एड़ी दुखने से लेकर बार-बार यूरिन जाने तक, यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण
यूरिन बार-बार आता है, पैरों में सूजन है, जोड़ों में दर्द है या सुबह जागने के बाद जब पैर जमीन पर रखते हैं तो एड़ी या पंजों में तेज दुखन होती है...;
High Uric Acid Symptoms: आजकल बड़ी संख्या में लोग हाई यूरिक एसिड की समस्या से जूझ रहे हैं। यह स्थिति तब पैदा होती है जब शरीर में मौजूद प्यूरीन नामक तत्व टूटता है और उससे यूरिक एसिड बनता है। आमतौर पर हमारी किडनी प्यूरीन को फिल्टर कर यूरिन के माध्यम से शरीर से बाहर निकाल देती है।
लेकिन जब प्यूरीन की मात्रा शरीर में बहुत ज्यादा हो जाती है तो किडनी उस पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं रख पाती। जिस कारण एक्स्ट्रा यूरिक एसिड शरीर में क्रिस्टल के रूप में जॉइंट्स में जमा होने लगता है, जो आगे चलकर गठिया (Gout) जैसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है।
इसलिए यूरिन बार-बार आता है, पैरों में सूजन नजर आती है, जोड़ों में दर्द हो रहा है या सुबह जागने के बाद जब पैर बिस्तर से नीचे उतारकर जमीन पर रखते हैं तो एड़ी या पंजों में तेज दुखन होती है...। इनमें से किसी भी समस्या से आप फिलहाल ग्रसित हैं तो इसे अनदेखा ना करें। क्योंकि ये शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने का संकेत हो सकती है। अक्सर लोग यूरिक एसिड के शुरुआती लक्षणों को मामूली समझकर अनदेखा कर देते हैं, जिससे यह स्थिति और गंभीर हो सकती है। आइए जानते हैं कि यूरिक एसिड बढ़ने के प्रमुख संकेत क्या हो सकते हैं...
पैरों में सूजन
अगर आपके पैरों में बिना किसी स्पष्ट कारण के सूजन आ रही है, तो इसे नजरअंदाज न करें। यह हाई यूरिक एसिड का संकेत हो सकता है। लोग अक्सर इसे सामान्य सूजन समझ लेते हैं, लेकिन अगर यह सूजन बनी रहती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
जोड़ों में दर्द
पैरों के अंगूठे, टखनों, एड़ियों या कलाई में दर्द होना भी एक गंभीर संकेत हो सकता है। यूरिक एसिड के क्रिस्टल इन हिस्सों में जमा होकर असहनीय दर्द पैदा कर सकते हैं। खासकर सुबह के समय stiffness या हल्का दर्द भी नजरअंदाज न करें।
बार-बार पेशाब आनाअगर आपको सामान्य से अधिक बार पेशाब आ रहा है, तो यह किडनी पर दबाव का संकेत हो सकता है। यूरिक एसिड के बढ़ने से किडनी की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है। ऐसे में पेशाब की आवृत्ति बढ़ जाती है। यह लक्षण दिखे तो सतर्क हो जाएं।
बिना कारण थकान और कमजोरी
दिनभर की मेहनत के बाद थकावट होना सामान्य बात है, लेकिन जब आपको आराम के बावजूद भी थकान और कमजोरी महसूस हो, तो यह हाई यूरिक एसिड का लक्षण हो सकता है। शरीर का एनर्जी लेवल कम महसूस होना एक चेतावनी संकेत हो सकता है।
किन कारणों से बढ़ता है यूरिक एसिड?
जब शरीर में यूरिक एसिड (Uric Acid) का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है, तो इसे हाइपरयूरिसीमिया (Hyperuricemia) कहा जाता है। यह समस्या तब होती है जब या तो शरीर में अत्यधिक प्यूरीन टूटता है या किडनी यूरिक एसिड को ठीक से बाहर नहीं निकाल पाती। याद रखें, हाई यूरिक एसिड की अनदेखी गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है। इसलिए सतर्क रहें और समय रहते इलाज शुरू करें। यूरिक एसिड बढ़ने के प्रमुख कारण (Causes of High Uric Acid / Hyperuricemia)...
गलत खानपान और डाइटरी आदतें
अधिक प्यूरीन युक्त फूड्स जैसे रेड मीट, अंगूर, बीयर, सी-फूड (जैसे झींगा, सार्डिन) आदि खाना
फ्रुक्टोज और शुगर से भरपूर ड्रिंक्स और प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन
अधिक फास्ट फूड, ऑयली और जंक फूड लेना
कम फाइबर और अधिक फैट वाली डाइट
पानी कम पीना
जब आप पर्याप्त पानी नहीं पीते, तो शरीर यूरिक एसिड को पेशाब के जरिए बाहर नहीं निकाल पाता। इससे इसका जमाव शुरू हो जाता है।
शारीरिक निष्क्रियता (Lack of Physical Activity)
ज्यादा समय तक बैठने और एक्सरसाइज न करने से मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है, जिससे यूरिक एसिड शरीर में रुकने लगता है।
मोटापा (Obesity)
मोटापे के कारण किडनी का कार्य प्रभावित होता है और यूरिक एसिड को बाहर निकालने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।
जेनेटिक कारण (आनुवांशिकता)
अगर परिवार में किसी को यह समस्या रही है, तो अगली पीढ़ी में इसका जोखिम अधिक हो जाता है।
कुछ दवाइयों का सेवन
डाइयूरेटिक्स (Diuretics), एस्पिरिन, कीमोथेरेपी या टीबी की दवाएं भी यूरिक एसिड बढ़ा सकती हैं।
कुछ बीमारियां जैसे, किडनी की खराबी, थायरॉयड, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर भी यूरिक एसिड बढ़ने की वजह बन सकते हैं।
यूरिक एसिड को नियंत्रित रखने के लिए आपको एक संतुलित डाइट, पर्याप्त पानी, नियमित व्यायाम और समय पर जांच जरूरी है। साथ ही, कोई भी हर्बल या एलोपैथिक उपाय करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।