भारी वजन उठाने से हो सकती है ये गंभीर बीमारी, करानी पड़ेगी सर्जरी!

बिना आदत के अचानक भारी चीजें उठाना या जिम जाकर पहले दिन से ही भारी वेट उठाने की कोशिश करना, इससे केवल मसल्स के खिंचाव तक सीमित रहने वाली समस्या नहीं होती। बल्कि;

Update: 2025-05-22 18:40 GMT
शरीर में दिखने वाली सभी गांठ कैंसर नहीं होती हैं। ये हर्निया भी हो सकता है!

Hernia Cause Symptoms And Treatment: हर्निया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर के किसी अंग या टिशू का एक भाग अपनी सामान्य जगह से खिसककर किसी कमजोर मांसपेशी या ऊतक की दीवार से बाहर निकल आता है। ये अक्सर पेट की दीवार में होता है, पर शरीर के अन्य हिस्सों में भी हो सकता है। बाहर निकला हिस्सा आमतौर पर एक उभार या सूजन के रूप में दिखाई देता है, जो खांसने, उठने या ज़्यादा ज़ोर लगाने पर बढ़ जाता है।

हर्निया क्यों होता है?

हर्निया मुख्य रूप से तब होता है जब किसी हिस्से की मांसपेशियों में कमजोरी हो जाती है और आंतरिक दबाव बढ़ जाता है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं...

भारी वजन उठाना

लंबे समय से कब्ज या खांसी

प्रेग्नेंसी के दौरान पेट पर दबाव

अधिक मोटापा

जन्मजात मांसपेशियों की कमजोरी

सर्जरी के बाद की कमजोरी

 Journal of the American College of Surgeons, 2020 की एक स्टडी के अनुसार, हर्निया के लिए मसल वॉल डिफेक्ट्स सबसे बड़ा कारण माने जाते हैं।

हर्निया के प्रकार

इनगुइनल हर्निया (Inguinal Hernia)

सबसे आम प्रकार, जो ज्यादातर पुरुषों में होता है। आंतें पेट की निचली दीवार से ग्रोइन (जांघ के पास) की ओर निकलती हैं।

फेमोरल हर्निया (Femoral Hernia)

महिलाओं में अधिक सामान्य। यह आंत की एक गांठ के रूप में जांघ के ऊपरी हिस्से में उभरता है।

अम्बिलिकल हर्निया (Umbilical Hernia)

नाभि के पास होता है। यह शिशुओं में अधिक देखा जाता है। लेकिन वयस्कों में भी हो सकता है।

इंसिजनल हर्निया (Incisional Hernia)

किसी पुरानी सर्जरी के स्थान पर होता है जहां मांसपेशी कमजोर हो जाती है।

हायेटल हर्निया (Hiatal Hernia)

यह पेट का ऊपरी हिस्सा डायाफ्राम के जरिए छाती में चला जाता है। इससे एसिड रिफ्लक्स जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

हर्निया का इलाज क्या है?

हर्निया का केवल एक ही स्थायी इलाज है- सर्जरी। शुरुआती स्तर पर डॉक्टर स्थिति को मॉनिटर करते हैं। लेकिन यदि हर्निया बढ़ने लगे या दर्द दे तो ऑपरेशन अनिवार्य हो जाता है। हालांकि सर्जरी के भी कई प्रकार हैं और डॉक्टर मरीज की स्थिति और सुविधा के अनुसार इनका सुझाव देते हैं...

ओपन सर्जरी: जिसमें हर्निया को अंदर कर मांसपेशी को टांकों या मेश (mesh) से मजबूत किया जाता है।

लेप्रोस्कोपिक सर्जरी: छोटे चीरे के माध्यम से की जाती है, जिसमें रिकवरी जल्दी होती है।

World Journal of Surgery के अनुसार, लेप्रोस्कोपिक सर्जरी से रिकवरी 30% तेजी से होती है।

हर्निया से बचने के उपाय

भारी वजन उठाने से बचें, या सही पोजीशन में उठाएं

कब्ज न होने दें, फाइबर युक्त भोजन करें

धूम्रपान और शराब से परहेज करें

वजन नियंत्रित रखें

खांसते समय पेट को सपोर्ट करें

पोस्ट सर्जरी शरीर को आराम दें

नियमित व्यायाम करें। लेकिन बहुत अधिक वजन उठाने वाले या मसल्स को तनाव देने वाले व्यायाम और एक्सर्साइज एक्सपर्ट्स की देखरेख में ही करने चाहिए। 

अगर हर्निया को अनदेखा किया जाए...

यदि हर्निया का समय रहते इलाज न किया जाए तो यह strangulated हर्निया में बदल सकता है, जिसमें बाहर निकला हिस्सा रक्त प्रवाह से कट जाता है। इससे गंभीर जटिलताएं और मृत्यु तक हो सकती है। ऐसे में तुरंत मेडिकल इमरजेंसी ज़रूरी होती है।


हालांकि हर्निया एक आम बीमारी है। लेकिन यह सही जानकारी और इलाज से पूरी तरह नियंत्रित और ठीक की जा सकती है। अगर आपके पेट में कोई उभार, दर्द या असहजता हो रही है तो उसे नजरअंदाज न करें – डॉक्टर से मिलें।

डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।

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