बैली फैट घटाने के लिए यूज करें रॉक शुगर, बन सकती है शहद का विकल्प
कमर का आकार कम करना चाहते हैं या पेट पर जमा फैट को हटाना चाहते हैं तो रॉक शुगर आपके लिए काफी हेल्पफुल और हेल्दी साबित हो सकती है...;
Belly Fat Reducing Tips: पेट पर जमा चर्बी कम करनी हो या गर्मी के कारण नाक से खून आने की समस्या पर काबू पाना हो। रॉक शुगर यानी मिश्री हमेशा ही रिफाइंड शुगर और आर्टिफिशियल स्वीटनर्स का एक शानदार विकल्प रही है। क्योंकि ये गन्ने के रस से तैयार की जाती है इसलिए इसे प्राकृतिक मिठास देने वाले फूड्स में शामिल किया जाता है। यहां आप जानेंगे कि किन जगहों पर आप मिश्री को शहद के विकल्प के रूप में चुनेंगे तो हेल्थ को ज्यादा लाभ मिलेगा। साथ ही यह भी कि आपको कैसी मिश्री का चुनाव रना चाहिए...
बैली फैट कम करने के लिए
आप मीठा खाने के शौकीन हैं लेकिन अपनी कमर के चारों ओर जमा फैट को भी कम करना चाहते हैं तो डेली डायट में चीनी या रिफाइंड शुगर के स्थान पर मिश्री का उपयोग करें। क्योंकि चीनी की तुलना में इसमें कैलरी कम होती है। ये बॉडी में इलेक्ट्रोलाइट्स को बैलेंस करने में मदद करती है, इससे कमजोरी भी हावी नहीं होती है और बार-बार मीठा खाने की क्रेविंग भी शांत रहती है।
यहां बनाएं शहद का विकल्प
इसमें कोई शंका नहीं है कि शहद हमारी सेहत के लिए वरदान की तरह है। लेकिन शहद खाने का लाभ तभी मिलता है, जब आप इसे सही विधि से खाएं। ज्यादातर लोग जो डायटिंग कर रहे हैं या बैले फैट कम करना चाहते हैं, वे सुबह के समय गर्म पानी में शहद और नींबू मिलाकर उपयोग करते हैं। ये शहद उपयोग की खतरनाक विधि है। क्योंकि शहद को कभी भी गर्म चीजों के साथ या गर्म करके उपयोग नहीं करना चाहिए।
गर्म करने से शहद टॉक्सिक हो जाता है। लंबे समय तक यदि आप इसे गलत विधि से उपयोग करेंगे तो सेहत पर गंभीर असर देखने को मिल सकते हैं, जिनमें पाचन से संबंधिक क्रॉनिक डिजीज भी शामिल हैं। इसलिए गर्म दूध, गर्म पानी, गर्म खीर या किसी भी तेज गर्म पदार्थ में मिलाकर शहद का सेवन ना करें। बल्कि जरूरत होने पर आप बहुत हल्के गुनगुने दूध (जितना गर्म दूध 1 साल से कम उम्र के बच्चों को दिया जाता है) में इसका सेवन कर सकते हैं।
मिश्री का सही उपयोग
मिश्री को आप कभी भी और किसी भी फूड के साथ उपयोग में ले सकते हैं। हर दिन केवल 5 से 10 ग्राम मात्रा में इसका सेवन करके आप फैट को भी नियंत्रित कर सकते हैं और शुगर क्रेविंग को भी शांत रख सकते हैं। ऐसे खाएं मिश्री...
खाना खाने से पहले भी थोड़ी-सी मिश्री खा सकते हैं।
खाना खाने के बाद सौंफ के साथ मिश्री खाने से पाचन सही रहता है।
दूध में मिलाकर मिश्री लेने से शरीर स्वस्थ बनता है।
नींबू पानी में चीनी की जगह मिश्री मिलाकर लेने से कैलरी बैलेंस रहती हैं।
स्वीट क्रेविंग होने पर मिश्री खाने से फैट बढ़ने की चिंता नहीं होती।
कौन-सी मिश्री है बेस्ट?
यहां आपको मिश्री खाने के जितने भी फायदे बताए गए हैं, ये सभी धागे वाली मिश्री को ध्यान में रखकर बताए गए हैं। आमतौर पर जब आप मिश्री खरीदने जाते हैं तो आपको प्रॉसेस्ड और रिफाइंड मिश्री देखने को मिलती है। लेकिन जब आप शॉप कीपर से धागे वाली मिश्री की डिमांड करेंगे तभी वह आपको ये देता है। इसलिए ध्यान रखें, जब भी मिश्री लेने जाना है तो धागे वाली मिश्री ही लेनी है। इसे रॉक शुगर भी कहा जाता है। घर लाने के बाद तोड़कर या पीसकर भी आप इसका उपयोग कर सकते हैं।
डिसक्लेमर- मिश्री सेहत के लिए बहुत गुणकारी है। यदि आपको पहले से कोई हेल्थ इश्यू है तो इसे लेने से पहले डॉक्टर से सलाह करें।