क्या हर किसी को चाहिए होता है हर दिन 8 से 10 गिलास पानी? कैसे जानें?
अक्सर पढ़ने-सुनने को मिलता है कि हर व्यक्ति को दिन में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीना चाहिए। लेकिन क्या ये सभी के लिए पर्याप्त है या जरूरी है... यहां जानें;
Summer Health Care: हमारा शरीर लगभग 60 से 70 प्रतिशत पानी से बना है। यह न केवल हर कोशिका को ऊर्जा देने का काम करता है बल्कि शरीर के तापमान को नियंत्रित करने, पोषक तत्वों को पहुंचाने और विषैले तत्वों को बाहर निकालने का भी माध्यम है। इसलिए यह जानना बेहद जरूरी है कि रोज़ाना कितनी मात्रा में पानी पीना चाहिए ताकि शरीर की इन बुनियादी ज़रूरतों को संतुलित रखा जा सके...
क्या है सही मात्रा?
एक सामान्य मान्यता है कि दिन में 8 गिलास पानी पीना चाहिए, लेकिन यह वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अधूरा उत्तर है। नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, पुरुषों को रोज़ लगभग 3.7 लीटर और महिलाओं को 2.7 लीटर द्रव (fluids) की आवश्यकता होती है। इसमें केवल पीने का पानी नहीं, बल्कि फल, सब्ज़ियां, दूध, चाय और अन्य पेय पदार्थों से मिलने वाला पानी भी शामिल होता है।
पानी की ज़रूरत स्थिर नहीं होती
शरीर को कितनी मात्रा में पानी चाहिए, यह आपकी गतिविधियों और जीवनशैली पर निर्भर करता है। यदि आप नियमित रूप से व्यायाम करते हैं, गर्म और आर्द्र वातावरण में रहते हैं, या बीमार हैं (जैसे बुखार, उल्टी, दस्त), तो पानी की ज़रूरत काफी बढ़ जाती है। गर्भवती महिलाओं या स्तनपान कराने वाली माताओं को भी अतिरिक्त पानी की ज़रूरत होती है। इसलिए पानी की मात्रा को किसी एक फिक्स फॉर्मूले से नहीं मापा जा सकता।
क्या होता है पानी की कमी से?
यदि शरीर को पर्याप्त पानी नहीं मिलता, तो कई स्वास्थ्य समस्याएं जन्म ले सकती हैं। सबसे पहले असर दिखता है हमारे मूड, फोकस और ऊर्जा पर। दिमाग की कार्यक्षमता घट जाती है, और थकान जल्दी महसूस होती है। पेशाब गहरा पीला हो जाता है, मुंह सूखने लगता है, और सिरदर्द या चक्कर जैसे लक्षण दिख सकते हैं। लंबे समय तक डिहाइड्रेशन किडनी पर भी बुरा असर डाल सकता है।
कैसे पहचानें कि आप हाइड्रेटेड हैं?
शरीर खुद संकेत देता है – अगर पेशाब का रंग हल्का और पारदर्शी है, तो यह हाइड्रेशन का अच्छा संकेत है। बार-बार प्यास लगना या सूखी त्वचा, यह दर्शाते हैं कि आपको और अधिक पानी की ज़रूरत है।
हाइड्रेटेड रहने के आसान टिप्स
हर 30-40 मिनट में कुछ घूंट पानी पिएं। खाने के आधे घंटे पहले और 45 मिनट बाद पानी पीना बेहतर होता है। अपनी दिनचर्या में पानी पीने की रिमाइंडर ऐप्स या बोतलों पर टाइम मार्किंग जैसी तकनीकों को शामिल करें। गर्मियों में, तरबूज, खीरा जैसे हाई-वॉटर कंटेंट फूड्स खाएं और अत्यधिक कैफीन से परहेज़ करें, जो डिहाइड्रेशन बढ़ा सकता है।
पानी सिर्फ एक पेय नहीं बल्कि शरीर के हर अंग के लिए अनिवार्य "लिक्विड फ्यूल" है। यह सीखने, सोचने, पचाने और जीने की प्रक्रिया में सीधा योगदान देता है। इसलिए जब अगली बार आप एक गिलास पानी उठाएं तो जानिए कि आप अपने शरीर को पुनर्जीवित कर रहे हैं। हाइड्रेटेड रहिए, हेल्दी रहिए!
डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।