यौन शोषण मामला: अभिनेता जयसूर्या पूछताछ के लिए पेश हुए

कैंटोनमेंट पुलिस स्टेशन में पूछताछ के बाद जयसूर्या ने मीडिया से बात करते हुए अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया। उन्होंने दावा किया कि वे ऐसे झूठे आरोपों के "जीवित शहीद" हैं.

Update: 2024-10-15 12:17 GMT

Justice Hema Committee : मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के अभिनेता जयसूर्या से आज फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के साथ किये गए यौन उत्पीडन मामलों की जाँच कर रही एसआईटी ने पूछताछ की. अभिनेता जयसूर्या पूछताछ के लिए कैंटोनमेंट पुलिस थाने में पेश हुए.

जयसूर्या के खिलाफ एक महिला अभिनेता ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि सचिवालय में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान उनके साथ गलत किया गया था.

जयसूर्या ने कहा गलत फंसाया गया
कैंटोनमेंट पुलिस स्टेशन में पूछताछ के बाद जयसूर्या ने मीडिया से बात करते हुए अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया. उन्होंने दावा किया कि वे ऐसे झूठे आरोपों के "जीवित शहीद" हैं.
अभिनेता जयसूर्या के खिलाफ कैंटोनमेंट पुलिस थाने में 28 अगस्त को भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
शिकायतकर्ता ने प्रमुख अभिनेता एम. मुकेश (जो विधायक भी हैं), जयसूर्या और मनियानपिला राजू, तथा छोटे अभिनेता इदावेला बाबू (जो अभिनेताओं के संगठन एएमएमए में प्रमुख भूमिका निभाते थे) के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए थे.

एक और महिला अभिनेता ने करायी थी जयसूर्या के खिलाफ एफआईआर
एक अन्य महिला अभिनेता की शिकायत पर करमना पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 354 और 354 सी (दृश्यरतिकता) के तहत एक अन्य मामला दर्ज किया गया था, जिसने आरोप लगाया था कि जयसूर्या ने 2012-13 के दौरान थोडुपुझा के पास एक फिल्म सेट पर उसके साथ छेड़छाड़ की थी.

जस्टिस हेमा समिति की रिपोर्ट के बाद दर्ज की गयी FIR
जस्टिस हेमा समिति की रिपोर्ट में खुलासे के बाद मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के विभिन्न निर्देशकों और अभिनेताओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद कई उच्च प्रोफ़ाइल मलयालम फिल्म हस्तियों के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की गई हैं.
जयसूर्या के अलावा, यौन उत्पीड़न या उत्पीड़न के मामलों में आरोपी फिल्मी हस्तियों में अभिनेता सिद्दीकी, मुकेश, मनियानपिल्ला राजू, इदावेला बाबू और निर्देशक रंजीत शामिल हैं.
2017 में अभिनेत्री पर हमला मामले के बाद केरल सरकार ने न्यायमूर्ति के हेमा समिति का गठन किया था और इसकी रिपोर्ट में मलयालम सिनेमा उद्योग में महिलाओं के उत्पीड़न और शोषण के मामलों का खुलासा हुआ था.

(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को फेडरल स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से स्वतः प्रकाशित किया गया है।)


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