'रोहित शर्मा दिखानी होगी भूख', खराब प्रदर्शन पर बोले पूर्व भारतीय बल्लेबाज

Rohit Sharma: रोहित शर्मा को यह पता लगाना होगा कि क्या उनमें अभी भी टेस्ट क्रिकेट के लिए भूख है और अगर है तो यह उनके कार्यों में दिखना चाहिए.;

Update: 2025-01-07 04:08 GMT

Rohit Sharma performance: रोहित शर्मा (Rohit Sharma) हाल ही में टेस्ट बल्लेबाज और कप्तान के तौर पर अपने सबसे खराब दौर से गुजरे हैं. न केवल उन्होंने कप्तान के तौर पर अपने पिछले छह मैचों में से पांच मैच गंवाए हैं, बल्कि बल्ले से भी उनका प्रदर्शन खराब रहा है. भारत ने ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 1-3 से गंवा दी. वहीं, रोहित अपने बच्चे के जन्म की वजह से शुरुआत का एक मैच नहीं खेल पाए और खराब फॉर्म के कारण सिडनी में आखिरी मैच से "अलग हो गए". इस तरह उन्होंने 5 में से महज 3 टेस्ट मैच ही खेले.

वहीं, अपने 3 टेस्ट मैच की पारियों के दौरान उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा. इस दौरान उन्होंने पांच पारियों में 6.20 की औसत से सिर्फ 31 रन बनाए. जो कि ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में किसी मेहमान कप्तान के लिए सबसे खराब है.

हालांकि, भारत के पूर्व बल्लेबाज और बल्लेबाजी कोच संजय बांगर का मानना ​​है कि चूंकि रोहित (Rohit Sharma) ने कहा है कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं. इसलिए उन्हें घरेलू क्रिकेट में रन बनाकर अपनी जगह वापस हासिल करनी चाहिए. बांगर ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा कि जब आप 37 साल के होते हैं और आप देखते हैं कि आप पहले की तरह उसी स्तर पर प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं और आप देखते हैं कि युवा खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं तो उन्होंने यह फैसला लेते समय (ऑस्ट्रेलिया में पांचवें टेस्ट से हटने का) अपने दिमाग में इन कारकों को तौला होगा.

बांगर ने कहा कि उन्हें यह पता लगाना होगा कि क्या उनमें अभी भी टेस्ट क्रिकेट के लिए भूख है और अगर है तो यह उनके कार्यों में दिखना चाहिए. जैसे कि घरेलू क्रिकेट खेलना, जिसके बारे में बहुत चर्चा हुई है. उन्होंने चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे का भी उदाहरण दिया, जिन्हें बीसीसीआई चयनकर्ताओं ने नजरअंदाज कर दिया है. लेकिन वे अपनी राज्य टीमों के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

बांगर ने कहा कि चेतेश्वर पुजारा को भी टीम से बाहर कर दिया गया, अजिंक्य रहाणे को भी टीम से बाहर कर दिया गया और उनका कद किसी भी तरह से रोहित शर्मा (Rohit Sharma) से कम या ज्यादा नहीं है. वे एक ही पायदान पर हैं. रहाणे और पुजारा अभी भी (घरेलू क्रिकेट में) पसीना बहा रहे हैं. रोहित को उस तरह की भूख दिखानी होगी. बांगर ने संकेत दिया कि स्थापित अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के लिए घरेलू क्रिकेट में खाली स्टैंड के सामने खेलना प्रेरणा में बड़ी गिरावट है. लेकिन इससे उन्हें वह करने से नहीं रोकना चाहिए, जिससे उन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह मिली. घरेलू क्रिकेट खाली मैदानों में होता है. लेकिन हर खिलाड़ी ने वहीं से शुरुआत की है.

बता दें कि सिडनी में पांचवें टेस्ट के बीच में रोहित (Rohit Sharma) ने चुप्पी तोड़ी और प्लेइंग इलेवन से अपनी अनुपस्थिति के कारण के बारे में बात करते हुए कहा कि वह रिटायर नहीं हो रहे हैं, बल्कि उन्होंने मैच के लिए "अलग हटने" का फैसला किया है ताकि कोई बेहतर फॉर्म में हो.

Tags:    

Similar News