बिहार में महिलाओं के दिलों में अब भी कायम है CM नीतीश कुमार का जादू, बोलीं - खाया है उनका नमक
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रति महिलाओं में दीवानगी देखते बनती है. 20 सालों तक लगातार सत्ता में बने रहने के बाद अगले 5 वर्षों के लिए महिलाएं नीतीश कुमार को ही सत्ता के शीर्ष पर देखना चाहती हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले 20 सालों से इसलिए बिहार में सत्ता पर काबिज हैं क्योंकि प्रदेश की महिलाओं की दिलों पर वे राज करते हैं. बार-बार नीतीश कुमार की सत्ता में वापसी की वजह बिहार की महिलाएं रही हैं जो जाति से ऊपर उठकर उनके लिए सबसे बड़ा वोट बैंक बन चुका है. 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी सत्ता की चाबी महिलाओं के पास ही है. 20 सालों तक सत्ता में शीर्ष पर बने रहने के बाद भी नीतीश कुमार की लोकप्रियता महिलाओं के बीच सिर चढ़कर बोलता है जो कि हैरान करने वाला है. और इस बार भी महिलाएं खासतौर से वो जो उनके द्वारा शुरू की गई स्कीमों की लाभार्थी रही हैं वो नीतीश के नेतृत्व में ही बिहार में सरकार बनते देखना चाहती हैं.
नीतीश की सभा में पुरुषों से ज्यादा महिलाएं
4 नवंबर 2025 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुपौल के त्रिवेणी गंज विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे. द फेडरल नीतीश की चुनावी सभा में पहुंचा तो पाया कि उनकी सभा में पुरुषों से ज्यादा संख्या महिलाओं की है. बिहार में अकसर ये देखा गया है कि नीतीश की चुनावी सभा में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की तादाद ज्यादा होती है. त्रिवेणी गंज में नीतीश कुमार को देखने और सुनने के लिए दूर-दूर से महिलाएं पहुंची हुईं थी.
महिलाएं बोली, नीतीश का खाया है नमक
चुनावी सभा में आईं महिलाओं से जब हमने पूछा कि बिहार में 2025 विधानसभा चुनाव में किसी सरकार बनेगी? विभा कुमारी नाम की महिला जिन्हें अभी तक मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत 10,000 रुपये नहीं मिले हैं, उन्होंने कहा, "भले ही ये 10,000 रुपये हमें नहीं मिला हो लेकिन हम चाहते हैं कि नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बनें क्योंकि जिन्हें पैसे नहीं मिले उन्हें नीतीश कुमार जरूर देंगे." सीता देवी नाम की महिला ने बताया," नीतीश कुमार ने 10,000 रुपये दिया है, राशन फ्री है, बिजली बिल फ्री कर दिया है. उन्होंने हमें सबकुछ दिया है. हमलोग अच्छे से रहते हैं."
सीता कुमारी ने कहा, हमारे पास जमीन नहीं है, अब हम चाहते हैं कि नीतीश कुमार हमें थोड़ा जमीन दे दें जिसमें हम लोग उसमें अपने लिए घर बना सकें क्योंकि जमीन का रेट आसमान छू रहा है और हमारी हैसियत नहीं है कि हम जमीन खरीद सकेंगे.
तेजस्वी के वादे पर अभी भरोसा नहीं
त्रिवेणी गंज में मौजूद कुछ और महिलाओं से जब हमने बात की. महागठबंधन के मुख्यमंत्री के चेहरे तेजस्वी यादव के 30000 रुपये देने के वादे का जब इन महिलाओं से जिक्र किया तो स्पष्ट तौर पर इनका कहना है कि, अभी तो वे कह रहे हम ये देंगे, पर क्या पता है चुनावों के बाद वो देंगे या नहीं. लेकिन हमें विश्वास है कि नीतीश कुमार जरूर सबकुछ देंगे. एक महिला ने कहा, हम लोगों ने नीतीश कुमार का नमक खाया है. उन्हीं की बदौलत हम लोग सड़क पर चल पा रहे हैं उन्हीं पर हमलोगों का हमारा भरोसा है. कई महिलाएं चाहती हैं कि सरकार बनने के बाद नीतीश कुमार जमीन दें जिसमें अपना आशियाना बना सकें.
महिलाओं ने बताया क्यों नीतीश हैं लोकप्रिय
जब हमने महिलाओं ने पूछा कि नीतीश कुमार उनके बीच इतने लोकप्रिय क्यों है? तो कुछ महिलाओं ने कहा, उन्होंने सड़क निर्माण कराया है. भोजन दिया है, बिजली फ्री कर दिया है. बच्चों के पढ़ने के लिए सुविधा बढ़ाया है. महिलाओं की मजदूरी में इजाफा किया है. इसलिए महिलाओं का वोट नीतीश कुमार को ही मिलेगा. महिलाओं ने कहा, एक बार नीतीश कुमार को पांच सालों के लिए मुख्यमंत्री बनायेंगे.
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का चुनावी असर!
बिहार चुनावों में एक बात तो तय है कि बिहार चुनावों में आचार संहिता के लागू होने से पहले नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत 10,000 रुपये महिलाओं को देने का जो कार्ड चला है उसका असर अब ग्राउंड पर दिखने लगा है. बिहार में 1.30 करोड़ महिलाओं को 10000 रुपये दिए जा चुके हैं. 26 सितंबर को पीएम नरेंद्र मोदी ने स्कीम को लॉन्च किया था. विपक्ष चुनाव जीतने के लिए इसे रिश्वत करार दे रहा है. लेकिन महिलाओं को इससे कोई सरोकार नहीं है. वो तो केवल यहीं मानती हैं कि बिहार में महिलाओं को उनके हक दिलाने से लेकर उनकी आर्थिक चिंता अगर किसी ने की है तो वो नीतीश कुमार हैं.