स्टेज 2 लिवर कैंसर के लक्षण-कारण और बचाव, जूझ रही हैं दीपिका कक्कड़
स्टेज 2 में सर्जरी द्वारा ट्यूमर हटाना काफी प्रभावी हो सकता है। लिवर की खास बात यह है कि इसका बचा हुआ हिस्सा भी शरीर की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होता है।;
Dipika Kakar Liver Cancer: टीवी इंडस्ट्री की जानी-मानी अदाकारा दीपिका कक्कड़ इन दिनों एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या से जूझ रही हैं।उन्हें स्टेज 2 लिवर कैंसर डायग्नोज़ हुआ है। उनके पति शोएब इब्राहिम ने यह जानकारी अपने व्लॉग के ज़रिए साझा की, जिससे सोशल मीडिया पर चिंता की लहर दौड़ गई।
दीपिका ने खुद अपने यूट्यूब चैनल पर खुलकर बताया कि वह यह सब इसलिए साझा करती हैं क्योंकि उन्हें अपने दर्शकों को भी परिवार का हिस्सा मानती हैं। उनके इस साहसिक कदम से एक बार फिर यह मुद्दा सामने आया है कि लिवर कैंसर को ‘साइलेंट किलर’ क्यों कहा जाता है और इस बीमारी की समय पर पहचान कितनी जरूरी है।
लिवर कैंसर के लक्षण
लिवर कैंसर के लक्षण जो शरीर बताता है और उन्हें हम अक्सर अनदेखा कर देते हैं...
अचानक वजन घटना
पीलिया (आंखों और त्वचा का पीला पड़ना)
पेट के दाईं तरफ दर्द या सूजन
थकान या कमजोरी
भूख में कमी
शुरुआती स्टेज में ये लक्षण इतने हल्के होते हैं कि आसानी से नजरअंदाज हो सकते हैं। कई बार सिर्फ रेगुलर हेल्थ चेकअप या स्क्रीनिंग से ही इसका पता चलता है।
लिवर कैंसर होने के प्रमुख कारण
शराब का अधिक सेवन – लिवर को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचाता है।
हेपेटाइटिस B और C – लंबे समय तक लिवर में इंफेक्शन बनाए रखते हैं।
फैटी लिवर डिज़ीज – खासकर Non-Alcoholic Fatty Liver Disease (NAFLD) आजकल तेजी से बढ़ रही है।
फंगल टॉक्सिन्स और प्रदूषण – जहरीले पदार्थ लिवर में कैंसरकारी बदलाव ला सकते हैं।
धूम्रपान और हार्मोन थेरेपी – रिसर्च से इनका भी संबंध पाया गया है।
क्या लिवर कैंसर से ठीक होना मुमकिन है?
हां, यदि समय रहते पता चल जाए तो स्टेज 2 में सर्जरी द्वारा ट्यूमर हटाना काफी प्रभावी हो सकता है। लिवर की खास बात यह है कि इसका बचा हुआ हिस्सा भी शरीर की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होता है।
नई तकनीकों जैसे ब्लड बायोमार्कर और जीनोमिक टेस्टिंग से रिकवरी की संभावनाएं और बढ़ गई हैं। इसलिए समय पर जांच और सटीक इलाज बेहद जरूरी है।
सावधानी ही सबसे बड़ा इलाज है
यदि आपका वजन अचानक कम हो रहा है या पीलिया जैसे लक्षण दिखें तो जांच ज़रूर करवाएं।
हेल्दी डाइट, नियमित व्यायाम, और अल्कोहल से दूरी लिवर को स्वस्थ रखने के सबसे बड़े मंत्र हैं।
जो लोग हाई रिस्क ग्रुप में आते हैं, उन्हें साल में एक बार लिवर फंक्शन टेस्ट करवाना चाहिए।
लिवर कैंसर की ये खबर एक चेतावनी है कि शरीर जब हमें संकेत दे तो उसे नजरअंदाज न करें। हमें अपने शरीर से जुड़ी छोटी-छोटी बातों को गंभीरता से लेना चाहिए। क्योंकि जो रोग समय से पकड़ा नहीं जाता, वो वक्त के साथ गंभीर रूप धारण कर सकता है। जागरूक रहें, समय पर जांच कराएं और अपने शरीर के प्रति ईमानदार रहें।
डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।