अगर जवान सीमा छोड़... TMC ने कोलकाता रेप-मर्डर केस में डॉक्टरों के हड़ताल की तुलना पुलवामा से की
कोलकाता में महिला ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर मामले में डॉक्टरों के हड़ताल की तुलना तृणमूल कांग्रेस ने पुलवामा हमले से की है.
Trinamool Congress on Doctors Strike: कोलकाता में महिला ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर मामले में डॉक्टरों ने न्याय की मांग करते हुए सड़कों पर अपना विरोध जारी रखा है. वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को इस स्थिति की तुलना साल 2019 के पुलवामा हमले से की है.
टीएमसी नेता कुणाल घोष ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि डॉक्टरों से हड़ताल खत्म करने का अनुरोध करते हुए, मेरा एक सवाल है. पुलवामा मामले में कोई न्याय नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि तो, अगर जवान सीमाओं को छोड़कर 'हमें न्याय चाहिए' हड़ताल शुरू करते हैं, तो वे इसे कैसे देखेंगे?
बता दें कि 14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा हमले में 40 कर्मियों की मौत हो गई थी. एक विस्फोटक से लदे वाहन ने सीआरपीएफ कर्मियों को ले जा रहे वाहनों के काफिले को टक्कर मार दी थी. यह डॉक्टरों को काम पर वापस लाने के कई प्रयासों में से एक है. क्योंकि राज्य भर में मरीजों को चिकित्सा उपचार प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में बंगाल की मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों से अनुरोध करते हुए कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो मैं आपके पैर छूने के लिए तैयार हूं, अगर इससे आपको संतुष्टि मिलती है, तो काम पर वापस आएं. बता दें कि 9 अगस्त को आरजी कर कॉलेज और अस्पताल की एक पोस्ट-ग्रेजुएट डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के विरोध में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. इस मामले में अब तक एक गिरफ्तारी हुई है.