हीमोग्लोबिन कम होने के लक्षण, ये घरेलू चीजें खाने से मिलेगा फायदा
हीमोग्लोबिन शरीर के लिए एक आवश्यक प्रोटीन है, जिसकी कमी शरीर को कमजोर और बीमार बनाती है। घरेलू आहार को सही रूप से लेकर भी इसकी कमी को पूरा किया जा सकता है...;
हीमोग्लोबिन का संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी होता है। इसकी कमी से एनीमिया जैसी गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है। अक्सर लोग इसके लक्षणों को पहचान नहीं पाते क्योंकि यह सीधे तौर पर दिखाई नहीं देता। हीमोग्लोबिन की कमी का पता आमतौर पर ब्लड टेस्ट के माध्यम से ही चलता है। लेकिन ऐसे बहुत सारे लक्षण हमारे शरीर में दिखाई देते हैं, जिनसे हमें यह संकेत मिलता है कि हीमोग्लोबिन चेक करा लेना चाहिए...
क्या होता है हीमोग्लोबिन?
हीमोग्लोबिन एक प्रकार का मेटल प्रोटीन होता है, जो शरीर की लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाता है। इसका मुख्य कार्य शरीर के विभिन्न हिस्सों तक ऑक्सीजन पहुंचाना है। इसके अलावा यह मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित रखने, इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने और सांस से जुड़ी समस्याओं से बचाव में भी मदद करता है। हमारे शरीर में मौजूद कुल आयरन का लगभग 70% हिस्सा हीमोग्लोबिन में होता है, जो इसके महत्व को दर्शाता है।
हीमोग्लोबिन की कमी के सामान्य लक्षण
हीमोग्लोबिन का स्तर कम होने पर शरीर में कई लक्षण नजर आने लगते हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो तो ब्लड टेस्ट करवाना बेहतर होता है। जैसे...
बार-बार थकावट और कमजोरी
सांस लेने में कठिनाई
त्वचा का पीला पड़ जाना
हृदय गति का असामान्य होना
चक्कर आना या सिर हल्का दर्द करना
सीने में दर्द
हाथ-पांव ठंडे महसूस होना
हीमोग्लोबिन बढ़ाने के घरेलू उपाय
चुकंदर (Beetroot)
चुकंदर आयरन से भरपूर होता है और यह हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए एक बेहतरीन विकल्प माना जाता है। इसमें फोलिक एसिड, पोटैशियम और फाइबर भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसे सब्जी, जूस, चीला, इडली या सैंडविच के रूप में सेवन किया जा सकता है।
अंजीर (Figs)
रोजाना अंजीर खाने से भी हीमोग्लोबिन का स्तर बेहतर हो सकता है। इसमें आयरन, विटामिन-सी, विटामिन-ए, फोलेट और मैग्नीशियम होते हैं। यह गर्भवती महिलाओं के लिए भी लाभदायक है क्योंकि यह शिशु के विकास में सहायक हो सकता है।
काली किशमिश (Black Raisins)
काली किशमिश आयरन, पोटैशियम और कैल्शियम का अच्छा स्रोत है। इसे रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट सेवन करें। यह एनीमिया और सांस संबंधी समस्याओं से राहत देने में मदद करती है।
खजूर (Dates)
खजूर में मौजूद प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्व रक्त निर्माण में सहायक होते हैं। यह एरिथ्रोसाइट्स के निर्माण को प्रोत्साहित करता है और हीमोग्लोबिन के स्तर में सुधार करता है। खासकर महिलाओं के लिए यह काफी फायदेमंद माना जाता है।
काला चना (Black Gram)
उबला या भुना हुआ काला चना आयरन का बेहतरीन स्रोत है। यह एनीमिया के मरीजों के लिए उपयोगी है और शरीर में रक्त की गुणवत्ता को बेहतर बनाता है।
काले तिल (Black Sesame)
तिल में आयरन, जिंक, सेलेनियम, कॉपर, फोलेट, विटामिन B6 और विटामिन E जैसे तत्व मौजूद होते हैं। इनका नियमित सेवन हीमोग्लोबिन बढ़ाने में कारगर हो सकता है।
हीमोग्लोबिन बढ़ाने वाले अन्य फूड्स
हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए आंवला, अनार, च्यवनप्राश, कमल के बीज, मखाना और नारियल जैसे खाद्य पदार्थों को भी अपने आहार में शामिल किया जा सकता है। आयुर्वेद में इन्हें प्राकृतिक तरीके से शरीर को पोषण देने वाले स्रोत के रूप में माना गया है।
डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। अगर ये लक्षण लंबे समय से बने हुए हैं तो डॉक्टर से सलाह करें।