थकान-कमजोरी और गले में लिम्फ नोड्स, ये हो सकते हैं किसिंग डिजीज के लक्षण
बहुत जल्दी थक जाना, हर समय वीकनेस फील होना, गले में लिम्फ नोड्स का सूजना। साथ ही बुखार, मांसपेशियों में जकड़न की समस्या, ये किसिंग डिजीज के लक्षण हो सकते हैं...;
क्या आपने कभी सोचा है कि साधारण-सी लगने वाली गले की खराश किसी गंभीर संक्रमण का संकेत हो सकती है? ऐसा संक्रमण, जो आपको गंभीर रूप से बीमार भी बना सकता है या इसका वायरस लंबे समय तक आपके शरीर में निष्क्रिय भी पड़ा रह सकता है! दुनियाभर में अधिकांश लोग अपने जीवन में कम से कम एक बार एप्स्टीन-बार वायरस (EBV) से संक्रमित होते हैं। यह हर्पीस वायरस परिवार का एक हिस्सा है, जो कई बीमारियों का कारण बन सकता है। हालांकि, यह शरीर में प्रवेश करने के बाद लंबे समय तक निष्क्रिय रह सकता है और कभी-कभी दोबारा सक्रिय भी हो सकता है। आइए जानते हैं कि यह वायरस क्या है, इसके लक्षण, कारण, बचाव और उपचार के उपाय क्या हैं...
एप्स्टीन-बार वायरस क्या है?
एप्स्टीन-बार वायरस को ह्यूमन हर्पीस वायरस-4 (Human Herpesvirus-4) भी कहा जाता है। यह मुख्य रूप से लार (Saliva) के माध्यम से फैलता है, इसलिए इसे "किसिंग डिजीज (Kissing Disease)" भी कहा जाता है। यह संक्रमित रक्त, शारीरिक द्रव्यों और अंग प्रत्यारोपण के जरिए भी फैल सकता है।
एप्स्टीन-बार वायरस के संक्रमण के कारण
एप्स्टीन-बार वायरस के फैलने के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं...
लार के माध्यम से- संक्रमित व्यक्ति के साथ किस करने से, संक्रमित बर्तन, चम्मच या गिलास साझा करने से, छींकने या खांसने से निकलने वाली बूंदों से।
रक्त और अन्य शारीरिक द्रव्यों से- संक्रमित व्यक्ति के रक्त संक्रमण से संक्रमित सुई या चिकित्सा उपकरणों के उपयोग से, असुरक्षित यौन संबंध के माध्यम से।
अंग प्रत्यारोपण- यदि संक्रमित व्यक्ति का अंग किसी अन्य व्यक्ति को प्रत्यारोपित किया जाए तो EBV फैल सकता है।
एप्स्टीन-बार वायरस के लक्षण
अधिकांश मामलों में इसका संक्रमण हल्का होता है या लक्षण दिखाई नहीं देते। लेकिन कुछ लोगों में संक्रामक मोनोन्यूक्लिओसिस (Mononucleosis) हो सकता है, जिसके लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं...
तेज बुखार
गले में खराश और सूजन
अत्यधिक थकान और कमजोरी
गर्दन और बगल में लिम्फ नोड्स की सूजन
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
भूख न लगना और वजन कम होना
सिरदर्द
लीवर और स्पलीन (तिल्ली) में सूजन
एप्स्टीन-बार वायरस से जुड़ी संभावित जटिलताएं
अधिकांश मामलों में EBV संक्रमण गंभीर नहीं होता। लेकिन कुछ स्थितियों में यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। जैसे...
क्रोनिक एक्टिव EBV इंफेक्शन (CAEBV): लंबे समय तक संक्रमण का बने रहना।
लीवर संक्रमण (Hepatitis): लीवर में सूजन और खराबी।
तिल्ली का बढ़ना: जिससे आंतरिक रक्तस्राव का खतरा बढ़ सकता है।
आटोइम्यून बीमारियां: EBV संक्रमण लुपस (Lupus), मल्टीपल स्क्लेरोसिस (Multiple Sclerosis) जैसी बीमारियों को ट्रिगर कर सकता है।
कैंसर: EBV कुछ प्रकार के लिम्फोमा (Lymphoma) और नाक व गले के कैंसर से जुड़ा हो सकता है।
एप्स्टीन-बार वायरस का निदान कैसे किया जाता है?
यदि किसी व्यक्ति में लंबे समय तक थकान, बुखार और गले में खराश के लक्षण बने रहते हैं तो डॉक्टर निम्नलिखित परीक्षण कर सकते हैं...
EBV एंटीबॉडी टेस्ट: शरीर में EBV संक्रमण की उपस्थिति की पुष्टि करता है।
मोनो स्पॉट टेस्ट: मोनोन्यूक्लिओसिस संक्रमण की जांच के लिए किया जाता है।
सीबीसी (Complete Blood Count): शरीर में संक्रमण और सफेद रक्त कोशिकाओं की स्थिति दर्शाता है।
एप्स्टीन-बार वायरस का उपचार
EBV संक्रमण के लिए कोई विशेष एंटीवायरल दवा उपलब्ध नहीं है। ज्यादातर मामलों में, यह कुछ हफ्तों में खुद ठीक हो जाता है। लेकिन लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं...
पर्याप्त आराम लें: शरीर को ठीक होने के लिए आराम की जरूरत होती है।
हाइड्रेटेड रहें: खूब पानी और तरल पदार्थ पिएं ताकि शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल सकें।
गले की देखभाल करें: गर्म पानी और नमक के गरारे करें।
गले की खराश के लिए शहद और अदरक वाली चाय पिएं।
दर्द और बुखार के लिए दवा लें: पेरासिटामोल या इबुप्रोफेन बुखार और दर्द में राहत देती हैं।
तनाव और भारी व्यायाम से बचें: संक्रमण के दौरान अधिक शारीरिक गतिविधि करने से तिल्ली फटने (Splenic Rupture) का खतरा बढ़ सकता है।
एप्स्टीन-बार वायरस से बचाव कैसे करें?
इस वायरस से पूरी तरह बचना मुश्किल है, क्योंकि यह बहुत सामान्य है। लेकिन कुछ सावधानियां बरतकर संक्रमण के खतरे को कम किया जा सकता है:
स्वच्छता का ध्यान रखें: खाने से पहले और शौचालय के बाद हाथ धोएं। संक्रमित व्यक्ति के बर्तन, गिलास और तौलिया साझा न करें।सुरक्षित यौन संबंध बनाए रखें।
बीमार व्यक्ति के संपर्क से बचें: खासकर लार या खांसने-छींकने से निकलने वाली बूंदों से।
एप्स्टीन-बार वायरस एक आम संक्रमण है, जो अधिकतर मामलों में हल्का रहता है। लेकिन कुछ लोगों में यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। सही बचाव, स्वच्छता और स्वास्थ्य का ध्यान रखकर इसके संक्रमण के जोखिम को कम किया जा सकता है। अगर आपको बार-बार थकान, बुखार और गले में खराश की समस्या हो रही है तो इसे नज़रअंदाज न करें और जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलें। आपकी सेहत सबसे महत्वपूर्ण है।