गौकशी के आरोप में मध्य प्रदेश में 11 मकान किये गए ध्वस्त

पुलिस का दावा आरोपियों के ठिकानो से बड़ी मात्र में गाय के अवशेष और मांस मिला, 150 जिन्दा गाय ठिकानों के पिछले हिस्से में बंधी मिली. जो घर ध्वस्त किये गए वो सरकारी जमीन पर अवैध बने थे

Update: 2024-06-16 08:23 GMT

Cow Slaughter MP Demolition: मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल इलाके मंडला में अवैध गौमांस के कारोबार करने के आरोप में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 11 घरों को ध्वस्त कर दिया है. दावा किया जा रहा है कि ये घर सरकारी जमीन पर बने हुए थे. इतना ही नहीं पुलिस की तरफ से भी ये दावा किया गया है कि सभी 11 आरोपियों के घरों के अंदर फ्रिज में से बड़ी संख्या में गौ वंश के अवशेष मिले हैं, साथ ही आरोपियों के ठिकानों के पीछे 150 गाय बंधी मिली. पुलिस व प्रशासन की इस कार्रवाई पर कई सवाल भी खड़े किये जा रहे हैं कि आखिर बगैर किसी क़ानूनी प्रक्रिया या आरोप सिद्ध हुए कैसे इतनी बड़ी संख्या में 11 परिवारों के सर से छत छीन ली गयी.

क्या है मामला

मंडला के पुलिस अधीक्षक के अनुसार गुप्त सुचना मिली कि कुछ लोगों ने बड़ी संख्या में गाय बंधी हुई है, जो इन गायों को काटने के लिए लाये हैं. सुचना के आधार पर जब छापे मारी की गयी तो सुचना सही साबित हुई. पुलिस ने फ्रिज से जो मांस और अवशेष बरामद किये, उनकी जाँच करवाई गयी, जिसमें पशु चिकित्सकों ने इस बात की पुष्टि की है कि मांस और अवशेष गाये के हैं. इसके अलावा सैंपल डीएनए जाँच के लिए हैदराबाद भेजे गए हैं.

इसलिए ध्वस्त किये गए मकान

पुलिस का दावा है कि आरोपियों के घर सिर्फ इसलिए ध्वस्त नहीं किये गए हैं कि वे उन आरोपियों के हैं, जो गौकशी के मामलों में लिप्त हैं, बल्कि इसलिए किये गए हैं कि वे मकान सरकारी जमीन पर अवैध तरह से बने हुए थे.

सिर्फ 1 आरोपी गिरफ्तार बाकी 10 फरार

पुलिस का कहना है कि इस मामले में एक एफआईआर दर्ज की गयी है. अभी तक 1 आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 10 फरार हैं. जो 150 गाय बरामद की गयी हैं, उन्हें गौशाला भेज दिया गया है.

7 साल की है सजा

मध्य प्रदेश में गौकशी के खिलाफ सख्त कानून है. गौहत्या के मामले में आरोप सिद्ध होने पर 7 साल की सजा का प्रावधान है. 


कार्रवाई की हो रही है आलोचना 

मध्य प्रदेश पुलिस व प्रशासन द्वारा की गयी इस कार्रवाई की आलोचना भी की जा रही है. एक पक्ष का कहना है कि सिर्फ आरोपों के आधार पर इतनी बड़ी कार्रवाई कहाँ तक उचित है? अभी तो ये भी पूरी तरह से साफ़ नहीं है कि जो अवशेष और मांस फ्रिज से मिला है या नहीं वो गाय के हैं या नहीं, वो डीएनए जाँच रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगा. इसके अलावा पुलिस और प्रशासन इन मकानों को अवैध बता रहे हैं तो क्या पहले से ये मालूम नहीं था कि मकान सरकारी जमीन पर अवैध बने हुए हैं. इसलिए ये कार्रवाई धर्म के आधार पर की गयी ज्यादा प्रतीत होती है.

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