FTA बनेगा विकास का लॉन्चपैड, मुंबई में बोले ब्रिटिश पीएम स्टारमर
ब्रिटेन के पीएम स्टारमर ने भारत-यूके FTA की सराहना की। समझौता व्यापार बढ़ाएगा, व्हिस्की पर टैक्स घटेगा और दोनों देशों के आर्थिक संबंध मजबूत होंगे।
बुधवार, 8 अक्टूबर को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केयर स्टारमर ने भारत-यूके फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) की सराहना करते हुए कहा कि इस व्यापार समझौते के तहत अवसर अभूतपूर्व हैं। स्टारमर ने अपने शीर्ष पद संभालने के बाद यह पहला भारत दौरा किया और उसी दिन मुंबई पहुंचकर अपने दौरे की शुरुआत की।
स्टारमर ने कहा कि यह समझौता भारत और ब्रिटेन के बीच दो-तरफा व्यापार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए एक लॉन्चपैड है। उन्होंने बताया कि भारत 2028 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। स्टारमर ने कहा, हमने जुलाई में भारत के साथ एक बड़ा व्यापार समझौता किया यह किसी भी देश द्वारा किया गया सबसे सुरक्षित समझौता है लेकिन कहानी यहीं नहीं रुकती।
India-UK FTA: सिर्फ कागज नहीं
स्टारमर ने आगे कहा, "यह सिर्फ कागज का टुकड़ा नहीं है, बल्कि विकास के लिए लॉन्चपैड है। भारत 2028 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है, और उनके साथ व्यापार अब तेज और सस्ता होने वाला है। इस समझौते के तहत अवसर बेमिसाल हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि भारत में आर्थिक वृद्धि का मतलब ब्रिटिश लोगों के लिए अधिक चुनाव, स्थिरता और रोजगार है।
स्टारमर की टिप्पणियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुरुवार को होने वाली मुलाकात से पहले आई हैं। बैठक का मुख्य एजेंडा दोनों देशों के बीच व्यापार और सहयोग को और गहरा करना है।
पीएम मोदी का स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ब्रिटिश समकक्ष का स्वागत करते हुए कहा कि वे साझा दृष्टि के तहत एक मजबूत और समृद्ध भविष्य को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं। मोदी ने अपने X (पूर्व ट्विटर) पोस्ट में लिखा ब्रिटेन के अब तक के सबसे बड़े व्यापार प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत की अपनी पहली ऐतिहासिक यात्रा पर प्रधानमंत्री कीर स्टारमर का स्वागत है। एक मज़बूत और पारस्परिक रूप से समृद्ध भविष्य के हमारे साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए कल की हमारी बैठक का बेसब्री से इंतज़ार है।
विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा: ब्रिटेन के पीएम केयर स्टारमर का गर्मजोशी से स्वागत। महाराष्ट्र और गुजरात के राज्यपाल अचार्य देवव्रत ने उन्हें एयरपोर्ट पर प्राप्त किया। यह पीएम स्टारमर का भारत का पहला दौरा है, जो भारत-यूके साझेदारी के लिए नए अध्याय का संकेत है।
ब्रिटिश सरकार का दृष्टिकोण
ब्रिटिश सरकार ने अपने बयान में कहा कि यह दौरा India-UK FTA की गति का लाभ उठाने के लिए किया गया है, क्योंकि इससे ब्रिटिश कंपनियों को भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था तक अधिक पहुंच मिलेगी। बयान में कहा गया कि इस समझौते के तहत ब्रिटिश सामानों पर भारत में लगाए जाने वाले शुल्क में कमी आएगी, जिससे ब्रिटिश व्यवसाय तेजी से व्यापार बढ़ा सकेंगे।
ब्रिटिश व्हिस्की पर विशेष लाभ
भारत में ब्रिटिश उत्पादों पर औसत टैरिफ 15 प्रतिशत से घटाकर 3 प्रतिशत कर दिया जाएगा। इसका मतलब है कि ब्रिटिश कंपनियां सॉफ्ट ड्रिंक, कॉस्मेटिक्स, कार और मेडिकल डिवाइस जैसे उत्पाद आसानी से भारत में बेच पाएंगी। विशेष रूप से व्हिस्की उत्पादक लाभान्वित होंगे, जिनके उत्पादों पर तुरंत 150 प्रतिशत से घटाकर 75 प्रतिशत और अगले 10 वर्षों में 40 प्रतिशत कर दिया जाएगा, जिससे ब्रिटेन को अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धियों पर बढ़त मिलेगी।
स्टार-स्टडेड ब्रिटिश डेलिगेशन
ब्रिटिश पीएम के डेलिगेशन में 125 प्रमुख व्यवसायिक नेता शामिल हैं, जिनमें रॉल्स रॉयस, ब्रिटिश टेलिकॉम, डियाजियो, लंदन स्टॉक एक्सचेंज और ब्रिटिश एयरवेज की शीर्ष कंपनियों के अधिकारी शामिल हैं। यूके के बिजनेस और ट्रेड सेक्रेटरी पीटर काइल ने कहा कि, हमारा समझौता किसी भी देश द्वारा भारत के साथ किए गए सबसे सुरक्षित समझौते में से एक है और ब्रिटिश कंपनियों को बड़े और लगातार बढ़ते बाजार तक पहुंच का अवसर देता है। अब हम पूरी गति से काम कर रहे हैं ताकि व्यापारियों को इस समझौते से मिलने वाले लाभ का पूरा फायदा मिल सके, जिससे रोजगार और समृद्धि बढ़े।