'भारत विरोध' पड़ा भारी: भारतीयों ने तुर्की-अज़रबैजान की यात्रा की रद्द, बहिष्कार की मांग तेज

Azerbaijan India trade: भारत की सैन्य कार्रवाई के बाद तुर्की और अजरबैजान के पाकिस्तान समर्थक रुख पर भारत में गहरी नाराजगी है. लोगों ने बहिष्कार की मुहिम छेड़ दी है.;

Update: 2025-05-14 18:00 GMT

India Turkey trade: भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) में आतंकियों के ठिकानों पर की गई कार्रवाई के बाद तुर्की (अब तुर्किये) और अज़रबैजान से संबंधों में तनाव आ गया है. क्योंकि, इन दोनों देशों ने भारत की कार्रवाई की आलोचना की है, जिससे देश में इनका बहिष्कार करने की मांग उठ रही है. लोगों ने तुर्की और अज़रबैजान की यात्रा रद्द करनी शुरू कर दी है. टिकट कैंसल हो रहे हैं, खासतौर पर छुट्टियों में तुर्की और अज़रबैजान घूमने जाने वाले भारतीय पर्यटक अब इन देशों से दूरी बना रहे हैं.

ट्रैवल कंपनियों की चेतावनी

पर्यटन के क्षेत्र में ईज़ीमाईट्रिप और इक्सिगो जैसी ऑनलाइन ट्रैवल कंपनियों ने भी इन देशों की यात्रा को लेकर चेतावनी जारी की है. इसके अलावा, कुछ भारतीय व्यापारी अब तुर्की के सेब और संगमरमर जैसे उत्पादों का बहिष्कार कर रहे हैं.

क्या है 'ऑपरेशन सिंदूर'?

भारत ने 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत की थी. इस अभियान में पाकिस्तान और पीओके में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया. इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारत पर हमला करने की कोशिश की, जिसमें उसने तुर्की के ड्रोन का इस्तेमाल किया.

तुर्की और अज़रबैजान ने क्यों की आलोचना?

इन दोनों देशों ने भारत द्वारा आतंकियों के खिलाफ की गई कार्रवाई की आलोचना की है. इससे भारत में लोगों की नाराज़गी बढ़ी है. कई जगहों पर सोशल मीडिया पर #BoycottTurkey और #BoycottAzerbaijan जैसे ट्रेंड चलने लगे हैं.

भारत-तुर्की व्यापार संबंध

अप्रैल 2024 से फरवरी 2025 तक भारत ने तुर्की को 5.2 अरब डॉलर का सामान निर्यात किया. 2023-24 में यह आंकड़ा 6.65 अरब डॉलर था. इसी दौरान भारत ने तुर्की से 2.84 अरब डॉलर का सामान मंगवाया. 2023-24 में यह आंकड़ा 3.78 अरब डॉलर था. यह व्यापार भारत के कुल आयात और निर्यात का सिर्फ 0.5% और 1.5% ही है. यानी भारत को इन देशों से ज्यादा आर्थिक नुकसान नहीं होगा.

भारत-तुर्की में व्यापार

भारत तुर्की को तेल, पेट्रोलियम, मशीनें, दवाइयां, रसायन, कार और उसके पुर्जे, कपड़ा, लोहा-इस्पात निर्यात करता है. जबकि, वहां से संगमरमर, सेब, सोना, सब्ज़ियां, सीमेंट, रसायन, मोती, लोहा आदि का आयात करता है.

भारत-अज़रबैजान व्यापार संबंध

भारत ने अप्रैल 2024 से फरवरी 2025 तक अज़रबैजान को 8.6 करोड़ डॉलर का सामान भेजा. 2023-24 में यह आंकड़ा 8.96 करोड़ डॉलर था. अज़रबैजान से भारत ने इस अवधि में 19.3 करोड़ डॉलर का सामान मंगवाया. यह भारत के कुल व्यापार का 0.02% से भी कम है.

भारत-अज़रबैजान में व्यापार

भारत से अजरबैजान को चाय, कॉफी, तम्बाकू, प्लास्टिक, रसायन, सिरेमिक सामान निर्यात होता है. वहीं, वहां से भारत पशु चारा, परफ्यूम का तेल, जैविक रसायन, चमड़ा आयात करता है. 2023 में भारत अज़रबैजान के कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा खरीदार था.

भारतीय समुदाय और छात्र

तुर्की में लगभग 3,000 भारतीय, जिनमें 200 छात्र हैं. वहीं, अज़रबैजान में 1,500 से ज्यादा भारतीय मौजूद हैं.

पुराने समझौते और नया माहौल

भारत और तुर्की के बीच 1973 में व्यापार समझौता हुआ था और 1983 में दोनों देशों ने मिलकर आर्थिक और तकनीकी सहयोग आयोग बनाया था. लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए दोनों देशों के साथ राजनयिक और व्यावसायिक रिश्ते कमजोर होते नजर आ रहे हैं.

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