दिल्ली-एनसीआर में ‘गंभीर’ स्तर पर पहुंची हवा, केंद्र सरकार ने लागू किया GRAP का तीसरा चरण
दिल्ली का AQI 425 तक पहुंचने के बाद केंद्र सरकार ने GRAP का तीसरा चरण लागू किया है, जिसके तहत निर्माण कार्यों पर रोक और BS-III, BS-IV वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध लगाया गया है।
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र की वायु गुणवत्ता लगातार बिगड़ने के कारण लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है। इसी को देखते हुए केंद्र सरकार ने मंगलवार (11 नवंबर) को ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण के तहत सख्त एंटी-पॉल्यूशन उपाय लागू किए हैं। ये कड़े कदम तब उठाए गए जब राजधानी की वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई।
CAQM के अनुसार, दिल्ली का औसत AQI 10 नवंबर को 362 से बढ़कर 11 नवंबर की सुबह 9 बजे तक 425 हो गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के 24 घंटे के औसत AQI डेटा में 10 नवंबर को दिल्ली की वायु गुणवत्ता “बहुत खराब” (Very Poor) श्रेणी में थी, जिसका मुख्य कारण शांत हवाएं, स्थिर वातावरण और प्रदूषकों के सतह के पास जमा होने के लिए अनुकूल मौसम परिस्थितियाँ थीं।
CPCB के Sameer ऐप के आंकड़े
मंगलवार सुबह 7 बजे तक दिल्ली के 39 सक्रिय स्टेशनों में से 34 ने “गंभीर” (Severe) AQI दर्ज किया। बावाना में 462, वज़ीरपुर में 460 और मुण्डका व पंजाबी बाग में 452 AQI रिकॉर्ड किया गया।
GRAP के तीसरे चरण के तहत प्रतिबंध
GRAP के तीसरे चरण के लागू होने के बाद पहले और दूसरे चरण के साथ कई नए प्रतिबंध जोड़े गए हैं।
निर्माण कार्यों पर रोक
GRAP के तीसरे चरण के तहत गैर-जरूरी निर्माण गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। साथ ही दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में पत्थर क्रशर और खनन कार्यों को भी बंद करने का निर्देश दिया गया है।
परिवहन संबंधी पाबंदियाँ
दिल्ली में अब BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल वाहनों का प्रयोग प्रतिबंधित किया गया है। यह नियम NCR के आस-पास के जिलों पर भी लागू होगा। हालांकि, दिव्यांग व्यक्तियों को इस नियम से छूट दी गई है।
स्कूलों के लिए प्रावधान
कक्षा 5 तक के छात्रों के लिए कक्षाएं हाइब्रिड मोड (ऑनलाइन या ऑफलाइन) में संचालित की जाएंगी। छात्र और अभिभावक अपनी सुविधा के अनुसार ऑनलाइन शिक्षा का विकल्प चुन सकते हैं।
सर्दियों में AQI का बिगड़ना
9 नवंबर को जब दिल्ली का AQI “बहुत खराब” स्तर पर पहुंचा, तब सैकड़ों निवासी, जिनमें बच्चे भी शामिल थे, इंडिया गेट के पास मानसिंह रोड पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते नजर आए। उन्होंने सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
आम तौर पर दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में सर्दियों के मौसम में GRAP के तहत प्रतिबंध वायु गुणवत्ता के स्तर के अनुसार लागू किए जाते हैं। CPCB के वर्गीकरण के अनुसार AQI 0-50 अच्छा, 51-100 संतोषजनक, 101-200 मध्यम, 201-300 खराब, 301-400 बहुत खराब और 401-500 गंभीर श्रेणी में आता है।
अधिकारियों के मुताबिक, प्रतिकूल मौसम, वाहनों से निकलने वाला धुआं, पड़ोसी राज्यों में पराली जलाना, पटाखे और अन्य स्थानीय प्रदूषण स्रोत इन सबके संयुक्त प्रभाव से दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर तक पहुंच गई है।
दीवाली के बाद से दिल्ली की हवा लगातार “खराब” या “बहुत खराब” श्रेणी में बनी हुई है, और कभी-कभी “गंभीर” स्तर तक भी पहुंच जाती है।
पिछले सप्ताह से तापमान में गिरावट जारी है।
11 नवंबर को दर्ज न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 4.1 डिग्री कम था, जबकि अधिकतम तापमान लगभग 28 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
10 नवंबर को शहर ने सीजन की पहली ठंड लहर दर्ज की, जब अया नगर स्टेशन का न्यूनतम तापमान 9.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।