आतंकियों से 'पाक' मोहब्बत,जनाजे में शामिल सैन्य अधिकारियों के नाम आए सामने
ऑपरेशन सिंदूर में मार गए आतंकियों और उनके ताबूत के पीछे खड़े पाकिस्तान सेना के अधिकारियों के नाम सामने आ चुके हैं।;
भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत से ताल्लुक रखने वाले उन प्रमुख पाकिस्तानी सेना और पुलिस अधिकारियों के नाम सार्वजनिक कर दिए हैं, जो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मारे गए आतंकियों के जनाज़ों में शामिल हुए थे। सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में आतंकियों के जनाज़ों की कई वीडियो और तस्वीरें वायरल हो गई थीं। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ऐसी ही एक तस्वीर दिखाई, जिसमें वर्दीधारी पाकिस्तानी सेना और पुलिसकर्मी मारे गए आतंकियों के ताबूतों के पीछे खड़े नजर आ रहे थे।
कौन हैं ये प्रमुख पाक अधिकारी?
ANI की रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने निम्नलिखित प्रमुख पाकिस्तानी अधिकारियों की पहचान की है जो आतंकियों के जनाज़ों में मौजूद थे:
लेफ्टिनेंट जनरल फैयाज़ हुसैन शाह – लाहौर स्थित IV कॉर्प्स के कमांडर
मेजर जनरल राव इमरान सर्ताज – लाहौर की 11वीं इंफैंट्री डिवीजन
ब्रिगेडियर मोहम्मद फुरकान शब्बीर
डॉ. उस्मान अनवर – पंजाब पुलिस के इंस्पेक्टर जनरल
मलिक सुहैब अहमद भेर्थ – पंजाब प्रांतीय विधानसभा के सदस्य
पाकिस्तान का दोहरा रवैया
पाकिस्तान हमेशा दावा करता रहा है कि वह अपने क्षेत्र में आतंकवाद का समर्थन नहीं करता। लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के बाद इन जनाज़ों में शीर्ष पाक अधिकारियों की मौजूदगी ने उसके दावों की पोल खोल दी। मुरिदके स्थित एक आतंकी शिविर पर हुए हमले में मारे गए तीन आतंकियों की नमाज़-ए-जनाज़ा का नेतृत्व लश्कर-ए-तैयबा का कुख्यात आतंकी हाफिज अब्दुल रऊफ ने किया था, जिसे अमेरिका के ट्रेजरी विभाग ने वैश्विक आतंकी घोषित कर रखा है।
जनाज़े के बाद वायरल हुई एक और वीडियो में पाकिस्तानी सेना के जवानों को आतंकियों के ताबूत उठाते हुए देखा गया, जो पाकिस्तानी झंडे से ढके हुए थे।
भारत की तीखी प्रतिक्रिया
8 मई को भारत ने आतंकियों को राजकीय सम्मान देने को लेकर पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की। विदेश सचिव मिस्री ने कहा कि पाकिस्तान दावा करता है कि भारतीय हमलों में नागरिक मारे गए, लेकिन जब उन्हीं “नागरिकों” के ताबूतों पर पाकिस्तान का राष्ट्रीय झंडा चढ़ा हो और उन्हें ‘राजकीय सम्मान’ दिया जाए, तो यह बयान संदेहास्पद हो जाता है।
ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए बड़े आतंकी
11 मई की शाम भारतीय सेना की संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग में डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत नौ प्रमुख आतंकी ठिकानों की पहचान कर उन पर हमले किए गए, जिनमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।
यूसुफ अज़हर – जैश-ए-मोहम्मद का आतंकवादी और मौलाना मसूद अज़हर का साला
अब्दुल मलिक रऊफ – लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर
मुदस्सिर अहमद – पुलवामा हमले का संदिग्ध साजिशकर्ता