जैसे लगा सब कुछ उड़ जाएगा, दिल्ली-NCR में आंधी-बारिश की वजह आई सामने
तारीख 2 मई दिन शुक्रवार दिल्ली और एनसीआर में आंधी और बारिश ने इस अंदाज में दस्तक दी कि इसकी चर्चा हो रही है। सवाल ये कि इसके पीछे वजह क्या है?;
Delhi NCR Rain Reason: मई के महीने में आमतौर पर आंधी और अंधड़ आते हैं। इसके साथ ही बारिश भी होती है। आंधी,अंधड़ और बारिश से चिलचिलाती गर्मी से राहत भी मिलती है। लेकिन शुक्रवार की सुबह दिल्ली और एनसीआर के लोग झटके से उठे जब हवाओं की तेज रफ्तार सन्नाटे को चीरते हुए आगे बढ़ रही थी। हवा की रफ्तार इतनी मानो बवंडर आ गया। सुबह 6 बजे जब सूरज की लालिमा आसमान पर छाने लगती है उस वक्त काले काले बादलों ने सूरज को ढक लिया था।
मई के महीने में आमतौर पर दिल्ली और एनसीआर में पारा 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाता है। ऐसे में हर कोई बारिश का इंतजार बेसब्री से करता है। दिल्ली और एनसीआर को बारिश ने भिगो दिया। मौसम सुहाना हो गया, लोगों को गर्मी से राहत मिली। लेकिन इसका असर पूरे जनजीवन पर भी पड़ा। ऐसे में आपके दिल और दिमाग में कई तरह के सवाल उठ रहे होंगे कि आखिर वजह क्या थी।
IMD ने बताई बारिश की वैज्ञानिक वजह
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने इस असामान्य मौसम की तीन प्रमुख मौसमी प्रणालियों (Weather Systems) को इसका कारण बताया:
दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में निचले स्तर पर एक चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation)
उत्तर-पूर्व राजस्थान और मध्यप्रदेश की सीमा पर एक और चक्रवाती परिसंचरण
दिल्ली क्षेत्र में दक्षिण-पूर्व दिशा से 50 किमी/घंटा की रफ्तार से चल रही हवाएं
इन तीनों प्रणालियों के साथ अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और हवाओं के अभिसरण (Convergence) ने मिलकर इस तेज़ बारिश और आंधी को जन्म दिया।
जलवायु परिवर्तन की चेतावनी
IMD का यह भी कहना है कि इस प्रकार की असामान्य घटनाएं यह संकेत देती हैं कि जलवायु परिवर्तन के चलते मौसम अब अधिक अस्थिर और अनिश्चित होता जा रहा है। कभी भी और कहीं भी मौसम का मिज़ाज एक झटके में बदल सकता है — और इसके लिए शहरों को अधिक सतर्क और तैयार रहने की जरूरत है।
हवाई यातायात पर असर
तेज़ हवाओं और बारिश का सबसे बड़ा असर दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर देखने को मिला, जहां उड़ानों का संचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ। करीब 40 उड़ानों को दूसरे एयरपोर्ट्स पर डायवर्ट करना पड़ा, वहीं 100 से ज़्यादा उड़ानें देर से रवाना हुईं या उतरीं। एयर इंडिया ने बयान जारी कर बताया कि उत्तर भारत के कई हिस्सों में खराब मौसम के चलते उड़ानों पर व्यापक असर पड़ा है।
तूफान जैसी स्थिति, तेज हवाएं और जलभराव
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, सुबह करीब 5 बजे तेज़ हवाएं 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलनी शुरू हुईं, जो एक घंटे तक जारी रहीं। इसके बाद 8:30 बजे तक करीब 8 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसका असर राजधानी के कई इलाकों में साफ देखने को मिला— जलभराव, ट्रैफिक जाम, और लोगों की आवाजाही में भारी दिक्कतें।
पेड़ों के गिरने से मौतें और नुकसान
तेज़ हवाओं की वजह से कई जगह पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आईं, जिससे गाड़ियों को नुकसान और ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही। सबसे दुखद घटना दिल्ली के छावला इलाके से सामने आई, जहां एक मकान पर पेड़ गिरने से चार लोगों की जान चली गई।
दक्षिणी दिल्ली के वसंत कुंज जैसे पॉश इलाकों में तेज़ बारिश के कारण जलभराव हुआ, जिससे एक स्कूल बस और एक बीएमडब्ल्यू कार फंस गई। इसी तरह, अरुणा आसफ़ अली मार्ग पर रेड लाइट सिस्टम के ठप पड़ने से यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। शेख सराय में पेड़ गिरने से 4–5 गाड़ियां और कई बाइक क्षतिग्रस्त हो गईं।
दिल्ली-एनसीआर में अचानक बदला मौसम न केवल जीवन को अस्त-व्यस्त कर गया, बल्कि यह हमें इस बात का संकेत भी देता है कि आने वाले समय में प्राकृतिक घटनाओं की तीव्रता और आवृत्ति दोनों बढ़ सकती हैं।