श्रीनगर में राजनाथ सिंह की दो टूक, 'IAEA की निगरानी में हों PAK के परमाणु हथियार'
राजनाथ सिंह की श्रीनगर से आई यह राजनीतिक और रणनीतिक चेतावनी इस बात का स्पष्ट संकेत है कि भारत अब कूटनीतिक भाषा की जगह सैन्य प्रतिशोध की नीति अपनाने को तैयार है।;
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार गुरुवार (15 मई) को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया। यह दौरा 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बदले में पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर (PoK) में की गई भारत की सैन्य कार्रवाई के बाद हुआ है।
राजनाथ सिंह के साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने सेना की सुरक्षा तैयारियों, सीमा पर हुए पाकिस्तानी हमलों और सैन्य ठिकानों पर पहुंचाए गए नुकसान का जायज़ा लिया। श्रीनगर स्थित बडामी बाग छावनी में सैनिकों को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि दुनिया जानती है कि हमारी सेना का निशाना अचूक होता है और जब वो वार करती है तो गिनती दुश्मन करता है। भारत आज आतंकवाद के खिलाफ अपने संकल्प में कितना दृढ़ है, यह इस बात से पता चलता है कि हमने पाकिस्तान की परमाणु धमकियों की भी परवाह नहीं की।
‘पाकिस्तान के परमाणु हथियार IAEA की निगरानी में हों’
रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान को एक "रॉग स्टेट" (दुष्ट राष्ट्र) करार दिया और कहा कि मैं दुनिया से पूछना चाहता हूं – क्या ऐसे गैर-जिम्मेदार देश के पास परमाणु हथियार सुरक्षित हैं? मेरा मानना है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की निगरानी में रखा जाना चाहिए। राजनाथ सिंह का यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पाकिस्तान को दी गई चेतावनी की पुनरावृत्ति है।
शहीदों और नागरिकों को दी श्रद्धांजलि
राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान शहीद हुए सैनिकों और पहलगाम हमले में मारे गए आम नागरिकों को नमन करते हुए कहा कि मैं उन वीर जवानों के सर्वोच्च बलिदान को नमन करता हूं, जिन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अपनी जान गंवाई। मैं निर्दोष नागरिकों मौत पर भी गहरा शोक प्रकट करता हूं और घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
रक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि यदि पाकिस्तान द्वारा फिर कोई आतंकी हमला या राज्य-प्रायोजित आक्रमण होता है तो उसे भारत अब "युद्ध का कृत्य" मानेगा। अब से पाकिस्तान के साथ कोई भी संवाद तभी संभव होगा, जब वह केवल आतंकवाद और पाक-अधिकृत कश्मीर पर केंद्रित हो। बाकी कोई चर्चा नहीं होगी।
ऑपरेशन सिंदूर
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई जवान और आम नागरिक मारे गए थे। इसके जवाब में भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और PoK में स्थित आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी। इस कार्रवाई में वायुसेना ने 23 मिनट में पाकिस्तान की चीन निर्मित सुरक्षा प्रणालियों को निष्क्रिय कर मिशन पूरा किया।