राहुल गांधी के बिना पूर्व सूचना के दिल्ली विश्वविद्यालय दौरे पर बवाल

राहुल गांधी के गुरुवार को बिना पूर्व सूचना के DU के नॉर्थ कैंपस दौरे को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कड़ी आपत्ति जताई। इसे संस्थानिक प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताया;

Update: 2025-05-23 05:20 GMT
राहुल गांधी गुरुवार को अचानक दिल्ली विश्वविद्यालय पहुंच गए (फोटो : X/@nsui )

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के गुरुवार को बिना पूर्व सूचना के दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस पहुंचने पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कड़ी आपत्ति जताई है। प्रशासन ने इसे संस्थानिक प्रोटोकॉल का उल्लंघन और छात्र संगठन (DUSU) के कामकाज में गंभीर बाधा बताया है।

क्या था कार्यक्रम?

राहुल गांधी ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) के अध्यक्ष कार्यालय में आयोजित एक सत्र में भाग लिया, जहां उन्होंने अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) से आने वाले छात्रों के साथ बातचीत की।

इस दौरान प्रतिनिधित्व, समानता और शैक्षणिक न्याय जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई।

गौरतलब है कि इससे पहले, राहुल गांधी ने बिहार स्थित अंबेडकर छात्रावास में भी छात्रों से मुलाकात की थी, जिसके चलते उनके खिलाफ दो एफआईआर दर्ज हुई थीं।

विश्वविद्यालय प्रशासन की प्रतिक्रिया

एक आधिकारिक बयान में दिल्ली विश्वविद्यालय ने इस दौरे की निंदा की और उम्मीद जताई कि आगे से इस तरह की घटनाएं दोहराई नहीं जाएंगी। डीयू ने कहा, 'राहुल गांधी की करीब एक घंटे की मौजूदगी के दौरान DUSU कार्यालय और आसपास का क्षेत्र सुरक्षा बलों ने पूरी तरह से घेर लिया, जिससे छात्र संगठन की सामान्य कार्यप्रणाली बाधित हुई।'

बयान में कहा गया कि DUSU की सचिव को भी कार्यालय में प्रवेश से रोका गया, और यह कार्य कांग्रेस की छात्र इकाई NSUI के सदस्यों द्वारा किया गया।

इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय ने यह भी आरोप लगाया कि NSUI से जुड़े कुछ छात्रों ने अन्य छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किया। बयान में कहा गया, “दुर्व्यवहार में शामिल छात्रों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।” 

DUSU अध्यक्ष रौनक खत्री की सफाई

DUSU अध्यक्ष रौनक खत्री, जो NSUI से संबद्ध हैं, ने इन आरोपों को खारिज किया। “किसी भी निजी अतिथि को आमंत्रित करने के लिए छात्र संगठन को पूर्व अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है, खासकर जब कार्यक्रम छोटा और शांतिपूर्ण हो तथा सुरक्षा नियमों का उल्लंघन न हो।”

उन्होंने कहा कि दौरा पूरी तरह शांतिपूर्ण तरीके से DUSU कार्यालय के भीतर आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा, “मेरे पास यह अधिकार है कि मैं किसी को भी आमंत्रित कर सकूं। विश्वविद्यालय का बयान तथ्यात्मक रूप से गलत, भ्रामक और प्रशासनिक दखल का प्रतीक है।”

रौनक खत्री ने विश्वविद्यालय के प्रेस नोट को "राजनीतिक रूप से प्रेरित और पक्षपाती" करार दिया और आरोप लगाया कि इससे छात्र संगठन की स्वायत्तता को कमजोर किया जा रहा है।

ABVP की प्रतिक्रिया: 'फोटो-ऑप और बुरा नाटक'

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP), जो DUSU में कई पदों पर काबिज है, ने भी राहुल गांधी के दौरे की कड़ी आलोचना की। संगठन ने इसे "फोटो-ऑप" और "बुरा नाटक" बताया और आरोप लगाया कि इस दौरान उनके प्रतिनिधियों को सत्र से बाहर रखा गया।

ABVP ने कहा, "यह सत्र केवल चुनिंदा NSUI सदस्यों के साथ बातचीत तक सीमित था। यह एक 'इको चेंबर' की तरह था, जहां केवल एक विचारधारा के लोग मौजूद थे।"

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