ये एक लापरवाही प्रोस्टेट कैंसर का खतरा 40 प्रतिशत तक बढ़ा देती है!
फिटनेस से जुड़ी ये लापरवाही करने पर प्रोस्टेट कैंसर का खतरा 40 प्रतिशत तक बढ़ जाता है, 40 की उम्र के बाद पुरुषों के लिए जरूरी है इन बातों को लेकर सतर्कता बरतना;
Prostate cancer Prevention: पुरुषों में क्यों बढ़ रहे हैं प्रोस्टेट कैंसर के मामले? इससे बचाव के लिए क्या करना चाहिए? इस बारे में जानने के लिए हमने बात की धर्मशिला नारायणा हॉस्पिटल के ऑन्कॉलजी डिपार्टमेंट की हेड और कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉक्टर कनिका सूद शर्मा से...
कब शुरू होता है खतरा?
आमतौर पर 40 की उम्र के बाद पुरुषों में पेट निकलने की समस्या यानी पेट पर फैट जमा होने की समस्या अधिक देखने को मिलती है। इसके साथ ही 40 की उम्र के बाद प्रोस्टेट का आकार बढ़ने लगना भी बहुत सामान्य है। क्योंकि पुरुषों में उम्र बढ़ने के साथ प्रोस्टेट के आकार में भी वृद्धि होती है। अगर किसी कारण से ये वृद्धि असामान्य रूप से होने लगे तो कैंसर का कारण बन सकती है। इसलिए इन दोनों पर ही ( पेट का साइज बढ़ना और प्रोस्टेट का साइज बढ़ना) यदि सही समय पर और सही तरीके से ध्यान ना दिया जाए तो प्रोस्टेट कैंसर का खतरा 40 गुना तक बढ़ सकता है।
पुरुषों में दूसरा सबसे अधिक होने वाला कैंसर
प्रोस्टेट कैंसर के कोई शुरुआती लक्षण नज़र नहीं आते हैं। यह एक बड़ा कारण है कि इस कैंसर के बारे में तब पता चलता है, जब स्थिति बिगड़ चुकी होती है। दुनियाभर के आंकड़ों को ध्यान में रखकर बात की जाए तो प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में होने वाला दूसरा सबसे कॉमन कैंसर है। पहले नंबर पर लंग कैंसर आता है।
वहीं अगर भारतीय पुरुषों की बात की जाए तो यह तीसरा सबसे कॉमन कैंसर है। क्योंकि भारतीय पुरुषों में पहले नंबर पर सबसे अधिक होने वाला कैंसर मुंह का कैंसर है, जिसका मुख्य कारण तंबाकू है। वहीं, दूसरे नंबर पर फेफड़ों का कैंसर आता है। फिर तीसरे नंबर पर प्रोस्टेट कैंसर आता है। यह जानकारी Globocan 2022 और National Cancer Institute (NCI) की रिपोर्ट पर आधारित है।
अलग-अलग रिसर्च बताती हैं कि असामान्य रूप से बढ़ रहा प्रोस्टेट का साइज या पेट पर जमा फैट, प्रोस्टेट कैंसर का खतरा 40 गुना तक बढ़ा सकते हैं। वहीं, साल 2022 में छपी एक प्रमुख स्टडी “Obesity and Prostate Cancer Risk: A Global Meta-Analysis” (European Urology Journal) ये साबित करती है कि “बढ़ता हुआ बेली फैट प्रोस्टेट कैंसर के अडवांस स्टेज के रिस्क को लगभग 34% तक बढ़ा सकता है।”
प्रोस्टेट कैंसर के मुख्य कारण
डॉक्टर कनिका कहती हैं कि कोई भी कैंसर किसी एक कारण से नहीं होता। इनके कई कारण हो सकते हैं। इनमें से कुछ मेजर पॉइंट्स ये हैं...
प्रोस्टेट के साइज में असामान्य वृद्धि
पेट पर बहुत अधिक फैट जमा होना
शारीरिक गतिविधि जैसे, वॉक, योग, एक्सर्साइज इत्यादि ना करना
स्वास्थ्य शिक्षा का अभाव
रोज के भोजन में सही पोषण का अभाव
डेली रुटीन में कई-कई घंटे एक ही स्थान पर बैठे रहना
कैंसर स्क्रीनिंग को लेकर जागरूकता की कमी
प्रोस्टेट कैंसर से बचने के लिए क्या करें?
बचाव के तरीके बताते हुए डॉक्टर सूद मुस्कुराते हुए कहती हैं 'अभी जो कारण बताए हैं, सबसे पहले तो इन्हें नहीं करना है। इनसे बचाव करेंगे तो आधा रिस्क अपने आप ही दूर हो जाएगा!' इनके साथ ही कुछ और बातों का भी ध्यान रखना है जैसे...
50 की उम्र के बाद पुरुषों को अपना PSA टेस्ट जरूर कराना चाहिए। इसकी आवश्यकता तब और अधिक बढ़ जाती है, अगर आपके परिवार में पहले किसी को ये समस्या हुई हो।
अगर पेशाब के रंग में कोई गंभीर परिवर्तन दिखे, जैसे रक्त आना इत्यादि। यूरिन पास करते समय दर्द होने की समस्या हो तो डॉक्टर मिलें।
इस बात को जरूर जान लें
डॉक्टर कनिका कहती हैं 'यदि प्रोस्टेट कैंसर का पता शुरुआती स्तर पर ही चल जाए तो व्यक्ति की स्थिति में सुधार के चांस 95 प्रतिशत तक होते हैं। इसका मतलब ये नहीं है कि कैंसर ठीक हो जाता है लेकिन स्थिति बिगड़ने से बचाई जा सकती है और व्यक्ति दवाओं और सही देखरेख के साथ लंबा और स्वस्थ जीवन जी सकता है। लेकिन ऐसा ना हो पाने पर स्थिति हाथ से निकल जाती है। इसलिए पुरुषों को चाहिए कि ये अपने स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही ना बरतें और 40 की उम्र के बाद शारीरिक रूप से अधिक ऐक्टिव रहने का प्रयास करें। साथ ही 50 की उम्र के बाद जरूरी मेडिकल जांच समय-समय पर कराते रहें। '
डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।