विपक्ष के निशाने के बीच योग में लीन पीएम मोदी, देखें तस्वीरें
कन्याकुमारी स्थित विवेकानंद मेमोरियल पर पीएम नरेंद्र मोदी योग साधना में लीन हैं. वो एक जून यानी आखिरी चरण के मतदान वाले दिन तक साधना में रहेंगे.
1 जून को सातवें चरण का मतदान होना है. इसके बाद मतदान की प्रक्रिया का समापन हो जाएगा. हालांकि बात यहां हम करेंगे पीएम नरेंद्र मोदी की योग साधना की. 30 मई को पंजाब के होशियारपुर में रैली को खत्म करने के बाद वो कन्याकुमारी पहुंचे. कन्याकुमारी पहुंचते ही उन्होंने भगवती अम्मनदेवी मंदिर में पूजा अर्चना की. हालांकि इसे लेकर विरोधी दलों ने जमकर निशाना साधा. कांग्रेस हो, समाजवादी पार्टी हो, टीएमसी हो या आरजेडी सबने कहा कि योग साधना से किसी को क्या आपत्ति होने वाली है. लेकिन बिन कैमरा करना चाहिए. हालांकि २०१९ में भी चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में भी पीएम मोदी ने केदारनाथ में योग साधन की थी. इन सबके बीच आज वो सुबह सुबह विवेकानंद रॉक मेमोरियल पहुंचे जहां मेडिटेशन से पहले सूर्य नमस्कार और सूर्य साधना की.यहां हम तस्वीरों के जरिए उस खास पल को दिखाने वाले हैं.
कन्याकुमारी में इसी रॉक पर 131 साल पहले स्वामी विवेकानंद ने अपने गुरु स्वामी रामकृष्ण परमहंस के कहने पर योग साधना की थी. पीएम नरेंद्र मोदी इसी रॉक पर योग साधना में लीन हैं.
जिस शिला पर विवेकानंद और अब नरेंद्र मोदी ध्यान में है उसका महत्व ठीक वैसे ही है जैसे गौतम बुद्ध के लिये सारनाथ का था
पीएम मोदी की साधना 30 मई को शाम से शुरू हुई थी. आज सुबह उन्होंने पहले सूर्य आराधना की.
मान्यताओं के मुताबिक करीब 3 हजार साल पहले परशुराम ने कन्याकुमारी की मूर्ति की स्थापना की थी.
करीब 45 घंटे की साधना के बाद रॉक मेमोरियल के पास बनी तिरुवल्लुवर की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी करेंगे.
पीएम मोदी के इस साधना पर एक तरफ विपक्ष निशाना साध रहा है. लेकिन सत्ता पक्ष का कहना है कि जिन लोगों को भारतीय संस्कृति से लेना देना नहीं है वो लोग इस तरह की बात करते हैं.
बीजेपी का कहना है कि जिन लोगों को इस योग साधना में सियासत नजर आ रही है दरअसल उन्हें तो राम के नाम से आपत्ति थी. लेकिन आप इसे राजनीतिक चश्मे से इतर भी देख सकते हैं.