बिहार में वोटर लिस्ट में गड़बड़ी! SC ने दिया EC को सुधार का निर्देश
सुनवाई के दौरान एनजीओ की ओर से पेश अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा कि एक मतदाता, जिसका नाम अंतिम सूची में नहीं जोड़ा गया और जिसे चुनाव आयोग ने 7 अक्टूबर की सुनवाई में फर्जी बताया था, वह दावा सही था।
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि उसे उम्मीद है कि निर्वाचन आयोग (EC) बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के तहत तैयार की गई अंतिम मतदाता सूची में हुई टाइपिंग और अन्य त्रुटियों की जिम्मेदार प्राधिकरण के तौर पर गंभीरता से जांच करेगा। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्य बागची की पीठ ने कहा कि चुनाव आयोग को इस संबंध में सुधारात्मक कदम उठाने चाहिए और मामले की अगली सुनवाई 4 नवंबर को निर्धारित की गई है।
मतदाता हटाए जाने की संख्या सार्वजनिक करने की मांग
सुनवाई के दौरान एनजीओ 'एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR)' की ओर से पेश अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा कि एक मतदाता, जिसका नाम अंतिम सूची में नहीं जोड़ा गया और जिसे चुनाव आयोग ने 7 अक्टूबर की सुनवाई में फर्जी बताया था, वह दावा सही था। उन्होंने यह भी कहा कि निर्वाचन आयोग को यह बताना चाहिए कि कितने मतदाताओं के नाम हटाए गए और किस प्रक्रिया के तहत, ताकि पूरी प्रक्रिया पारदर्शी बनी रहे।
कुछ क्षेत्रों में 17 और 20 अक्टूबर को फ्रीज़ होगी सूची
इस पर कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि कुछ विधानसभा क्षेत्रों में जहां पहले चरण का चुनाव होना है, वहां 17 अक्टूबर को मतदाता सूची फ्रीज़ हो जाएगी। वहीं, दूसरे चरण के लिए यह प्रक्रिया 20 अक्टूबर को पूरी होगी। हालांकि, कोर्ट ने चुनाव आयोग के इस जवाब को ध्यान में रखा कि वह सूची प्रकाशित करने की प्रक्रिया में है। इस पर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि हमें कोई संदेह नहीं कि चुनाव आयोग अपनी जिम्मेदारी निभाएगा। हम मामला बंद नहीं कर रहे हैं।
47 लाख मतदाता घटे, लेकिन फिर बढ़कर हुए 7.42 करोड़
इससे पहले 7 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने आयोग को निर्देश दिया था कि वह उन 3.66 लाख मतदाताओं का विवरण पेश करे, जो ड्राफ्ट सूची में थे, लेकिन अंतिम सूची से हटा दिए गए। 30 सितंबर को चुनाव आयोग ने बिहार की अंतिम मतदाता सूची जारी करते हुए बताया था कि विशेष पुनरीक्षण (SIR) के बाद कुल मतदाताओं की संख्या करीब 47 लाख घटकर 7.89 करोड़ से 7.42 करोड़ रह गई है।
अंतिम आंकड़ा फिर बढ़कर 7.42 करोड़
हालांकि, यह भी बताया गया कि 1 अगस्त को जारी ड्राफ्ट सूची में मतदाताओं की संख्या 7.24 करोड़ थी, जिसमें 65 लाख नाम हटाए गए थे (जैसे मृत्यु, पलायन या डुप्लिकेट के कारण)। इसके बाद 21.53 लाख नए मतदाता जोड़े गए और 3.66 लाख नाम हटाए गए, जिससे कुल शुद्ध वृद्धि 17.87 लाख मतदाताओं की हुई।
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखें
बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा की 121 सीटों पर पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होगा। शेष 122 सीटों पर दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को कराया जाएगा। वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी।