भारत के युवा सिर्फ 'पैसे कमाने की मशीन', कांग्रेस क्यों साध रही निशाना?
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर युवाओं के भविष्य की कीमत पर एनटीए से मुनाफा कमाने का आरोप लगाया
By : Abhishek Rawat
Update: 2024-08-04 10:17 GMT
NTA Controversy: नीट परीक्षा के चलते विवाद में आये NTA को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर से केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने केंद्र सरकार को लेकर कहा है कि सरकार ने राजस्व कमाने के लिए बेरोजगार युवाओं को भी सिर्फ और सिर्फ पैसा कमाने की मशीन की तरह इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. यही वजह है कि बेरोजगार युवाओं को रोज्गाए दिलाने के लिए परीक्षा आयोजन कराने वाली सस्न्था पिछले 6 सालों में 448 करोड़ रूपये का मुनाफा कमा चुकी है. ये हाल तब है जब ये संस्था परीक्षा आयोजित कराने के चलते अक्सर विवादों में रहती है.
कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने अपने 'X' हैंडल पर एक पोस्ट लिखी, जिसमें उन्होंने राज्यसभा के प्रशनकाल में पूछे गए एक सवाल और उसके उत्तर की कॉपी भी सलग्न की है.
जयराम रमेश ने लिखा '' नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) NEET घोटाले के केंद्र में है. ये शिक्षा मंत्रालय की एक बॉडी है, जिसका एकमात्र उद्देश्य प्राइवेट वेंडर्स को आउटसोर्सिंग कर के काम करना है. न केवल इन वेंडर्स की साख अक़्सर संदेह के घेरे में होती है, बल्कि ख़ुद NTA की कमान एक ऐसे व्यक्ति के हाथ में है, जो जब मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष था, तब वहां बड़े घोटाले सामने आए थे.
राज्यसभा में एक जवाब में, केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री ने खुलासा किया है कि NTA ने अनुमानित रूप से 3,512.98 करोड़ रुपए एकत्र किए, जबकि उसने परीक्षाओं के संचालन पर 3,064.77 करोड़ रुपए ख़र्च किए - इसलिए उसे पिछले छह वर्षों में 448 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है''.
लेकिन, इस कोष का इस्तेमाल एजेंसी की ख़ुद परीक्षण कराने की क्षमता विकसित करने, या अपने वेंडर्स के लिए नियामक और निगरानी क्षमताओं को मजबूत करने के लिए नहीं किया गया है. भारत के लाखों युवाओं का भविष्य अंततः नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री की सरकार के लिए केवल राजस्व जुटाने की कवायद बनकर रह गया है.
जयराम रमेश ने राज्यसभा का जो जवाब 'X' पर साझा किया, वो केन्द्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ सुकांत मजुमदार की तरफ से दिया गया था, जिसमें ये भी बताया गया कि NTA की स्थापना 2018 में की गयी थी और तब से लेकर अब तक ये संस्था 240 परीक्षाएं करवा चुकी है, जिसमें 5.4 करोड़ युवा हिसा ले चुके हैं.
कांग्रेस के इस वार से एक बार फिर से NTA की साख के साथ साथ उसकी कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किये गए हैं, जबकि NEET-UG 2024 की परीक्षा के मामले में सुप्रीम कोर्ट की तरफ से फैसला आ चुका है.
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)