GRAP 3 के पहले दिन दिल्ली ट्रैफिक पुलिस बनी करोड़पति
GRAP-3 के तहत दिल्ली सरकार ने निजी बीएस III पेट्रोल और बीएस IV डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया है. शुक्रवार को GRAP-3 के पहले दिन PUC न होने और प्रतिबंधित वाहनों के सड़क पर उतारने को लेकर चालान किये गए.
By : Abhishek Rawat
Update: 2024-11-16 16:12 GMT
GRAP 3 And Delhi Traffic Police : राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति काफी गंभीर चल रही है. स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए शुक्रवार से दिल्ली में GRAP( ग्रेडेड रेस्पोंस एक्शन प्लान ) - 3 लागू कर दिया गया है. ये सुनकर बहुत हैरानी होगी कि GRAP-3 लागू होने के पहले ही दिन दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने अलग अलग श्रेणी में चालान करते हुए 5 करोड़ रूपये से ज्यादा का जुर्माना लगाया है. चालान के पीछे के जो सबसे अहम कारण हैं, उनमें पोलुशन अंडर कंट्रोल ( PUC ) का सर्टिफिकेट न होना और BS3 और BS4 श्रेणी के वाहनों को सडकों पर उतारना. दरसल GRAP-3 के तहत BS3 पेट्रोल और BS4 डीजल वाहनों पर प्रतिबंध हैं. पहले दिन शुक्रवार को लगभग 550 चालान इन वाहनों को लेकर काटे गए. अगर इसके जुर्माना राशि की बात करें तो लगभग 1 करोड़ रूपये होगा.
वहीँ PUC न होने की वजह से 4,855 वाहनों के चालान किये गए हैं. PUC न होने पर जुर्माना राशी 10 हजार रूपये है, इस हिसाब से जुरमाना राशी 4.8 करोड़ रूपये हुई.
अदालत में भुगतना होता है चालान
PUC न होने के चलते जो चालान किया जाता है, उसका भुगतान अदालत में करना होता है. जुर्माना राशि 10 हजार रूपये होती है. GRAP-3 के तहत BS III पेट्रोल और BS IV डीजल वाहनों को सड़कों पर प्रतिबंध रहता है और उल्लंघन करने पर 20,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाता है. एनसीआर शहरों से दिल्ली आने वाली डीजल और पेट्रोल अंतरराज्यीय बसों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है.
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शहर के पूर्वी, मध्य और उत्तरी रेंज में बीएस-III और बीएस-IV वाहनों के लिए कुल 293 चालान जारी किए हैं. पीयूसीसी प्रमाणपत्र न होने पर कुल 2,404 चालान जारी किए गए हैं. नई दिल्ली रेंज ने 63 चालान जारी किए हैं, जबकि पश्चिमी रेंज ने 73 और दक्षिणी रेंज ने 121 चालान जारी किए हैं.
इसके साथ ही नई दिल्ली, दक्षिणी और पश्चिमी रेंज ने भी पीयूसीसी न होने पर क्रमशः 322, 894 और 1,235 चालान जारी किए हैं.
पहले दिन तीन हजार वाहनों की जांच
पुलिस उपायुक्त (यातायात) राजीव कुमार ने बताया कि शुक्रवार को यातायात पुलिस की तीनों रेंजों में करीब 3,000 वाहनों की जांच की गई. राजीव कुमार ने बताया कि "हमने सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष रूप से जांच तेज कर दी है और अंतरराज्यीय बसों की भी जांच की जा रही है. जिन वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित है, उन्हें सीमाओं से वापस लौटाया जा रहा है. हमने ऐसे लगभग 300 वाहनों को वापस लौटाया है. हम उन वाहनों पर भी मुकदमा चला रहे हैं जिनके पास पीयूसीसी नहीं है."
दिल्ली सरकार ने निजी बीएस III पेट्रोल और बीएस IV डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया है, अंतरराज्यीय गैर-इलेक्ट्रिक-सीएनजी बसों के प्रवेश, कुछ श्रेणियों के निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी है और सरकारी कार्यालयों के समय में बदलाव किया है, क्योंकि शुक्रवार सुबह शहर में वायु प्रदूषण 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया था.
ये प्रतिबंध वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ( सीएक्यूएम ) द्वारा गुरुवार को घोषित ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान या जीआरएपी के चरण III के तहत लगाए गए हैं.
(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को फेडरल स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से स्वतः प्रकाशित किया गया है।)