Coldrif Cough Syrup Case: श्रीसन फॉर्मा का मालिक गिरफ्तार, फैक्ट्री सील

मध्य प्रदेश और राजस्थान में 23 बच्चों की मौत के बाद, कोल्ड्रिफ कफ सिरप निर्माता Sresan Pharma के मालिक जी. रंगनाथन को चेन्नई से गिरफ्तार किया गया।

Update: 2025-10-09 02:22 GMT

मध्य प्रदेश और राजस्थान में कथित रूप से दूषित कोल्ड्रिफ कफ सिरप पीने से कम से कम 23 बच्चों की मौत होने के मामले में तमिलनाडु की Sresan Pharma कंपनी के मालिक जी. रंगनाथन को गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश पुलिस ने उन्हें बुधवार (8 अक्टूबर) रात चेन्नई से हिरासत में लिया। गिरफ्तारी के लिए 20,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था।

कंपनी पर विशेष जांच

कांचीपुरम स्थित संयंत्र को तमिलनाडु सरकार ने सील कर दिया है। मध्य प्रदेश पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने कंपनी के रजिस्टर्ड ऑफिस और निर्माण इकाई का दौरा किया। सरकारी अधिकारी ने PTI को बताया, “जी हाँ, मंगलवार शाम को फैक्ट्री सील कर दी गई थी।”

मध्य प्रदेश मंत्री का आरोप

मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कहा कि बच्चों की मौत के लिए तमिलनाडु सरकार की “गंभीर लापरवाही” जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु को राज्य से बाहर भेजी जाने वाली दवाओं की जांच करनी थी। पटेल ने बताया कि MP सरकार में आने वाली दवाओं की रैंडम जांच होती है, लेकिन यह सिरप संयोगवश टेस्ट नहीं हुआ।

पटेल ने कहा, “हर बैच के लिए सर्टिफिकेट ऑफ एनालिसिस (COA) जारी होना चाहिए। तमिलनाडु सरकार ने इसमें गंभीर लापरवाही की है। दोषियों के खिलाफ केंद्रीय और राज्य सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”

कोल्ड्रिफ कफ सिरप पर प्रतिबंध

तमिलनाडु फूड सेफ्टी और ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने 4 अक्टूबर को इस सिरप के नमूने को “दूषित” घोषित किया और कंपनी को उत्पादन रोकने का आदेश दिया। 1 अक्टूबर से सिरप की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया। केरल और मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों ने भी इसे बाजार से हटा दिया।

SIT की जांच

सात सदस्यीय SIT ने चेन्नई में कंपनी के रजिस्टर्ड कार्यालय का दौरा किया और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जानकारी एकत्र की। टीम को स्थानीय पुलिस का सहयोग भी मिला।

दूसरा नोटिस और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई

कंपनी को पहले भी डायथिलीन ग्लाइकॉल के कारण दूसरा नोटिस भेजा गया था। राज्य ड्रग कंट्रोल विभाग के अनुसार, सिरप में 48.6 प्रतिशत विषैला तत्व पाया गया। कंपनी पिछले 14 वर्षों से यह सिरप बना रही थी और विभिन्न राज्यों को सप्लाई कर रही थी।

DCGI की चेतावनी

इस घटना के बाद ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कच्चे माल और तैयार दवाओं की जांच करने का निर्देश दिया। इंदौर में एक फार्मास्युटिकल यूनिट का उत्पादन अस्थायी रूप से रोक दिया गया, क्योंकि इसमें 200 से अधिक मानक त्रुटियां पाई गई थीं।

IMA ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से की अपील

भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) ने 8 अक्टूबर को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से आग्रह किया कि इस मामले में गिरफ्तार बाल रोग विशेषज्ञ के खिलाफ मामला तुरंत वापस लिया जाए। IMA ने कहा कि त्रासदी की मूल वजह निर्माता की गुणवत्ता नियंत्रण की विफलता और नियामक प्रणाली की कमी है। IMA ने स्पष्ट किया कि कानूनी जिम्मेदारी निर्माता और प्रवर्तन एजेंसियों पर है, डॉक्टर नहीं दोषी हैं।

इस गिरफ्तारी और जांच के साथ ही कोल्ड्रिफ कफ सिरप मामले की दिशा स्पष्ट हो गई है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।

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