वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे: डॉक्टर बत्रा ने बताए हेल्दी ब्रेन के सीक्रेट्स

इस वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे पर मैक्स हॉस्पिटल के न्यूरोलजिस्ट डॉक्टर अमित बत्रा बता रहे हैं, उन खास आदतों के बारे में जो ब्रेन ट्यूमर के खतरे को कम करती हैं...;

Update: 2025-06-08 07:39 GMT
ब्रेन को हेल्दी रखने के लिए अपनाएं ये टिप्स

Brain Tumour: भारत में हर साल करीब 28,000 लोग ब्रेन ट्यूमर का शिकार हो जाते हैं। इंडियन जर्नल ऑफ न्यूरोलॉजी (2025) के अनुसार, इनमें से कुछ ट्यूमर कैंसरयुक्त होते हैं, जबकि कुछ बिनाइन (गैर-कैंसरयुक्त) होते हैं। लेकिन दोनों ही स्थिति में यदि समय रहते जांच न हो तो ये गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन सकते हैं।

डॉक्टर्स का मानना है कि ब्रेन ट्यूमर के बढ़ते मामलों के पीछे जेनेटिक्स, रेडिएशन एक्सपोज़र, गलत लाइफस्टाइल और कुछ रेयर केसेज में कुछ वायरल इंफेक्शन भी ज़िम्मेदार हो सकते हैं। शुरुआती लक्षणों में लगातार सिरदर्द, देखने में दिक्कत, मितली, दौरे (seizures), संतुलन में कमी, याददाश्त की समस्या या व्यक्तित्व में बदलाव जैसे संकेत शामिल हो सकते हैं।


ब्रेन ट्यूमर के कारण और बचाव

ब्रेन ट्यूमर हमेशा किसी एक कारण से नहीं होते। जेनेटिक्स म्यूटेशन, अनुवांशिकता यानी हेरेडिटी, रेडिएशन एक्सपोजर और गलत लाइफस्टाइल जैसे कई कारण शामिल हैं। इस समस्या से कैसे बचा जा सकता है तो इस बारे में ये जरूर देखा गया है कि अच्छी नींद, सही खानपान, नियमित व्यायाम और स्ट्रेस मैनेजमेंट करके ब्रेन हेल्थ का ध्यान रखने से ब्रेन ट्यूमर के खतरे से काफी हद तक बचा जा सकता है।

इस वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे पर मैक्स हॉस्पिटल के न्यूरोलजिस्ट डॉक्टर अमित बत्रा बता रहे हैं, उन खास आदतों के बारे में जिन्हें अपनाकर आप ब्रेन ट्यूमर के खतरे को कम कर सकते हैं...


केवल बॉडी नहीं ब्रेन को भी फूड दें

डेली डायट में आप जो खाते हैं, वही फूड आपकी फिजिकल हेल्थ के साथ ही आपके ब्रेन के फंक्शन को भी तय करता है। ब्रेन को हेल्दी रखने के लिए ओमेगा-3 की आवश्यकता होती है। अखरोट, अलसी के बीज जैसे ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड्स नर्व्स को हेल्दी रखते हैं। अमरूद और अनार जैसे फल ब्रेन सेल्स को डैमेज होने से बचाते हैं।

डॉक्टर बत्रा कहते हैं कि घर का बना खाना जैसे, दाल-चावल, हरी सब्ज़ियां और पारंपरिक भोजन फिजिकल हेल्थ के साथ ही ब्रेन हेल्थ के लिए भी अच्छा होता है। इसलिए डेली लाइफ में पैकेज्ड और ऑयली फूड्स से बचना चाहिए क्योंकि ये ब्रेन हेल्थ को भी हानि पहुंचाता है। सुबह या शाम के नाश्ते में ऑइली स्नैक्स की जगह एक मुट्ठी ड्राइफ्रूट्स लेना ब्रेन हेल्थ के लिए अच्छा होता है। सुबह के नाश्ते में रातभर भिगोकर रखे गए अखरोट और बादाम काफी हेल्दी रहते हैं।

ऐक्टिव लाइफ जिएं

ऐक्टिव और हेल्दी ब्रेन के लिए जरूरी है कि आप सेडेंट्री लाइफस्टाइल से बचें। अधिक से अधिक समय ऐक्टिव रहने का प्रयास करें। यदि लंबी सिटिंग जॉब्स में भी हैं, तब भी जितना हो सके फिजिकली ऐक्टिव रहने का प्रयास करें। जैसे, वॉक करें, योग करें, जिम जाएं,रनिंग करें, डांस करें इत्यादि। साथ में बागवानी यानी गार्डनिंग और स्विमिंग या फिर बैडमिंटन जैसी ऐक्टिविटीज को अपनी डेली रुटीन लाइफ में शामिल करें। ये गतिविधियां ब्रेन में ब्लड फ्लो को बढ़ाती हैं और मेमॉरी पॉवर इंप्रूव करती हैं।

स्ट्रेस लेवल कम करें

इनसिक्यॉरिटी बढ़ाने वाले हमारे हॉर्मोन्स ब्रेन को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाते हैं। जैसे, अकेलापन और तनाव। जब इस तरह के इमोशन लंबे समय तक हावी रहते हैं तो नेगेटिव हॉर्मोन्स का सीक्रेशन बढ़ाते हैं। जैसे, कॉर्टिसोल, एड्रेनालिन और एस्ट्रोजन इ्त्यादि, जो पहले इमोशनल हेल्थ और फिर फिजिकल हेल्थ को खराब करते हैं।

स्क्रीन टाइम को सीमित रखें

लैपटॉप,टीवी, टैबलेट और मोबाइल की स्क्रीन पर कई-कई घंटे व्यस्त रहने के कारण न्यूरॉलजिकल हेल्थ प्रभावित होती है। इसलिए हर दिन कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें। क्योंकि नींद के दौरान ब्रेन खुद को डिटॉक्स करता है और यादें स्टोर करता है। रात में देर तक मोबाइल चलाना या जागते रहना इस प्रॉसेस में बाधा डालता है। रात सोते समय तेज लाइट जलाकर ना रखें। क्योंकि तेज लाइट हेल्दी नींद से जुड़े हॉर्मोन मेलाटॉनिन के सीक्रेशन को बाधित करती है।

ब्रेन ऐक्टिविटीज में इनवॉल्व रहें

कुछ ना कुछ नया सीखते रहना, किताबें पढ़ना, पहेलियां हल करना, अपनी किसी खास हॉबी के लिए समय निकालना जैसी ऐक्टिविटीज ब्रेन को हेल्दी रखने में बहुत सहायक होती हैं। जब आप मेंटल हेल्थ पर ध्यान देते हैं तो फिजिकल हेल्थ खुद-ब-खुद इंप्रूव होने लगती है और तनाव सहने की क्षमता भी बढ़ती है।


इनसे दूरी बनाए रखें

एल्कोहॉल और स्मोकिंग, ये दोनों ही फिजिकल हेल्थ के साथ ही ब्रेन हेल्थ के लिए भी बहुत घातक हैं। खास बात यह है कि दिल्ली-एनसीआर और अन्य महानगरों में रहने वाले लोगों की हेल्थ पर एयर पॉल्यूशन के कारण ही बुरा असर पड़ रहा है। ऐसे में स्मोकिंग करना लंग्स और ब्रेन हेल्थ के लिए कई गुना अधिक हार्मफुल हो जाता है। ऐसे फूड्स खाने से बचें, जिनमें पेस्टिसाइड्स (Pesticides) का अधिक यूज किया गया हो। इसलिए डिब्बाबंद और पैकेज्ड फूड से बचें। कई बार पेस्टिसाइट्स कार्सिनोजेन (Carcinogen) यानी कैंसर उत्पन्न करने वाला रोल प्ले करते हैं। इनका अधिक सेवन ब्रेन हेल्थ के लिए भी अच्छा नहीं होता है।


फैमिली हिस्ट्री है तब

डॉक्टर बत्रा कहते हैं कि अगर आपके परिवार में किसी ब्रेन ट्यूमर की हिस्ट्री है यानी पहले किसी को ये समस्या रही है, तब आपको अपनी ब्रेन हेल्थ को लेकर एक्स्ट्रा केयरफुल रहना चाहिए। ऐसे में आपको मेमॉरी से जुड़ी कोई समस्या हो रही हो या ब्रेन रिलेटेड कोई अन्य समस्या हो तो डॉक्टर से जल्द मिलना चाहिए। लापरवाही से बचें।


डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।

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