हर साल 1.8 करोड़ की जान ले रही है ये खामोश बीमारी
हर साल दिल की बीमारियाँ 1.8 करोड़ लोगों की जान लेती हैं। सही जीवनशैली, समय पर लक्षण पहचान और इलाज से इससे बचा जा सकता है।;
दुनिया भर में पिछले दो दशकों से दिल की बीमारियाँ मौत का सबसे बड़ा कारण बनी हुई हैं। विशेष रूप से हार्ट अटैक (दिल का दौरा) ऐसी गंभीर स्थिति है, जिसमें इंसान की जान अचानक चली जाती है और कई बार मरीज को इसके लक्षणों का अहसास भी नहीं होता। हालात इतने गंभीर हैं कि हर साल करीब 1.8 करोड़ लोग दिल से जुड़ी बीमारियों के चलते अपनी जान गंवा देते हैं। आइए जानते हैं इसके कारण, लक्षण, जोखिम और बचाव के उपाय।
दिल की बीमारी: एक खामोश कातिल
आज के दौर में जंक फूड, तला-भुना खाना और शारीरिक निष्क्रियता दिल की बीमारियों को खुला न्योता दे रहे हैं। कई बार यह बीमारी इतनी चुपचाप बढ़ती है कि पता ही नहीं चलता और सोते हुए मौत हो जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, सालाना लगभग 17.9 मिलियन (1.79 करोड़) लोगों की मौत दिल से जुड़ी बीमारियों से होती है। इसमें हार्ट अटैक, कोरोनरी आर्टरी डिजीज, सेरेब्रोवैस्कुलर डिजीज (जैसे स्ट्रोक) प्रमुख हैं। इनमें से 80% मौतें हार्ट अटैक या स्ट्रोक की वजह से होती हैं।
25 साल से लगातार नंबर-1 किलर
दिल की बीमारी कोई नई बात नहीं है। वर्ष 2000 से लेकर अब तक, यह सबसे ज्यादा जान लेने वाली गैर-संक्रामक बीमारी बनी हुई है। चिकित्सा क्षेत्र में तमाम प्रगति और जागरूकता के बावजूद इसे पूरी तरह से रोका नहीं जा सका है।
हार्ट अटैक के 8 प्रमुख लक्षण – इन्हें न करें नजरअंदाज
WHO के अनुसार, अगर आप नीचे दिए गए लक्षणों में से कोई भी अनुभव करें, तो यह हार्ट अटैक के संकेत हो सकते हैं। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
सीने में दबाव या दर्द
बाएं कंधे, हाथ या कमर में दर्द
सांस फूलना
जी मिचलाना या उल्टी
सिर घूमना
ठंडा पसीना आना
शरीर का पीला पड़ना
अचानक बेहोशी
दिल के मरीजों के लिए जरूरी दवाएं
दिल की बीमारियों का इलाज उनके कारणों पर निर्भर करता है, लेकिन आम तौर पर इन दवाओं का उपयोग किया जाता है:
एस्पिरिन: खून को पतला करने में मदद करता है
स्टेटिन्स: कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए
बीटा ब्लॉकर्स: दिल की गति और रक्तचाप नियंत्रित करते हैं
ACE इनहिबिटर्स: ब्लड प्रेशर कम करने और दिल की कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए
(इन दवाओं का सेवन डॉक्टर की सलाह से ही करें)
किन लोगों को होता है सबसे ज्यादा खतरा?
दिल की बीमारियों के मुख्य जोखिम कारक आपकी जीवनशैली से जुड़े होते हैं:
असंतुलित और अस्वस्थ आहार
शारीरिक गतिविधि की कमी
धूम्रपान और तंबाकू का सेवन
अत्यधिक शराब पीना
हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और मोटापा
इन चीजों से रहें दूर
अगर आप दिल की बीमारियों से बचना चाहते हैं तो इन चीजों का सेवन कम से कम करें या पूरी तरह से बंद कर दें:
अतिरिक्त नमक और चीनी
सैचुरेटेड फैट और ट्रांस फैट्स
रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट
कार्बोनेटेड ड्रिंक्स (जैसे सोडा)
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड
एल्कोहॉल