बरेली हिंसा के आरोपी मौलाना तौकीर रज़ा के करीबी को 'एनकाउंटर' में लगी गोली, बुलडोज़र कार्रवाई जारी

इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के अध्यक्ष मौलाना तौक़ीर रज़ा के सहयोगियों के ख़िलाफ़ सीलिंग और तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। रज़ा पर आरोप है कि उन्होंने शुक्रवार की नमाज़ के बाद भड़की हिंसा की “साज़िश रची” थी।

Update: 2025-10-01 00:59 GMT
तौकीर रजा के सहयोगियों के खिलाफ मंगलवार को बुलडोजर कार्रवाई हुई

बरेली पुलिस ने मंगलवार को बताया कि उन्होंने IMC के ज़िला अध्यक्ष ताज़िम को एक “एनकाउंटर” में गोली मारकर घायल कर दिया और पिछले हफ्ते “आई लव मुहम्मद” विवाद को लेकर भड़की हिंसा में 17 और लोगों को गिरफ़्तार किया।

इन गिरफ्तारियों के बाद 26 सितंबर से अब तक हिंसा के मामले में कुल 73 लोगों को पकड़ा जा चुका है। बरेली के एडिशनल एसपी मनुष परीक ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोग दो श्रेणियों में हैं- वे लोग जो कथित तौर पर “साज़िश की योजना बनाने में शामिल” थे और वे लोग जिन्होंने कथित तौर पर “शुक्रवार की नमाज़ के बाद पुलिस पर हमला किया।”

IMC प्रमुख तौक़ीर रज़ा को शनिवार को ही गिरफ़्तार कर लिया गया था। इसके बाद उनके करीबी नदीम ख़ान और सपा पार्षद अनीस सकलानी भी पकड़े गए। मंगलवार को पुलिस ने बताया कि ज़िला अध्यक्ष ताज़िम को भी एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया गया, जिसमें उसकी टांग में गोली लगी।

परीक ने कहा, “ये मुख्य साज़िशकर्ता हैं जिन्हें हिरासत में लिया गया है। बाकी गिरफ्तार लोग भीड़ का हिस्सा थे—जिन्होंने पुलिस पर पथराव किया, पुलिस का सामान लेकर भागे या फायरिंग की। सभी गिरफ्तारियां पूरी पड़ताल के बाद हुई हैं, जिनमें वीडियो फुटेज और मौके पर मौजूदगी की पुष्टि शामिल है।”

परीक के मुताबिक, ताज़िम के पास गिरफ्तारी के वक्त देसी पिस्टल थी। उन्होंने कहा, “वह वही व्यक्ति था जिसने शुक्रवार की नमाज़ के बाद पुलिस पर फायरिंग की थी। मौके से पिस्तौल के खाली कारतूस बरामद किए गए। वह हिस्ट्रीशीटर है और उस पर पहले भी गौकशी और गैंगस्टर एक्ट जैसे मामले दर्ज हैं। जब पुलिस उसे पकड़ने गई तो उसने गोली चला दी, जिससे एनकाउंटर हुआ।”

अधिकारी ने बताया कि तौक़ीर का रिश्तेदार मोहसिन रज़ा अभी फ़रार है और उसकी तलाश की जा रही है। मोहसिन, तौक़ीर के बड़े भाई मन्नानी मियां का दामाद है। उस पर हिंसा की आपराधिक साज़िश का केस दर्ज हुआ है।

इसी बीच, बरेली विकास प्राधिकरण (BDA) ने कहा कि मोहसिन का 12×14 फीट का गैराज, जो नाले पर अवैध रूप से बनाया गया था, उसे भारी पुलिस बंदोबस्त के बीच नगर निगम ने ढहा दिया। परीक ने कहा, “यह विकास प्राधिकरण की अलग जांच का हिस्सा है।”

प्रशासन ने नारियावाल इलाके में मौलाना तौक़ीर के करीबी हाजी शराफ़त ख़ान के शादी लॉन को भी सील कर दिया, आरोप है कि वहां हिंसा के आरोपियों को शरण दी गई थी। अधिकारियों के मुताबिक, नॉवेल्टी चौहरा दरगाह के पास करीब 74 दुकानें और कोतवाली क्षेत्र में 30–35 दुकानें अतिक्रमण के चलते सील की गईं। आरिफ़ अंसारी नामक कारोबारी के तीन होटल भी सील कर दिए गए, जिन पर आरोप है कि उन्होंने दंगाइयों को छिपाया।

बरेली प्रभारी यूपी के मंत्री जे पी एस राठौर (भाजपा) ने कहा, “कानून से ऊपर कोई नहीं है। दंगाइयों को बख्शा नहीं जाएगा। किसी भी तरह की अराजकता, अवैध कब्ज़ा या ज़मीन के नक्शे में हेराफेरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जहां भी गड़बड़ी मिलेगी, कड़ी कार्रवाई होगी, ज़रूरत पड़ने पर बुलडोज़र भी चलेंगे।”

हिंसा 26 सितंबर को उस समय भड़की जब पुलिस ने शुक्रवार की नमाज़ के बाद लोगों को “आई लव मुहम्मद” वाले पोस्टर लेकर इकट्ठा होने से रोक दिया। हालांकि ज्यादातर लोग चले गए, लेकिन कुछ ने कथित तौर पर पथराव किया, नारेबाज़ी की और फायरिंग की। वीडियो में पुलिस को प्रदर्शनकारियों के पीछे दौड़ते हुए देखा गया। इस दौरान कम से कम 10 पुलिसकर्मी घायल हुए।

पुलिस के अनुसार, अब तक 10 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इनमें 260 लोगों को नामजद किया गया है और करीब 2,800 अज्ञात हैं। “73 गिरफ्तारियों में कुछ नामजद आरोपी हैं, बाकी की पहचान सीसीटीवी फुटेज से की गई,” एडिशनल एसपी परीक ने बताया।

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