टेयर भूमि वक्फ संपत्ति के तहत आती है। "अगर इन संपत्तियों का सही इस्तेमाल होता तो मुस्लिम युवाओं को साइकिल पंचर बनाने का काम न करना पड़ता। मगर इन जमीनों का लाभ केवल कुछ ज़मींदार माफियाओं को मिला। दलितों, पिछड़ों और विधवाओं की जमीनें लूटी गईं। अब वक्फ कानून में बदलाव के बाद यह लूट रुकेगी। नए कानून के तहत आदिवासियों की जमीन को वक्फ बोर्ड नहीं छू सकेगा। गरीब मुस्लिमों और पसमांदा मुस्लिमों को उनका हक मिलेगा – यही असली सामाजिक न्याय है," उन्होंने कहा।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे का पलटवार
प्रधानमंत्री के आरोपों पर पलटवार करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि डॉ. अंबेडकर हमेशा शिक्षा के महत्व पर जोर देते थे, लेकिन मौजूदा सरकार केवल दावे करती है, उनके दृष्टिकोण पर काम नहीं करती। उन्होंने पूछा, "बीजेपी ने अब तक क्या किया है और बाबासाहेब के किस सिद्धांत को अपनाया है?"
महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने वाले महिला आरक्षण कानून का हवाला देते हुए खड़गे ने कहा, "जब यह बिल दो साल पहले पास हुआ था, कांग्रेस ने इसकी तत्काल प्रभाव से लागू करने की मांग की थी। हमने एससी, एसटी और ओबीसी महिलाओं को इसमें आरक्षण देने की मांग की थी। यही हमारी सोच है और हम इसके लिए लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं।"
यह तीखी बहस न सिर्फ वक्फ कानून पर केंद्रित है, बल्कि देश की राजनीति में सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता और वोट बैंक की रणनीतियों पर भी गहरा असर डाल रही है।