क्या आप अनजाने में अपने बच्चे को बिगाड़ रहे हैं? इन संकतों से समझिए
child discipline: बिना जाने की गई कुछ परवरिश की आदतें बच्चों को जिद्दी, घमंडी और गैर-जिम्मेदार बना सकती हैं. ऐसे में कुछ खास बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.;
parenting mistakes: माता-पिता बनने के साथ ही जिम्मेदारियों का एक पहाड़ भी आता है। बच्चे के लिए बेस्ट देना हर मां-बाप का सपना होता है। लेकिन जब यही 'बेस्ट' हदें पार कर जाए तो यह बच्चे की परवरिश को कमजोर करने लगता है। कई बार हम जाने-अनजाने में ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जो भविष्य में बच्चे के व्यवहार को निगेटिव तौर पर प्रभावित कर सकती है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अगर समय रहते कुछ आदतों पर ध्यान न दिया जाए तो बच्चा जिद्दी, घमंडी और असंतुलित बन सकता है. यहां जानिए ऐसे 7 संकेत, जो इस ओर इशारा करते हैं कि कहीं आप अपने बच्चे को बिगाड़ तो नहीं रहे.
हर मांग पूरी करना
बच्चा कुछ मांगे और आप फौरन उसे दे दें—यह बहुत सामान्य लगता है। लेकिन बार-बार ऐसा करने से बच्चा 'ना' सुनने की आदत भूल जाता है। नतीजतन, उसे धैर्य की कमी हो जाती है और वह छोटी बातों में चिढ़ने लगता है।
गलतियों पर बचाव
अगर बच्चा कोई गलती करता है और आप उसे समझाने की बजाय उसकी ढाल बन जाते हैं तो वह अपनी जिम्मेदारियों से भागने लगता है। सही-गलत का फर्क समझाना बेहद जरूरी है।
तारीफों की बौछार
हर छोटी उपलब्धि पर अत्यधिक प्रशंसा बच्चे को घमंड की ओर ले जा सकती है। सकारात्मक बातें कहें। लेकिन उसमें सच्चाई और संतुलन होना चाहिए। विनम्रता भी सिखाना भी काफी जरूरी है।
तुलना
किसी का बेटा इतना अच्छा है, तुम क्यों नहीं?—ये शब्द किसी भी बच्चे के आत्मविश्वास को तोड़ सकते हैं। हर बच्चे की अपनी क्षमता होती है। उसे अपनाएं और प्रोत्साहित करें।
जरूरत से ज़्यादा कंट्रोल
बच्चे की हर गतिविधि पर नजर रखना उसे मानसिक रूप से थका सकता है। बच्चों को थोड़ी आज़ादी दें, ताकि वे निर्णय लेना सीख सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।
भावनात्मक ब्लैकमेल
"तुम्हारी वजह से मैं दुखी हूं" जैसे जुमले बच्चों को मानसिक रूप से कमजोर बना सकते हैं। यह तरीका उनके आत्मसम्मान को नुकसान पहुंचा सकता है।
अनुशासन की कमी
बिना टाइम टेबल और नियमों के बच्चा आलसी, लापरवाह और असंयमी बन सकता है। नियमित दिनचर्या, समय पर सोना और पढ़ाई की आदतें उसे जिम्मेदार बनाती हैं।