गर्मी में जरूर जानें दही खाने का सही समय और तरीका, मिलेंगे कई गुना फायदे

दही सेहत के लिए बहुत गुणकारी होती है। पाचन सही रखने से लेकर शरीर को हाइड्रेट रखने तक, दही कई लाभ पहुंचाती है। यहां जानें, दही से जुड़ी कुछ जरूरी बातें...;

Update: 2025-03-30 12:28 GMT

दही एक ऐसा भोज्य पदार्थ है, जिसका सेवन गर्मियां शुरू होते ही कई गुना बढ़ जाता है। इसलिए हम आपके लिए लाए हैं, दही से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां, जिन्हें जानने के बाद आप दही खाकर अधिक स्वस्थ रह सकते हैं। क्योंकि दही को सुपरफूड माना जाता है, जो प्रोबायोटिक्स, कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर होता है। लेकिन क्या ये सच में हर किसी के लिए फायदेमंद है... इसका जवाब ज्यादातर लोग नहीं जानते।

कई लोग दही को इसलिए खाना पसंद करते हैं क्योंकि इसे पचाने में आसानी और इसका स्वाद तो लाजवाब होता ही है। लेकिन इसकी गुणवत्ता, सेवन का समय और व्यक्ति की शारीरिक प्रकृति पर निर्भर करता है कि दही का सेवन करना चाहिए या नहीं। बाजार में मिलने वाले कुछ दही अधिक शक्कर और केमिकल से भरे होते हैं, जिससे ये बॉडी के लिए हेल्दी की जगह अनहेल्दी अधिक हो जाते हैं

आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान के अनुसार, कुछ गलत आदतें दही से होने वाले फायदों को नुकसान में बदल सकती हैं। आइए जानते हैं दही से जुड़ी कुछ आम भ्रांतियां और इसे सही तरीके से खाने की विधि...


दही से जुड़े आम मिथक और उनकी सच्चाई

मिथक 1- हर तरह का दही सेहतमंद होती है

सच्चाई- हर दही सेहत के लिए लाभकारी नहीं होती। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, बाजार में मिलने वाले दही में कई बार शक्कर, कृत्रिम फ्लेवर और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं, जो इसके गुणों को कम कर देते हैं। जैसे, फ्लेवर्ड दही में 4-5 चम्मच तक शक्कर हो सकती है, जो ब्लड शुगर बढ़ा सकती है। प्रिजर्वेटिव्स का असर आंतों के अच्छे बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे पाचन तंत्र कमजोर होता है। इसलिए अच्छा यही होता है कि आप बिना मिलावट वाली घर की बनी दही खाएं।

मिथक 2: दही सभी के लिए फायदेमंद होती है

सच्चाई: हर किसी को दही फायदा नहीं पहुंचाती। क्योंकि दुनियाभर में लगभग 65% वयस्कों को दूध से बनी चीजें पचाने में दिक्कत होती है, जिससे गैस, सूजन या डायरिया हो सकता है। कुछ लोगों को दूध के प्रोटीन से एलर्जी होती है, जिससे त्वचा पर रैशेज या सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। जिन लोगों को दूध से दिक्कत होती है, वे नारियल, सोया या बादाम से बने प्लांट-बेस्ड दही का सेवन कर सकते हैं।

मिथक 3: रात में दही खाना सेहत के लिए अच्छा होता है

सच्चाई: आयुर्वेद के अनुसार, दही खाने का सही समय बेहद जरूरी है। विशेषज्ञ बताते हैं कि रात में दही खाना बलगम बढ़ा सकता है और पाचन को बिगाड़ सकता है। दोपहर के समय दही खाना सबसे अधिक लाभकारी होता है। सूरज ढलने के बाद दही का सेवन आयुर्वेद में मना किया गया है। दही को भोजन के साथ नहीं खाना चाहिए बल्कि अकेले खाना चाहिए। इसलिए नाश्ते और दोपहर के भोजन के बीच का समय या दोपहर के भोजन के दो घंटे बाद का समय दही खाने के लिए सबसे उत्तम बताया गया है। जिनका शरीर पित्त प्रधान (गर्म प्रवृत्ति) है, उन्हें दही से परहेज करना चाहिए क्योंकि यह अम्लता और जलन बढ़ा सकता है।

दही खाने का सही तरीका

 दही में भुना हुआ जीरा या अदरक मिलाकर खाएं।

फ्रिज में ठंडी की हुई दही के स्थान पर कमरे के तापमान पर रखी दही ज्यादा फायदेमंद होती है।

दही को अधिक मात्रा में खाने से बचें, दिनभर में ½ से 1 कप दही पर्याप्त होती है।

स्वाद बढ़ाने के लिए दही में एक चम्मच चीनी मिलाकर खा सकते हैं।

दही को नमक के साथ नहीं खाना चाहिए। इसलिए भोजन के साथ दही नहीं खानी चाहिए।

इसमें कोई शक नहीं है कि दही सेहत के लिए बहुत अधिक लाभकारी होती है। लेकिन खाने वाले व्यक्ति को इसे खाने का सही समय और विधि पता होनी चाहिए। तभी इसके गुणों का भरपूर लाभ लिया जा सकता है। 

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