लखनऊ निर्मित ब्रह्मोस मिसाइल की पहली खेप को रवाना- रक्षा उत्पाद आत्मनिर्भरता में मील का पत्थर है ब्रह्मोस, रक्षामंत्री ने कहा ‘ ऑपरेशन सिंदूर तो सिर्फ ट्रेलर’
राजनाथ सिंह ने कहा ‘ पाकिस्तान की एक-एक इंच ज़मीन ब्रह्मोस मिसाइल की पहुंच में है।’ ब्रह्मोस मिसाइल रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के साथ लोगों को रोज़गार देने की दृष्टि से भी अहम है।
शिल्पी सेन/ लखनऊ
रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता के लिए आज का दिन ख़ास रहा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ब्रह्मोस मिसाइल की पहली खेप को रवाना किया।लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस में आयोजित समारोह में राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों की पहली खेप को फ्लैग ऑफ किया। यह खेप भारतीय सेना के लिए तैयार की गई है और उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (UPDIC) के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। ब्रह्मोस मिसाइल का यह पहला बैच है और माना जा रहा है कि इसके बाद भारत की रक्षा ताक़त और बढ़ेगी।
विश्व की सबसे तेज़ और सटीक प्रहार करने वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल की नई इंटीग्रेशन और टेस्ट सुविधा लखनऊ के सरोजनीनगर में मई 2025 को शुरू हुई थी। इस यूनिट में मिसाइल की एसेम्बली, इंटीग्रेशन और टेस्टिंग का काम होगा।ब्रह्मोस मिसाइल के फ्लैग ऑफ करने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर ने यह सिद्ध कर दिया कि अब जीत हमारे लिए कोई घटना नहीं है, बल्कि जीत हमारी एक आदत बन चुकी है।अब हमें इस आदत को न सिर्फ बनाए रखना है, बल्कि इसे और मज़बूत करते रहने का संकल्प भी हमें लेना होगा।’ इस मौके पर रक्षा मंत्री और यूपी सीएम ने बूस्टर डॉकिंग प्रक्रिया भी देखी।ब्रह्मोस एयरोस्पेस के डीजी डॉ. जयतीर्थ आर. जोशी ने सीएम योगी को जीएसटी बिल और चेक सौंपा। इससे राज्य को राजस्व लाभ भी होगा।
ब्रह्मोस मिसाइल रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के साथ लोगों को रोज़गार की दृष्टि से भी अहम है।रक्षा मंत्री ने भरोसा जताते हुए कहा ‘… सबको ब्रह्मोस के बारे में पता है।देश को भरोसा है कि हमारे जो विरोधी हैं अब ब्रह्मोस से बच नहीं पाएंगे।… पाकिस्तान की एक-एक इंच ज़मीन हमारी ब्रह्मोस की पहुँच में है।ऑपरेशन सिंदूर में जो हुआ वो तो ट्रेलर था।पर उस ट्रेलर ने ही पाकिस्तान को यह एहसास दिला दिया कि अगर भारत पाकिस्तान को जन्म दे सकता है तो समय आने पर…’
उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर( UPDIC) के लिए यह मौक़ा ख़ास रहा तो वहीं रक्षा उत्पादों में आत्मनिर्भरता के संकल्प को भी इससे नई ऊर्जा मिलेगी।राजनाथ सिंह ने कहा लखनऊ डिफेंस सेक्टर में अहम भूमिका निभा रहा है।उन्होंने कहा कि कई देश भारत के साथ तकनीकी सहयोग में रुचि रखते हैं।ब्रह्मोस टीम ने एक महीने के भीतर दो देशों के साथ 4000 करोड़ रुपए के अनुबंध कर हस्ताक्षर किए हैं।राजनाथ सिंह ने इस मौके पर कहा कि ‘योगी जी आपने जिस तरह यूपी के लॉ एंड ऑर्डर को संभाला है वो अपने आप में एक मिसाल है।’