दिल्ली में AAP की 'आखिरी सरकार' भी क्या जाने वाली है? MCD में बदला गेम
दिल्ली में आम आदमी पार्टी का आखिरी किला भी ढहने वाला है। बीजेपी ने दिल्ली नगर निगम में अपने 11 विधायकों को नॉमिनेट कर समीकरण बदल दिया है। वे वोट भी डाल सकेंगे।;
देश की राजधानी में बीजेपी की 'ट्रिपल इंजन' सरकार का रास्ता लगभग साफ हो गया है। बीजेपी ने दिल्ली नगर निगम के लिए अपने 11 विधायकों को बतौर सदस्य नॉमिनेट किया है। खास बात ये है कि इन विधायकों को वोट देने का अधिकार भी होगा।
दिल्ली विधानसभा के स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने बीजेपी के 11 विधायकों को दिल्ली नगर निगम के लिए प्रतिनिधि नामांकित किया है। उन्होंने आम आदमी पार्टी के ३ विधायकों को भी नॉमिनेट किया है। लेकिन बीजेपी के 11 विधायकों के नॉमिनेशन के बाद दिल्ली नगर निगम में संख्याबल बदल गया है।
बीजेपी के जो 11 विधायक नामित किए गए हैं उनके नाम हैं, अनिल कुमार (आरके पुरम), चंदन कुमार चौधरी (संगम विहार), जितेंद्र महाजन (रोहतास नगर), कर्णैल सिंह (शकूर बस्ती), मनोज कुमार शोकीन (नांगलोई जाट), नीलम पहलवान (नजफगढ़), प्रद्युम्न सिंह राजपूत (द्वारका), राज कुमार भाटिया (आदर्श नगर), रवि कांत (त्रिलोकपुरी), संजय गोयल (शाहदरा) और तरविंदर सिंह मरवाह (जंगपुरा)।
नामित किए गए विधायकों को दिल्ली निगम में चुनावी प्रक्रिया में वोट डालने का अधिकार भी होगा। यानी वो मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में हिस्सा लेंगे। चुनाव अप्रैल में होना है। इसका मतलब ये हुआ कि बीजेपी के पास नगर निगम की सत्ता वापस अपने हाथ में लेने का मौका आ गया है।
वर्तमान में, एमसीडी सदन में बीजेपी के पास 116 सदस्य हैं, जबकि आप (AAP) के पास 114 सीटें और कांग्रेस के पास 8 सीटें हैं, जो कुल 250 सदस्यों वाली निकाय है।
आप (AAP) ने नवंबर 2024 में हुए पिछले मेयर चुनाव को तीन वोटों से जीता था। हालांकि, 15 फरवरी को बीजेपी एमसीडी में सबसे बड़ी पार्टी बन गई, जब दिल्ली विधानसभा चुनावों में आप (AAP) की भारी जीत के बाद उसके तीन पार्षद बीजेपी में शामिल हो गए।
गौर करने वाली बात यह है कि नगर निकायों पर दलबदल विरोधी कानून लागू नहीं होता।