पार्टी से बाहर, परिजनों से नाता कायम, तेज प्रताप बोले दिल की बात
पार्टी और परिवार से 6 साल के निष्कासन के बाद तेज प्रताप यादव ने मम्मी-पापा को भगवान बताते हुए पहली बार भावुक प्रतिक्रिया दी है।;
Tej Pratap Yadav News: आरजेडी से छह साल के लिए निष्कासन झेल रहे तेज प्रताप यादव ने आखिरकार पूरे विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने अपने आधिकारिक X (ट्विटर) हैंडल पर एक भावुक पोस्ट शेयर किया, जिसमें उन्होंने अपने माता-पिता लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के प्रति गहरी श्रद्धा और समर्पण जताया।
तेज प्रताप ने लिखा, “मेरे प्यारे मम्मी-पापा... मेरी सारी दुनिया बस आप दोनों में ही समाई है। भगवान से बढ़कर हैं आप और आपका दिया कोई भी आदेश। आप हैं तो सब कुछ है मेरे पास।”उन्होंने आगे लिखा कि उन्हें सिर्फ अपने माता-पिता का प्यार और विश्वास चाहिए, न कि कोई पद या सत्ता। उन्होंने लालू यादव को पार्टी के संस्थापक और मार्गदर्शक के रूप में संबोधित करते हुए कहा,“पापा आप नहीं होते तो ना ये पार्टी होती और ना मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद जैसे लालची लोग।
लालू परिवार से बाहर, फिर भी भावनात्मक जुड़ाव बरकरार
अनुष्का यादव के साथ रिश्ते को लेकर चर्चा में आए तेज प्रताप की एक तस्वीर पिछले दिनों वायरल हो गई थी, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि वे पिछले 12 वर्षों से एक रिलेशनशिप में हैं। बाद में उन्होंने सफाई दी कि उनका अकाउंट हैक हो गया था और यह सब उनके खिलाफ साजिश है।लेकिन लालू यादव ने तेज प्रताप की हालिया गतिविधियों को "पारिवारिक और सार्वजनिक मूल्यों के प्रतिकूल" मानते हुए उन्हें आरजेडी और परिवार, दोनों से छह साल के लिए बाहर कर दिया।
लालू यादव ने एक बयान में कहा,“ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधियाँ, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक संस्कारों के अनुरूप नहीं हैं। अतः पार्टी और परिवार से उसकी भूमिका समाप्त की जाती है।”
बीजेपी पर भी साधा था निशाना
इससे पहले तेज प्रताप यादव ने बिहार में एनडीए सरकार पर भी निशाना साधा था। उन्होंने लिखा था कि बिहार की 20 वर्षों की एनडीए सरकार ने राज्य को बेरोजगारी, पलायन और बदहाल शिक्षा-स्वास्थ्य के सिवा कुछ नहीं दिया।
तेज प्रताप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तंज कसते हुए कहा कि वह हर चुनाव से पहले बिहार आकर उन्हीं पुराने प्रोजेक्ट्स का बार-बार उद्घाटन करते हैं, लेकिन ज़मीनी हकीकत से कोसों दूर हैं। उन्होंने लिखा,“यह बिहार है, बिहारी ऐसे झांसे में नहीं आते! वे अच्छे से जानते हैं कि कौन कितना झूठ बोल रहा है?”
निष्कासन के बाद सियासी हलचल तेज
आरजेडी के भीतर तेज प्रताप के निष्कासन ने राजनीतिक हलचल को और भी तेज कर दिया है। परिवार और पार्टी से बाहर किए जाने के बावजूद तेज प्रताप का यह भावनात्मक बयान यह साफ करता है कि वे अब भी माता-पिता के आदेश को सर्वोपरि मानते हैं और शायद भविष्य में वापसी की कोई उम्मीद लिए बैठे हैं।
तेज प्रताप यादव का यह बयान एक ओर जहां भावनात्मक है, वहीं दूसरी ओर यह संकेत भी देता है कि वह खुद को अब भी पार्टी और परिवार का हिस्सा मानते हैं कम से कम भावनात्मक रूप से। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह बयान किसी राजनीतिक बदलाव की भूमिका बनेगा या फिर यह सिर्फ एक भावनात्मक गुहार भर रह जाएगा।