‘वोट चोरी’ मुद्दे पर कांग्रेस से अलग हुए उमर अब्दुल्ला, INDIA ब्लॉक से दूरी
जम्मू-कश्मीर के CM बोले INDIA गठबंधन का ‘वोट चोरी’ से कोई लेना-देना नहीं, हर पार्टी को अपना एजेंडा तय करने की आज़ादी
By : The Federal
Update: 2025-12-15 11:35 GMT
Differences In INDIA Bloc : जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कांग्रेस द्वारा उठाए गए ‘वोट चोरी’ के मुद्दे से INDIA गठबंधन को साफ तौर पर अलग कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे से INDIA ब्लॉक का कोई संबंध नहीं है और हर राजनीतिक दल अपने एजेंडे तय करने के लिए स्वतंत्र है। ओमर अब्दुल्ला के इस बयान से ये सवाल खड़े हो गए हैं कि क्या इंडिया गठबंधन में एकजुटता नहीं है क्या ?
‘वोट चोरी’ कांग्रेस का मुद्दा, गठबंधन का नहीं
सोमवार, 15 दिसंबर को उमर अब्दुल्ला ने कहा कि “INDIA गठबंधन का इससे कोई लेना-देना नहीं है। हर राजनीतिक पार्टी को अपना एजेंडा तय करने की पूरी आज़ादी है। कांग्रेस ने ‘वोट चोरी’ और स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को अपना मुख्य मुद्दा बनाया है। इसमें हम उन्हें क्या कह सकते हैं?”
उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस ने दावा किया है कि उसने ‘वोट चोरी’ के खिलाफ करीब छह करोड़ हस्ताक्षर जुटाए हैं और इन्हें राष्ट्रपति को सौंपने की तैयारी है।
‘लाइफ सपोर्ट पर’ INDIA गठबंधन
उमर अब्दुल्ला का यह बयान ऐसे समय आया है, जब एक हफ्ते पहले उन्होंने INDIA गठबंधन को “लाइफ सपोर्ट पर” बताया था। उनकी इस टिप्पणी के बाद गठबंधन के भीतर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिली थीं। कुछ नेताओं ने उनके आकलन से सहमति जताई, जबकि कई दलों ने इसे खारिज करते हुए कहा कि INDIA गठबंधन अब भी प्रासंगिक है।
मेडिकल उदाहरण देकर बताई स्थिति
दिल्ली में आयोजित हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में उमर अब्दुल्ला ने गठबंधन की हालत को मेडिकल उदाहरण से समझाया।
उन्होंने कहा कि जब-जब सहयोगी दलों के बीच तालमेल बनाने की कोशिश होती है, गठबंधन थोड़ी देर के लिए सक्रिय दिखता है, लेकिन फिर किसी नकारात्मक राजनीतिक घटनाक्रम के बाद उसकी रफ्तार थम जाती है।
उन्होंने हालिया चुनावी नतीजों, खासकर बिहार में हुए राजनीतिक झटकों को INDIA गठबंधन के कमजोर पड़ने की एक बड़ी वजह बताया।
बिहार में टूट का जिम्मेदार अंदरूनी चूक?
उमर अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि बिहार में INDIA गठबंधन की अंदरूनी रणनीति की कमियों के चलते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की NDA में वापसी हुई।
उनके मुताबिक, सीट बंटवारे के दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) को पर्याप्त महत्व न देना गठबंधन की बड़ी चूक थी। उन्होंने कहा कि ऐसे फैसलों ने गठबंधन के भीतर मतभेद बढ़ाए और इसकी एकजुटता व भविष्य की दिशा पर सवाल खड़े कर दिए।
गठबंधन की प्रासंगिकता पर सवाल
इससे पहले, दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले भी उमर अब्दुल्ला ने INDIA गठबंधन की प्रासंगिकता पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि अगर यह गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए बनाया गया था, तो अब इसे समाप्त कर देना चाहिए।
ANI से बातचीत में उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी का दिल्ली चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है, इसलिए वे वहां की राजनीतिक स्थिति पर टिप्पणी नहीं कर सकते।
लंबे समय से नहीं हुई कोई बैठक
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि INDIA गठबंधन के लिए कोई समय-सीमा तय नहीं की गई थी, लेकिन लंबे समय से इसकी कोई बैठक नहीं हुई है।
इस वजह से नेतृत्व, एजेंडे और दिशा को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
उन्होंने दोहराया कि “अगर INDIA गठबंधन सिर्फ संसदीय चुनावों के लिए था, तो फिर इसे अब खत्म कर देना चाहिए।”
(एजेंसी इनपुट के साथ)