जानें क्या है लॉन्ग कोविड? ठीक होने के बाद भी दिखते हैं लक्षण
New Corona Cases in India: कोरोना अब भी पूरी तरह गया नहीं है. वायरस भले ही हल्का हो, लेकिन इसके लंबे असर और तेजी से फैलने की क्षमता गंभीर हो सकती है. लॉन्ग कोविड को नजरअंदाज न करें.;
Corona Infection 2025: ऐसा लग रहा था कि कोरोना अब पीछे छूट चुका है. लेकिन मई 2025 में एक बार फिर इसके मामले तेजी से बढ़ने लगे. जहां कुछ महीने पहले तक लोग राहत की सांस ले रहे थे. वहीं, अब फिर से मास्क, सैनिटाइज़र और सावधानी बरतने की जरूरत महसूस हो रही है. कोरोना का नया वैरिएंट NB.1.8.1 धीरे-धीरे फैल रहा है. यह ज्यादा गंभीर तो नहीं, लेकिन तेजी से संक्रमण फैलाने की क्षमता रखता है. इसके साथ एक और चिंता का विषय है— 'लॉन्ग कोविड', यानी वो लक्षण जो बीमारी के ठीक होने के बाद भी लोगों को महीनों परेशान कर रहे हैं.
ताजा हालात
देश में फिलहाल 7,264 एक्टिव केस हैं. पिछले 24 घंटों में 119 नए मरीज सामने आए हैं. 11 लोगों की मौत भी कोरोना से हुई है. साल 2025 में अब तक 108 मौतें हो चुकी हैं.
मुख्य वजह
कोरोना के NB.1.8.1 वैरिएंट के मामले सबसे ज्यादा सामने आ रहे हैं. यह वैरिएंट गंभीर बीमारी नहीं फैला रहा है. लेकिन संक्रमण तेजी से फैला सकता है, जो चिंता का विषय है. डॉक्टरों ने लोगों को सतर्क रहने को कहा है, खासकर बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. मास्क पहनना, हाथ धोना और भीड़ से बचना जरूरी है.
लॉन्ग कोविड
लॉन्ग कोविड उन समस्याओं को कहा जाता है, जो कोरोना से ठीक होने के बाद भी लंबे समय तक बनी रहती हैं. जैसे कि थकान, सांस की तकलीफ, सिरदर्द, मानसिक तनाव आदि.
एक रिसर्च के मुताबिक, हर 5 में से 1 इंसान को एक साल बाद भी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बनी रहती हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, कोविड के कारण दिल से जुड़ी बीमारियों और मौतों में बढ़ोतरी हुई है. साल 2020 से अब तक घर पर दिल के मरीजों की मौतें बढ़ गई हैं. इसकी एक वजह ये भी हो सकती है कि महामारी के दौरान इलाज और देखभाल में कमी आई है.