स्टोररूम में मिले कैश मेरे नहीं, वीडियो आने के बाद जस्टिस वर्मा ने दी सफाई
स्टोररूम में मिले नकदी विवाद पर जस्टिस यशवंत वर्मा की सफाई, कहा- नकदी से मेरा कोई संबंध नहीं. हाई कोर्ट ने जस्टिस वर्मा को अपने फोन से कोई भी मेसेज आदि डिलीट न करने की बात कही.;
Justice Varma Cash Row : सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की रिपोर्ट और जस्टिस यशवंत वर्मा का जवाब सार्वजनिक किया गया है। इस विवाद में जस्टिस वर्मा ने स्पष्ट रूप से कहा है कि उनके या उनके परिवार का बरामद नकदी से कोई संबंध नहीं है।
जस्टिस वर्मा ने दी सफाई
अपने आधिकारिक जवाब में जस्टिस यशवंत वर्मा ने कहा, "स्टोररूम में नकदी रखने का कोई सवाल ही नहीं उठता, क्योंकि वह स्थान मेरे रहने के क्षेत्र से पूरी तरह अलग है। यह क्षेत्र स्टाफ क्वार्टर के पास है और वहां आमतौर पर कई लोग आते-जाते रहते हैं। ऐसे में यह सोचना कि वहां रखी गई नकदी मेरी है, पूरी तरह बेतुका है।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं इस बात का कड़ा खंडन करता हूँ कि मेरा या मेरे परिवार का कथित कैश से कोई संबंध है। मैं चाहता हूँ कि मीडिया बिना जांच के मुझ पर आरोप लगाने से बचे।"
नगदी से अनभिज्ञ होने का दावा
जस्टिस वर्मा ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि न तो उन्हें और न ही उनके परिवार के किसी सदस्य को स्टोररूम में रखी नकदी के बारे में कोई जानकारी थी। उन्होंने कहा कि कथित रूप से वहां से बरामद जली हुई नकदी को भी न तो उन्हें दिखाया गया और न ही उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी दी गई।
उन्होंने यह भी बताया कि 15 मार्च 2025 की शाम वह और उनकी पत्नी भोपाल से इंडिगो की फ्लाइट 6E 2303 से लौटे थे, इसलिए कथित रूप से नकदी को हटाने की बात पूरी तरह निराधार है।
दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की रिपोर्ट
दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की रिपोर्ट में बताया गया है कि शुरुआती जांच के अनुसार, स्टोररूम तक केवल बंगले में रहने वाले लोग, गार्डनर और CPWD से जुड़े लोग ही पहुंच सकते थे। चीफ जस्टिस ने इस मामले में गहन जांच की जरूरत जताई है।
सुप्रीम कोर्ट की तरफ से रिपोर्ट को वेबसाइट पर भी डाल दिया गया है, जिसका लिंक इस प्रकार है :-
https://cdnbbsr.s3waas.gov.in/s3ec0490f1f4972d133619a60c30f3559e/uploads/2025/03/2025032266.pdf
जस्टिस वर्मा के कॉल रिकॉर्ड की जांच
दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने सीजेआई को जानकारी दी है कि जस्टिस यशवंत वर्मा के पिछले छह महीनों (1 सितंबर 2024 से अब तक) के कॉल रिकॉर्ड की जांच की गई है। साथ ही, उनसे यह आग्रह किया गया है कि वह अपने मोबाइल फोन से कोई भी कॉल लॉग, मैसेज या डेटा डिलीट न करें।
इस मामले में अब आगे की जांच का इंतजार किया जा रहा है।