केरल में निपाहा वायरस की पुष्टि, 14 वर्षीय किशोर की मौत : स्वास्थ्य मंत्री

केरल में एक बार फिर से निपाहा वायरस का प्रकोप देखने को मिल रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पांडिक्कड़ के इस लड़के को रविवार सुबह 10.50 बजे दिल का दौरा पड़ा और उसे बचाने के सभी प्रयास विफल रहे.

Update: 2024-07-21 08:26 GMT

Nipaha Virus: केरल में एक बार फिर से निपाहा वायरस का प्रकोप देखने को मिल रहा है. इस वायरस के संक्रमण से 14 साल के किशोर को अपनी जान गवानी पड़ी है. उसकी मौत रविवार ( 21 जुलाई ) को अस्पताल में हुई. उसका उपचार कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा था. उसे वेंटीलेटर पर रखा गया था, क्योंकि उसे सांस लेने में तकलीफ बनी हुई थी. इस बात की पुष्टि खुद केरल सरकार की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने की. जिन्होंने बताया कि 14 वर्षीय किशोर मल्लपुरम का रहने वाला था. वहीँ इस खबर से पूरे प्रदेश में हडकंप मच गया है. केरल सरकार ने भी कुछ इलाकों को चिन्हित करते हुए वहां पर संक्रमण से बचने के लिए एहतियात बरतने जैसे मास्क लगाने आदि के निर्देश दिए हैं.

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि निपाह संक्रमण के कारण कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज करा रहे मलप्पुरम के 14 वर्षीय लड़के की रविवार को मौत हो गई. जॉर्ज ने बताया कि पांडिक्कड़ के इस लड़के को रविवार सुबह 10.50 बजे दिल का दौरा पड़ा और उसे बचाने के सभी प्रयास विफल रहे.
जॉर्ज ने बताया कि " 14 साल के किशोर को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था. आज सुबह उसका यूरिन पास होना कम हो चुका था. रविवार सुभ उसे तीव्र हृदयाघात आया, जिसकी वजह से उसे बचाने के सभी प्रयास विफल हो गए और सुबह 11.30 बजे उसका निधन हो गया."
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि किशोर की अंत्येष्टि अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के अनुसार की जाएगी. उन्होंने कहा, "अंतिम संस्कार के बारे में आगे की बातें तभी तय की जाएंगी जब जिला कलेक्टर लड़के के माता-पिता और परिवार के साथ चर्चा कर लेंगे."

निपाहा वायरस की हो चुकी है पुष्टि
इससे पहले, मलप्पुरम में मीडिया से बातचीत करते हुए स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा कि पुणे एनआईवी (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी) ने लड़के में संक्रमण की पुष्टि की है. उन्होंने कहा, "संपर्क ट्रेसिंग शुरू कर दी गई है. उच्च जोखिम वाले संपर्कों को पहले ही अलग कर दिया गया है और उनके नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं."

पांडिक्कड़ है वायरस का केंद्र
स्वास्थ्य मंत्री ने जॉर्ज ने कहा कि इस वायरस का एपीसेंटर जिले का पांडिक्कड़ है. इसकी पहचान होने के बाद से ही एहतियाती कदम शुरू कर दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि बिमारी के इस एपीसेंटर वाले इलाके और इसके आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों को सार्वजानिक स्थानों में मास्क पहन कर जाने के लिए कहा गया है. इसके अलावा इन इलाकों के अस्पतालों व स्वास्थ्य केन्द्रों में आने जाने वाले और रहने वाले लोगों को भी ये सलाह दी गयी है कि मास्क जरुर लगाएं और मरीजों से मिलने से बचने को कहा.

आइसोलेशन वार्ड, आईसीयू किये स्थापित, दावा के भी जल्द पहुँचने की उम्मीद
मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा कि इस बीमारी में कारगर मोनोक्लोनल एंटीबॉडी, जिसे पिछली बार ऑस्ट्रेलिया से खरीदा गया था और पुणे एनआईवी में संग्रहीत किया गया था, उसके रविवार को राज्य में पहुंचने की पूरी उम्मीद है. इसके आने से ऐसे रोगियों के उपचार तेज और प्रभावी ढंग से हो पायेंगे. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने मंजेरी मेडिकल कॉलेज में 30 आइसोलेशन कक्ष और 6 बिस्तरों वाला आईसीयू भी स्थापित किया है. वहीँ संक्रमित लड़के के संपर्क में आए सभी लोगों को अलग कर दिया गया है.

(एजेंसी इनपुट्स के साथ)


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