पीएम मोदी का उत्तराधिकारी कौन? नितिन गडकरी ने कहा- मुझे प्रधानमंत्री बनने...
Nitin Gadkari: गडकरी ने कहा कि भाजपा में किसी ने भी उनसे शीर्ष पद संभालने के लिए नहीं कहा है. इसलिए यह सवाल ही नहीं उठेगा.;
Union Road Transport and Highways Minister Nitin Gadkari: समय-समय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराधिकारी को लेकर बात उठती रहती है. इस दौरान बीजेपी (BJP) के कई सीनियर नेता और मंत्रियों के नाम चर्चा में रहते हैं. हालांकि, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी पीएम मोदी का संभावित उत्तराधिकारी माना जाता है. हालांकि, शांत तरीके से अपना काम करने वाले नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) भी नरेंद्र मोदी के बाद बीजेपी के प्रधानमंत्री पद की दौड़ में माने जाते हैं. हालांकि, उन्होंने इसे कभी सार्वजनिक रूप से स्वीकार नहीं किया है. उनका कहना है कि मैं अपना काम करके खुश हूं और प्रधानमंत्री बनना मेरा लक्ष्य नहीं है.
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री और वरिष्ठ भाजपा (BJP) नेता नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा है कि प्रधानमंत्री बनने की उनकी कोई आकांक्षा या महत्वाकांक्षा नहीं है. हाल ही में एक इंटरव्यू में गडकरी (Nitin Gadkari) ने यह भी कहा कि भाजपा में किसी ने भी उनसे शीर्ष पद संभालने के लिए नहीं कहा है. इसलिए यह सवाल ही नहीं उठेगा. वह सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री के रूप में अपना काम करके खुश हैं.
गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि मैं यहां खुश हूं. मैं अपना काम कर रहा हूं. प्रधानमंत्री बनने की मेरी कोई आकांक्षा या महत्वाकांक्षा नहीं है. कोई मुझसे पूछने वाला नहीं है. इसलिए कोई सवाल ही नहीं उठता. बता दें कि साप्ताहिक पत्रिका में छपे एक लेख में कहा गया है कि गडकरी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उत्तराधिकारी उम्मीदवारों में से एक हैं. इसमें कहा गया है कि गडकरी अब "मोदी के उत्तराधिकारी बनने वाले उम्मीदवारों में से एक हैं. और अमेरिकी अभियोजकों द्वारा मोदी के सबसे करीबी व्यापारिक सहयोगी गौतम अडानी के खिलाफ लगाए गए आरोपों के बाद उनकी संभावनाएं और भी बढ़ गई हैं. लेकिन मोदी के उत्तराधिकारी का फैसला भाजपा (BJP) और आरएसएस के उच्च पदस्थ लोगों द्वारा किया जाएगा, न कि जनमत सर्वेक्षणों द्वारा.
बता दें कि हाल ही में अरबपति गौतम अडानी, बंदरगाहों से ऊर्जा तक के कारोबार से जुड़े समूह के संस्थापक अध्यक्ष, उनके भतीजे सागर और एक अन्य प्रमुख कार्यकारी अधिकारी पर अमेरिकी न्याय विभाग ने सौर बिजली की आपूर्ति के लिए अनुबंध जीतने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन अमरीकी डालर की रिश्वत देने की कथित योजना का हिस्सा होने का आरोप लगाया था, जिससे 20 वर्षों में 2 बिलियन अमरीकी डालर का लाभ होगा. हालांकि, अडानी समूह ने सभी आरोपों को निराधार बताया है.
सितंबर में गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा था कि अगर वह प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल होते हैं तो उन्हें समर्थन की पेशकश की गई थी. लेकिन उन्होंने यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि यह उनके जीवन का लक्ष्य नहीं है. गडकरी ने नागपुर में एक कार्यक्रम में कहा था कि मुझे एक घटना याद है- मैं किसी का नाम नहीं लूंगा - उस व्यक्ति ने कहा था 'अगर आप प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं, तो हम आपका समर्थन करेंगे'.
उन्होंने कहा कि लेकिन मैंने पूछा कि आपको मेरा समर्थन क्यों करना चाहिए और मुझे आपका समर्थन क्यों लेना चाहिए. प्रधानमंत्री बनना मेरे जीवन का लक्ष्य नहीं है. मैं अपने विश्वास और अपने संगठन के प्रति वफादार हूं और मैं किसी भी पद के लिए समझौता नहीं करने जा रहा हूं. क्योंकि मेरा विश्वास मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण है.