'फांसी घर' निकला फर्जी! विधानसभा में तत्कालीन आप सरकार पर फर्जीवाड़े का आरोप
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जहाँ आज विधानसभा है, वहां अंग्रेजों के समय में संसद होती थी और इतिहास में वहां किसी भी फांसी घर का कोई उल्लेख नहीं है.;
Delhi Vidhansabha And The Truth Of Fansi Ghar : दिल्ली विधानसभा में उस कथित 'फांसी घर' को लेकर सियासी बवाल मच गया है, जिसे आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने ऐतिहासिक स्थल बताकर संवारा था। अब मौजूदा सरकार का दावा है कि यह पूरा प्रोजेक्ट "झूठ पर आधारित एक कहानी" थी, जिस पर जनता का करोड़ों रुपये बर्बाद किया गया। विधानसभा अध्यक्ष ने इसे "कोरी कल्पना" बताया और जांच के आदेश देने की बात कही है।
क्या है मामला?
AAP सरकार ने विधानसभा परिसर में एक कथित फांसी घर को दर्शाते हुए ऐतिहासिक धरोहर के तौर पर पेश किया था। अब वर्तमान सरकार का दावा है कि यह दावा पूरी तरह निराधार है।
PWD मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा, “यह इमारत ब्रिटिश दौर की संसद थी। इसके असली नक्शों में कहीं कोई फांसी घर दर्ज नहीं है। सामान उठाने वाली लिफ्ट को फांसी देने की जगह बताया गया, रस्सी को फांसी की रस्सी कहा गया – यह सब जनता को गुमराह करने के लिए किया गया।”
विधानसभा अध्यक्ष का बयान
विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि इस फर्जी प्रोजेक्ट पर सरकार का मोटा पैसा खर्च हुआ और अब इसकी गहन जांच कराई जाएगी। “ऐसे झूठे इतिहास गढ़कर जनता को भ्रमित करना और सरकारी पैसे का दुरुपयोग करना गंभीर मामला है,” उन्होंने कहा।
वरिष्ठ विधायक का समर्थन
पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक अरविंदर सिंह लवली ने भी कहा कि "AAP सरकार के आने से पहले वहां ऐसा कोई ढांचा नहीं था, जिसे फांसी घर कहा जा सके।"
अब क्या होगा?
बुधवार को इस विषय पर विधानसभा में विस्तृत चर्चा प्रस्तावित है। संभावना है कि इस मुद्दे को लेकर जांच समिति का गठन किया जाएगा और संबंधित परियोजना से जुड़े अफसरों व जिम्मेदारों से जवाब-तलबी होगी।