झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरेन की बड़ी घोषणा, बनाएंगे नई राजनीतिक पार्टी

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता चंपई सोरेन ने नई राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा की है.

Update: 2024-08-21 12:32 GMT

Champai Soren Form New Political Party: झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेता चंपई सोरेन के तेवर बाकी हो गए हैं. हर कोई यह अंदाजा लगा रहा था कि अब उनका अगला कदम क्या होगा. इसी बीच चंपई सोरेन ने नई राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा की है.

चंपई सोरेन ने भविष्य में गठबंधन की संभावना को खुला छोड़ते हुए कहा कि मैंने तीन विकल्प बताए थे- सेवानिवृत्ति, संगठन या दोस्त. मैं सेवानिवृत्त नहीं होऊंगा. मैं पार्टी को मजबूत करूंगा. एक नई पार्टी बनाऊंगा और अगर रास्ते में कोई अच्छा दोस्त मिलता है तो उसके साथ आगे बढ़ूंगा. जब उन्हें याद दिलाया गया कि राज्य में चुनाव से पहले नई पार्टी बनाने के लिए उनके पास ज्यादा समय नहीं बचा है तो सोरेन ने कहा कि यह आपकी समस्या नहीं है.

उन्होंने कहा कि जब एक दिन में 30 हजार से लेकर 40 हजार कार्यकर्ता आ सकते हैं तो मुझे नई (राजनीतिक पार्टी) बनाने में क्या समस्या होगी. पार्टी एक सप्ताह के भीतर बन जाएगी.

चंपई सोरेन ने एक नई राजनीतिक पार्टी बनाने का फैसला झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कड़वे अपमान के दौर के बाद किया है. इस घोषणा से कुछ दिन पहले सोरेन ने झामुमो नेतृत्व के साथ अपने असंतोष का संकेत दिया. खासकर तब जब उनके सरकारी कार्यक्रमों को पार्टी नेताओं ने उनकी जानकारी के बिना अचानक रद्द कर दिया था. उन्होंने कहा कि वह चुप रहे. क्योंकि उन्हें सत्ता का लालच नहीं था. लेकिन उनके स्वाभिमान को ठेस पहुंची थी.

इतने सारे विवादों के बाद चंपई सोरेन ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि अपमान के कारण मुझे वैकल्पिक रास्ता तलाशना पड़ा. उन्होंने विधायक दल की बैठक में घोषणा की थी कि आज से मेरे जीवन का एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है. मेरे पास तीन विकल्प थे. पहला राजनीति से संन्यास लेना, दूसरा अलग पार्टी बनाना और तीसरा, अगर मुझे कोई सहयोगी मिल जाए तो उसके साथ आगे बढ़ना. उस दिन से लेकर आज तक और आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव तक, इस यात्रा में मेरे लिए सभी विकल्प खुले हैं.

पूर्व मुख्यमंत्री ने तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में इस्तीफे और उसके बाद गिरफ्तारी के बाद 2 फरवरी को पदभार संभाला था. हालांकि, हेमंत सोरेन के जेल से रिहा होने और 3 जुलाई को झामुमो के विधायक दल के नेता के रूप में फिर से चुने जाने पर उनका कार्यकाल कम हो गया, जिसके कारण चंपई सोरेन को इस्तीफा देना पड़ा. भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच चंपई सोरेन रविवार को दिल्ली आए. हालांकि, झारखंड भाजपा प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने सोमवार को कहा कि चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बारे में उनसे अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है. मरांडी ने कहा कि चंपई सोरेन से अभी तक कोई बातचीत नहीं हुई है. वह एक अनुभवी राजनीतिज्ञ हैं और अलग झारखंड आंदोलन का हिस्सा रहे हैं. वह खुद अपना रास्ता तय करेंगे.

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