राजस्थान फोन टैपिंग मामला: गहलोत के पूर्व ओएसडी को दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार

मार्च 2021 में शेखावत ने गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार पर अवैध फोन टैपिंग का आरोप लगाते हुए अपराध शाखा में शिकायत दर्ज कराई थी.

Update: 2024-11-25 16:09 GMT

Gajendra Shekhawar Phone Tapping Case : दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत फोन टैपिंग मामले में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है. हालाँकि शर्मा को अदालत से तुरंत जमानत भी दे दी गयी.


2021 में लगाये थे फोन टैपिंग के आरोप
केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने फोन टैपिंग के आरोप मार्च 2021 में लगाये थे. उस समय अशोक गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री थे. इन आरोपों से सम्बंधित शिकायत दिल्ली पुलिस से की गयी थी, जिसके बाद मामले की जाँच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गयी थी.
लोकेश शर्मा पर अवैध रूप से टेलीफोन वार्तालापों को रिकॉर्ड करने का आरोप लगाया गया था, जिसे बाद में मीडिया में लीक कर दिया गया था.
शेखावत की शिकायत के आधार पर, दिल्ली पुलिस ने मार्च 2021 में शर्मा के खिलाफ आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात और टेलीग्राफ एक्ट के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की थी. मामले की जांच क्राइम ब्रांच की प्रह्संत विहार स्थित यूनिट के पास थी. इसके बाद, अपराध शाखा ने पिछले तीन वर्षों में अपने कार्यालय में शर्मा से कई बार पूछताछ की. शुरुआत में शर्मा ने पुलिस को बताया कि उन्हें शेखावत की कांग्रेस नेताओं के साथ कथित बातचीत की ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया से मिली थी.

अप्रैल 2024 में शर्मा ने गहलोत का नाम लिया
लोकेश शर्मा ने इस साल अप्रैल में दावा किया था कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें शेखावत और कुछ कांग्रेस नेताओं के बीच कथित टेलीफोन पर हुई बातचीत के ऑडियो क्लिप दिए थे, जिसमें 2020 में राजस्थान में तत्कालीन कांग्रेस सरकार को गिराने पर चर्चा हो रही थी, जब राज्य राजनीतिक संकट का सामना कर रहा था. पुलिस सूत्रों ने बताया कि गहलोत के पूर्व विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) अपराध शाखा द्वारा बुलाए जाने के बाद रविवार रात दिल्ली आए.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, शर्मा मामले से संबंधित जानकारी और दस्तावेज उपलब्ध कराकर जांच में सहयोग कर रहे हैं. शर्मा ने इस साल सितंबर में मीडियाकर्मियों से कहा था, "मैंने फोन टैपिंग मामले से जुड़ी सभी जानकारियां सौंप दी हैं. मैं शुरू से ही कहता रहा हूं कि इस मामले में मेरी कोई भूमिका नहीं है. किसी का फोन टैप करना मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं है. उस समय मुख्यमंत्री रहे अशोक गहलोत ने खुद मुझे एक पेन ड्राइव दी थी, जिसमें क्लिप्स थीं, जिन्हें मैंने उनके निर्देश पर वायरल किया था. "

(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को फेडरल स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से स्वतः प्रकाशित किया गया है।)


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