कांग्रेस में युवाओं की भागीदारी सिर्फ दिखावा है, कार्ती का कबूलनामा
कार्ती चिदंबरम ने तमिलनाडु में कांग्रेस की कमजोर संगठनात्मक स्थिति, हिरासत में मौतों की प्रणालीगत समस्या और 2029 में मोदी सरकार की संभावनाओं पर खुलकर बात की।;
Karti Chidambaram Interview: द फेडरल को दिए एक विशेष इंटरव्यू में कांग्रेस सांसद कार्ती चिदंबरम ने तमिलनाडु में कांग्रेस की स्थिति, युवा राजनीति, पुलिस प्रणाली की खामियाँ और 2029 तक भारतीय राजनीति की दिशा पर खुलकर बात की। उन्होंने वंशवाद, परिसीमन और हिरासत में मौत जैसे जटिल मुद्दों पर भी बेझिझक राय रखी।
क्या अब भी आप ‘सबसे ज़्यादा छापे झेलने वाले’ व्यक्ति हैं?
“जी हाँ, आज भी मैं यही मानता हूं। अगर कोई मुझसे ज़्यादा छापा झेल चुका हो, तो वह ताज पहन सकता है।”
कांग्रेस तमिलनाडु में अकेले चुनाव क्यों नहीं लड़ती?
हमारी संगठनात्मक स्थिति ऐसी नहीं है कि हम अकेले लड़ सकें। 1989 के बाद हमने मुख्यमंत्री पद के लिए कोई चेहरा भी नहीं पेश किया। यहां तक कि मेरे पिता को भी TNCC अध्यक्ष नहीं बनाया गया यह शायद ऐतिहासिक भूल थी। लेकिन अब उसे सुधारा नहीं जा सकता।
क्या आप कांग्रेस का नेतृत्व कर सकते हैं?
मैं उस भूमिका के लायक हूं, लेकिन कुछ लोगों को लगता है कि मैं बहुत बेबाक और स्पष्टवादी हूं, जो पार्टी की वर्तमान ज़रूरतों से मेल नहीं खाता। एक नेता को बदल देने से संगठन नहीं बनता उसके लिए वक्त, मेहनत और जनादेश चाहिए।
तमिलनाडु में युवा कांग्रेस से क्यों नहीं जुड़ रहे?
सच कहूं तो हम ज़्यादा कुछ नहीं कर रहे हैं। यहां की राजनीतिक जमीन द्रविड़ दलों से भरी हुई है। TVK जैसी पार्टियां भी आ गई हैं। गैर-राजनीतिक युवा कांग्रेस की ओर आकर्षित नहीं हो रहे। हमारी सदस्यता अभियान दिखावटी होते हैं।
वंशवाद के आरोपों पर क्या कहेंगे?
मैं अपने पिता का बेटा हूं, इसमें छुपाने जैसा क्या है? लेकिन हर सफल राजनीतिक उत्तराधिकारी के पीछे कई असफल उदाहरण होते हैं। बीजेपी समेत सभी पार्टियां परिवारवाद को बढ़ावा देती हैं। मैं जो कहता हूं, करता हूं वही मेरी पहचान बनाता है।
हिरासत में मौत और DMK पर TVK की आलोचना पर आपकी राय?
हिरासत में मौत कोई DMK या AIADMK की समस्या नहीं, बल्कि सिस्टम की विफलता है। यह अंग्रेजों के ज़माने की पुलिस व्यवस्था की मानसिकता का परिणाम है। अगर TVK वाकई बदलाव चाहती है, तो उन्हें भावनात्मक हमला छोड़कर संरचनात्मक सुधार की बात करनी चाहिए।
कांग्रेस भी इस दोष से मुक्त नहीं, क्या स्वीकार करते हैं?
बिलकुल, कांग्रेस भी इस दोष की भागी है। हालांकि हम 1967 के बाद तमिलनाडु में सत्ता में नहीं आए। पर राष्ट्रीय स्तर पर हम सबको सामूहिक ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए। पुलिस आज भी उपनिवेशवादी सोच से चल रही है इसे पूरी तरह बदलने की ज़रूरत है।
आप परिसीमन के खिलाफ क्यों हैं?
अगर जनसंख्या आधारित परिसीमन होगा, तो तमिलनाडु की संसद में हिस्सेदारी घटेगी। यह अनुचित है, क्योंकि हम ज्यादा टैक्स देते हैं और परिवार नियोजन लागू करते हैं। इसे सज़ा के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। सांसदों की संख्या बढ़ाने से बहस की गुणवत्ता घटेगी।
क्या 2029 में नरेंद्र मोदी ही बीजेपी का चेहरा होंगे?
राजनीति में कोई रिटायरमेंट की उम्र नहीं होती, लेकिन बीजेपी की 75 की अनकही सीमा है। मोदी रहेंगे या नहीं, यह बीजेपी का विषय है। लेकिन जनता में थकान दिख रही है वही वादे, वही चेहरे। मुझे लगता है 2029 तक यह थकान और गहरी होगी और शायद कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार बने।
राहुल गांधी के अलावा 2029 के लिए कांग्रेस के उभरते चेहरे?
नीचे के स्तर पर राहुल गांधी ही चेहरा बने हुए हैं। हर राज्य के अपने नेता हैं जैसे कर्नाटक में डीके शिवकुमार। केरल और कर्नाटक में संगठन मज़बूत हैं, लेकिन अन्य राज्यों में सहयोगियों पर निर्भरता के कारण रफ्तार धीमी है।
जांच एजेंसियों के बावजूद लोग आपको क्यों चुनते हैं?
लोग इन एजेंसियों को गंभीरता से नहीं लेते। उन्हें पता है कि ये राजनीतिक बदले के औजार हैं। शिवगंगा में मुझे लोग इसलिए स्वीकार करते हैं क्योंकि मैं साफ-साफ बोलता हूं, लोगों की निजी जिंदगी में दखल नहीं देता और राजनीति को निजी जीवन से अलग रखता हूं।