दिल्ली में प्रदूषण तो बहुत है लेकिन अभी लागू नहीं होगा GRAP 3

दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि शुक्रवार से मौसम में बदलाव का अनुमान है, जिसकी वजह से प्रदूषण में कमी होने की उम्मीद है. इसलिए GRAP 3 लागू नहीं किया जा रहा है.

Update: 2024-11-14 10:50 GMT

Pollution In Delhi : दिल्ली की हवा बेशक बीजेपी और कांग्रेस ( प्रियंका गाँधी ) को जहरीली या गैस चैम्बर जैसी महसूस हो रही हो लेकिन दिल्ली सरकार अभी GRAP-3 के नियम लागू नहीं करेगी. सिर्फ इतना ही नहीं दिल्ली सरकार ने ये दावा भी किया कि यहाँ हो रहा प्रदूषण सिर्फ दिल्ली वालों की वजह से नहीं बल्कि एनसीआर में आने वाले पडोसी राज्यों के शहरों की वजह से भी है, जो लगभग 70 प्रतिशत के लिए जिम्मेदार हैं. और हाँ अब पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में अभूतपूर्व कमी आई है लेकिन उत्तर प्रदेश में ये घटनाएँ बढ़ी हैं. ऐसा दावा दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने किया है.


क्या कहा गोपाल राय ने
दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि जिस तरह से देश की राजधानी में प्रदूषण बढ़ रहा है, वो चिंता जनक है लेकिन इस प्रदूषण में दिल्ली वालों का योगदान लगभग एक तिहाई ही है, बाकी का 70 प्रतिशत प्रदूषण दिल्ली से सटे अन्य राज्यों के शहरों से दिल्ली में आता है.
गोपाल राय ने कहा कि फिलहाल दिल्ली GRAP 3 को लगाने की योजना नहीं है, इसके लिए परिस्थिति पर नज़र रखी जा रही है. वहीँ अगर आंकड़ों पर गौर करें तो दिल्ली में औसत AQI 400 के पार है. हवा की गुणवत्ता बेहद खरब के स्तर से भी ज्यादा, खतरनाक स्तर पर पहुँच चुका है.

कल से मौसम में सुधर के चलत कम हो सकता है प्रदूषण
गोपाल राय ने GRAP 3 लागू न करने के पीछे जो कारण बताया है, वो कुल मिला कर कुदरत पर निर्भर करता है. राय ने कहा कि मौसम विभाग का ऐसा अनुमान है कि शुक्रवार से हवा चल सकती है, जिसकी वजह से प्रदूषण में कमी आने की उम्मीद है, इसलिए फिलहाल GRAP 3 को लागू नहीं किया जा रहा है.

क्या कहते हैं आंकड़े
गोपाल राय ने प्रदूषण को लेकर दिल्ली में 12 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच के आंकड़े रखते हुए कहा कि ये आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली के अंदर जो प्रदूषण है, वो दिल्ली वालों की वजह से नहीं बल्कि बाहर वालों की वजह से है. दिल्ली में जितना प्रदूषण है, उसमें से 30.34 फीसदी जिम्मेदार दिल्ली वाले हैं बाकी का लगभग 70 प्रतिशत प्रदूषण एनसीआऱ के दूसरे शहर हैं, जो दिल्ली से सटे राज्यों में आते हैं.

जॉइंट एक्शन प्लान की है जरुरत
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली व पडोसी राज्यों को एक जॉइंट एक्शन प्लान तैयार करने की आवश्यकता है, ताकि प्रदूषण को कम किया जा सके.

पंजाब में कम हुआ पराली का जलना
राय ने एक और दावा किया कि आम आदमी पार्टी के सरकार वाले पंजाब राज्य में अब पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है. राय ने दावा किया कि डेटा के अनुसार 2022 में जब हमारी सरकार पंजाब में बनी 14 अक्टूबर से 13 नवंबर 45172 पराली जलने की घटना थी. जब 2023 में हमने काम किया तो ये आंकड़ा घटकर 26127 रह गया. इस वर्ष की बात करें तो ठीक उतने ही पीरियड में 7492 घटना हुई है. हमारी सरकार ने पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं को कम करने में असाधरण काम किया है. हमने लगभग 80 फीसदी पराली जलने की घटना आम आदमी पार्टी ने कम किया है. ये डेटा केंद्र सरकार के द्वारा डेली बेसिस पर जारी होता है.
लेकिन राय ने ये भी दावा किया कि उत्तर प्रदेश के अंदर जो दिल्ली से सटा हुआ है, वहां पर 2022 में 12371 पराली जलाने की घटना हुई थी और इस साल इसी पीरियड में ये आंकड़ा 20167 है. यानी उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी हैं.


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