राहुल गांधी ने फोड़ा एटम बम, बोले - चुनाव आयोग के साथ मिलकर बीजेपी ने की वोटों की चोरी
राहुल गांधी ने बताया कैसे एक व्यक्ति के नाम पर कई वोटर आई कार्ड है. राहुल ने इस मामले में न्यायपालिका को दखल देने कहा है.;
लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग और बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि, इलेक्शन कमीशन बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव की चोरी कर रहा था. राहुल ने कहा कि पहले इलेक्ट्रोनिक मशीनें नहीं थीं, फिर भी एक दिन में पूरे देश में चुनाव हो जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होता है. उन्होंने यूपी बिहार का हवाला देते हुए कहा कि यहां कई चरणों में चुनाव होता है जो हमें हैरान करता है.
राहुल का सवाल, कैसे बदल जाता है नतीजा!
राहुल ने कहा, लोकतंत्र में हर पार्टी को सत्ता विरोध का सामना करना पड़ता है, लेकिन बीजेपी पर इसका प्रभाव नहीं पड़ता और वह ऐसी एक ही पार्टी है. राहुल ने कहा, 'एग्जिट पोल, ओपिनियन पोल में कुछ और दिखाया जाता है फिर अचानक रिजल्ट बदल जाता है. सर्वे में जो भी दिखता है, रिजल्ट उसके विपरीत आ जाता है.
राहुल ने कहा, हमारे संविधान की नींव इस बात पर है कि एक व्यक्ति के पास एक वोट है. सामान्य लोगों को शंका हो रही थी हमें भी शंका थी. महाराष्ट्र से पहले बता नहीं रहे थे क्या हो रहा है. महाराष्ट्र में हमें लगा कि क्या हो गया. महाराष्ट्र में 5 महीने में वोट जोड़े गए जो कि 5 सालों में जोड़े गए वोट से ज्यादा. महाराष्ट्र की जनसंख्या से ज्यादा वोटरों की संख्या है. विधानसभा चुनावों में हम बुरी तरह हार गए जबकि लोकसभा चुनाव में हमने बेहतर प्रदर्शन किया था.
वोटर लिस्ट देश की संपत्ति है चुनाव आयोग वोटर लिस्ट देने से हमें मना कर रहा है. डेटा के एनालसिस करने के लिए हमें सॉफ्टकॉपी चाहिए. महाराष्ट्र में 5.30 बजे के बाद जबरदस्त वोटिंग हुई जबकि लोग कतार में नहीं थे. चुनाव आयोग बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव की चोरी कर रहा था. हमारे पास सबूत नहीं था. महाराष्ट्र में हमें ये नहीं पता था कि ये सिस्टम कैसे चल रहा है. ये हमारे सामने चुनौती थी.
राहुल ने ऐसे कई वोटर के नाम को उजागर किया जिनके नाम कई बार रजिस्टर्ड हैं. राहुल ने बताया कि पांच तरह से वोटों की चोरी की जा रही है. जिसमें डुप्लीकेट वोटर्स के जरिए, फेक इनवैलिड पते के जरिए, एक पते पर बल्क वोटर्स के लिए जरिए, इनवैलिड फोटो के जरिए और फॉर्म 6 के दुरुउपयोग के जरिए. राहुल ने ऐसे कई वोटर के नाम को उजागर किया जिनके नाम कई बार रजिस्टर्ड हैं. या फिर वोटर के पिता के नाम के आगे कुछ अल्फाबेट्स डाल दिया गया है.
न्यायपालिका को देना चाहिए दखल
हम कह रहे हैं कि चुनाव आयोग हमें इलेक्टॉनिक डेटा नहीं देता है तो ये स्पष्ट हो जाएगा कि वो गुनाह में बराबर का हिस्सेदार है. उन्होंने कहा, हम चुनाव आयोग से कह रहे हैं कि 10 साल पुराना हमें डेटा दें. राहुल ने ये भी कहा कि न्यायपालिका को इसमें दखल देना चाहिए. राहुल ने चेतावनी देते हुए कहा, चुनाव आयोग को जानकारी उपलब्ध कराना होगा वर्ना चुनाव आयोग के लोगों को इसका खामियाजा भुगतना होगा.