मोनेस्ट्री में भरा पानी
मोनेस्ट्री जो सिविल लाइन इलाके के सामने स्थित है, में पानी भर गया है. लोगों का कहना है कि ये पानी सीवर ओवरफ्लो की वजह से भरना शुरू हुआ है. हमने वहां कुछ लोगों से बात की, जिन्होंने बताया कि पानी मंगलवार शाम से ही भरना शुरू हो गया था लेकिन बुधवार सुबह 7 बजे से पानी काफी तेज गति से बढ़ने लगा है. लोगों ने ये भी बताया कि अभी पानी सीवर से आ रहा है लेकिन जब यमुना से पानी आएगा तो फिर यहाँ की हालत बहुत ख़राब हो जाएगी. एक महिला अंग्मो अन्गोम ने कहा कि पानी भरने की वजह से वो फिलहाल मजनू की टीला चली गयी हैं क्योंकि वहां पानी अभी तक नहीं आया है. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से कोई ख़ास मदद अभी तक नहीं मिली है और न ही कोई जानकारी कि पानी कितना आएगा और कब तक आएगा. कुछ लोग यहाँ से जा रहे हैं तो कुछ लोग अपने घर के ऊपर वाले फ्लोर पर शिफ्ट हो गए हैं.
मोनेस्ट्री में ही दुकान चलाने वाले एक युवक ने बताया कि पानी सुबह से ज्यादा भरना शुरू हुआ है और बढ़ता ही जा रहा है. शाम तक पानी और ज्यादा भरने की आशंका है. अभी सरकार या प्रशासन की तरफ से कोई ठोस जानकारी नहीं दी गयी है. हम लोगों ने अपना सामान बाहर निकाल लिया है. एक अन्य युवक ने बताया कि 2023 में ये मोनेस्ट्री लगभग पूरी ही डूब गयी थी और 10 से 12 फीट तक पानी भर गया था. इस बार क्या होगा ये नहीं पता है.
नजदीक ही स्थित एक गौशाला में भी पानी भर गया, जिसकी वजह से गाय और गौवंश आदि पशुओं को बाहर निकाला गया है. गौशाला का प्रबंधन देखने वाले बाबा ने बताया कि वो पिछले 50 साल से यहाँ गौशाला चला रहे हैं. हर दूसरे तीसरे साल में पानी आता है लेकिन 2023 के बाद इस साल पानी काफी आया है. अभी तक 2023 जैसा तो हाल नहीं है लेकिन पानी आ रहा है. पानी सीवर से बढ़ रहा है. सबसे दुखद बात ये है कि हमारी मदद के लिए किसी भी राजनितिक दल का कोई भी आदमी सामने नहीं आया है, दिल्ली सरकार और प्रशासन की तरफ से भी नहीं लेकिन दिल्ली पुलिस ने हमारी मदद की है.
उस्मानपुर और सोनिया विहार में पुश्ते तक पहुंचा पानी
द फ़ेडरल देश की टीम ने पाया कि यमुना का जल स्तर बढ़ने से अब पानी उस्मानपुर और सोनिया विहार पुश्ते तक पहुँच गया है. सड़क से पानी साफ़ नज़र आ रहा है. पानी पुश्ता की बाउंड्री के सबसे उपरी हिस्से पर पहुँचने को है. यही वजह है कि यमुना की ओर जाने वाले हर पुश्ते पर पुलिस को तैनात कर दिया गया है और बेरीकेड लगा दिए गए हैं. जो लोग यमुना खादर में रहते थे, वो अब सड़क पर आ गए हैं.
सोनिया विहार के चौथा पुश्ता में ऐसे कुछ लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि वो यमुना खादर में खेती करते हैं. पानी आ जाने की वजह से वो सब लोग ऊपर आ गए हैं. एक व्यक्ति ने बताया कि वो सब्जी की खेती करते हैं लेकिन पानी आ जाने की वजह से अब सब लोग ऊपर आ गए हैं. सरकार की तरफ से केवल पांच टेंट लगाए गए हैं, जबकि यहाँ कम से का 150 लोग रह रहे हैं. हम सबने अपनी तरफ से प्लास्टिक की चादर से तम्बू बनाये हैं. दो दिन से सरकार की तरफ से खाना मिल रहा है, लेकिन वो भी अलग अलग समय पर आता है कोई निश्चित समय नहीं है. खाना अभी तो मिल रहा है लेकिन पानी उतरने के बाद सरकार की तरफ से खाना नहीं मिलेगा और टेंट भी उतार कर ले जायेंगे. जबकि पानी उतरने के बाद कीचड़ रहता है और उसे सूखने में एक से डेढ़ महिना लग जाता है. तब तक हम लोग ऊपर ही रहेंगे.
एक महिला का कहना था कि सरकार की तरफ से खाना आने में देरी हो जाती है. नाश्ते का समय सुबह 11 बजे का है लेकिन बुधवार को नाश्ता दोपहर 1 बजे आया है और दोपहर के खाने का कुछ पता नहीं है. हम लोग नमक रोटी खा रहे हैं. सरकार भी अभी दो दिन से खाना दे रही है लेकिन जब पानी उतर जायेगा तो खाना नहीं दिया जायेगा.
दिल्ली में बढ़ता जल प्रलय का संकट, यमुना के मौजूदा जलस्तर ने तोड़ा 2010 का रिकॉर्ड
दिल्ली में आज की बात करें तो यमुना के सर्वाधिक जलस्तर के रिकॉर्ड में वर्ष 2025 फिलहाल चौथे स्थान पर पहुंच गया है.
1. साल 2023- 208.66 मीटर
2. साल 1978- 207.49 मीटर
3. साल 2013- 207.32 मीटर
4. साल 2025- 207.19 मीटर (शाम 4 बजे तक)
5. साल 2010- 207.11 मीटर
निगम बोध घाट में घुसा पानी
यमुना का जलस्तर बढने की वजह से निगमबोध घाट की दीवार टूटी। निगमबोध घाट में जल भराव होने की वजह से अंतिम संस्कार पर भी रोक लगा दी गई है।
दिल्ली सरकार ने फिर कहा घबराने की जरुरत नहीं
पानी के लगातार बढ़ने के बावजूद दिल्ली सरकार ने एक बार फिर से ये दावा किया है कि लोगों को घबराने की जरुरत नहीं है. दिल्ली सरकार अलर्ट मोड पर है. सभी जरुरी कदम उठाये जा रहे हैं. जो पानी दिल्ली में आ रहा है, उसे तुरंत आगे भी भेजा जा रहा है.