क्या बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सेहत भी एक चुनावी मुद्दा है?

नीतीश का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए तेजस्वी यादव ने लिखा, "एक प्रदेश के मुख्यमंत्री को इस दयनीय स्थिति में देख आपको कैसा लग रहा है? क्या अजीब हरकतें करते मामनीय मुख्यमंत्री जी आपको मानसिक रूप से स्वस्थ दिखाई दे रहे है?"

Update: 2025-10-07 11:52 GMT
पीएम मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के दौरान सीएम नीतीश कुमार अजीबोगरीब हरकतें करते दिखे

चूंकि अब बिहार में विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान हो चुका है। दो चरणों में होने वाले चुनाव के पहले फेज में 6 नवंबर को और दूसरे फेज में 11 नवंबर को वोट पड़ेंगे और चुनाव के नतीजे आएंगे 14 नवंबर को। जाहिर है, अब चुनाव ज्यों-ज्यों आगे बढ़ेगा, इसमें नए मुद्दों, नए विवादों, नए किरदारों की भी एंट्री हो जाएगी। ऐसा अतीत में एक चलन भी रहा है। लेकिन एक मसला ऐसा है जो चुनाव से पहले भी चर्चा में था और अब भी उस पर चर्चा किसी न किसी बहाने चल ही रही है और वो है बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सेहत से जुड़ा सवाल। 

सवाल पूछे जा रहे हैं कि आखिर नीतीश कुमार सार्वजनिक मंचों पर जैसी अजीबो-गरीब हरकतें क्यों कर रहे हैं?  क्या वाकई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरी तरह से स्वस्थ हैं? क्या वो आगे भी लीड करने की स्थिति में हैं?

इस चर्चा को बल मिला बिहार में विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान होने से एक दिन पहले यानी 5 अक्तूबर को, जब नीतीश कुमार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो गया। नीतीश कुमार उस वीडियो में अजीबोगरीब हरकतें करते हुए देखे जा सकते हैं। वह उस वक्त का वाकया है,जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बिहार के लिए कई योजनाओं का उदघाटन और शिलान्यास कर रहे थे।

लेकिन योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास से  ज्यादा चर्चा सोशल मीडिया पर तो मंचासीन नीतीश कुमार की अजीबोगरीब मुद्राओं की ही हुई। चर्चा होने लगी कि क्या वाकई नीतीश कुमार आगे भी सरकार की कमान संभालने की स्थिति में होंगे या नहीं होंंगे?

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने तो इस वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट करके लिखा, "एक प्रदेश के मुख्यमंत्री को इस दयनीय स्थिति में देख आपको कैसा लग रहा है? क्या अजीब हरकतें करते मामनीय मुख्यमंत्री जी आपको मानसिक रूप से स्वस्थ दिखाई दे रहे है?"

बिहार में 'द फेडरल देश' के हमारे सहयोगी मोहम्मद इमरान खान से जब हमने इस सिलसिले में बात की तो उन्होंने बताया कि नीतीश के स्वास्थ्य को लेकर ग्राउंड पर भी बहुत चर्चा है। उन्होंने कहा, "इस सिचुएशन को देखकर बीजेपी वाले अंदर ही अंदर तो खुश लगते हैं, लेकिन जेडीयू वाले चिंतित दिखाई दे रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि नीतीश कुमार की फिजिकल और मेंटल हेल्थ अच्छी नहीं चल रही है। तेजस्वी यादव ने तो बाकायदा वीडियो क्लिप शेयर करके पूछ ही लिया कि आखिर नीतीश कुमार स्वस्थ हैं कि नहीं।"



जाहिर है, बिहार के विधानसभा चुनाव में इस बार नीतीश कुमार की सेहत भी चुनावी मुद्दा बन चुकी है। नीतीश कुमार के स्वास्थ्य से जुड़े मसले को देखकर बीजेपी ने भी इस बार अपनी रणनीति बदली है। कहा जा रहा है कि बीजेपी इस बार बिहार में सरकार आने की स्थिति में अपना मुख्यमंत्री बनाने के लिए पूरा ज़ोर लगा रही है।

पटना में 'द फेडरल देश' के हमारे सहयोगी मोहम्मद इमरान खान  से जब हमने पूछा कि आखिर बीजेपी के भीतर इस समय क्या खदबदाहट है तो उन्होंने बताया, "चूंकि हिंदी पट्टी में बिहार ही एक ऐसा राज्य है जहां पर बीजेपी अपने दम पर और अपनी सरकार नहीं बना पाई है। न ही अपना मुख्यमंत्री बना पाई है। मुझसे बीजेपी के एक सीनियर लीडर ने नाम न छापने की शर्ते पर कहा कि 2025 हमारे लिए स्वर्णिम अवसर है क्योंकि हम नहीं जानते कि 2030 में क्या स्थिति होगी।"  

वैसे नीतीश कुमार बतौर मुख्यमंत्री बिहार में बहुत लम्बी पारी खेल चुके है। बीच का एक छोटा अंतराल छोड़ दें तो वह लगभग बीस साल बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। साल 2005 से वह इस कुर्सी पर हैं। लेकिन इस बार ऐसा लग रहा है कि सेहत अब उनका साथ नहीं दे रही है। खुद बीजेपी ने भी इस बार एनडीए का मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया है, जबकि पहले के चुनावों में वो ऐसा करती रही है।

तो क्या नीतीश कुमार का ये आखिरी चुनाव होने वाला है? इसका जवाब मिलेगा 14 नवंबर को जब बिहार विधानसभा चुनावों के नतीजे आएंगे।

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